ICC ने ODI क्रिकेट के नियमों में किए बड़े बदलाव, वाइड बॉल पर भी नई गाइडलाइन
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने शुक्रवार को वनडे और टी20 प्रारूपों में खेलने की शर्तों में कुछ बड़े बदलावों की घोषणा की है, जो न केवल अंपायरिंग निर्णयों को प्रभावित करेंगे, बल्कि गेंदबाज़ों और बल्लेबाज़ों की रणनीति पर भी बड़ा असर डाल सकते हैं। इन बदलावों में सबसे ज़्यादा चर्चा वाइड बॉल की नई परिभाषा और गेंदों के इस्तेमाल की रणनीति को लेकर हो रही है।
34 ओवर के बाद एक ही गेंद जारी रहेगी
अब तक वनडे क्रिकेट में शुरुआत से दो नई गेंदों का इस्तेमाल होता था—एक-एक दोनों सिरों से। लेकिन नए नियम के तहत अब 34 ओवर पूरे होने के बाद टीमों को दोनों में से किसी एक गेंद को चुनना होगा, जिसे अगले 16 ओवरों तक उपयोग में लाया जाएगा।
इस बदलाव का उद्देश्य स्पिनरों को बेहतर अवसर देना है क्योंकि दो नई गेंदों के इस्तेमाल से रिवर्स स्विंग और स्पिन दोनों पर असर पड़ता था। कई दिग्गज खिलाड़ियों और कोचों ने भी इस विषय पर चिंता जताई थी, जिसे अब ICC ने संज्ञान में लिया है।
वाइड बॉल का नया मापदंड: अब देखी जाएगी बल्लेबाज़ की चाल
ICC ने वाइड बॉल को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है जो खासतौर पर बल्लेबाज़ की पोजीशन पर आधारित होगी।
अब नियम के अनुसार:
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यदि गेंद पॉपिंग क्रीज़ के बीच में स्थित लेग स्टंप और प्रोटेक्टेड एरिया मार्कर के बीच से गुजरती है, तो उसे वाइड नहीं माना जाएगा।
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लेकिन अगर बल्लेबाज़ गेंद के डिलीवरी से पहले ऑफ-साइड की ओर हिलता है, तो अंपायर को बल्लेबाज़ की शुरुआती पोजीशन के आधार पर वाइड का फैसला करना होगा।
इसके अलावा, प्रोटेक्टेड एरिया की लाइन को पॉपिंग क्रीज़ तक बढ़ा दिया जाएगा, जिससे अंपायरों को स्पष्ट दृश्य और मापदंड मिल सकें।
कंकशन रिप्लेसमेंट पर नया नियम
अब ICC ने कंकशन रिप्लेसमेंट (चोट के कारण बाहर हुए खिलाड़ी के बदले किसी और खिलाड़ी को मैदान में उतारने) पर भी नया नियम लागू किया है।
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किसी भी खिलाड़ी को कंकशन के कारण रिप्लेस करने के बाद, वह खिलाड़ी कम से कम सात दिन तक टीम से बाहर रहेगा।
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यह नियम खासतौर पर खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
नए नियम कब से लागू होंगे?
ICC के अनुसार, ये सभी नियम 1 अगस्त 2025 से प्रभाव में आ जाएंगे। इसका सीधा असर वेस्टइंडीज में होने वाले आगामी द्विपक्षीय सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों पर भी पड़ सकता है।
निष्कर्ष: खेल होगा और भी रोमांचक, लेकिन चुनौतीपूर्ण भी
इन बदलावों से क्रिकेट और अधिक संतुलित बन सकेगा, खासकर बल्ले और गेंद के बीच की जंग को देखते हुए। वाइड बॉल पर स्पष्टता से अंपायरिंग विवादों में कमी आ सकती है, और गेंदबाज़ों को भी स्पिन और लाइन लेंथ में अधिक नियंत्रण मिलेगा।
वहीं, बल्लेबाज़ों के लिए भी रणनीतिक रूप से ज्यादा सोचना पड़ेगा क्योंकि अब हर मूवमेंट का असर फैसले पर पड़ सकता है।