टाटकल टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव: अब आधार लिंक करना अनिवार्य, एजेंटों पर 30 मिनट की पाबंदी
# रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में किए बड़े बदलाव, आधार लिंक अनिवार्य
तत्काल टिकटों के लिए अब आधार जरूरी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली में कुछ अहम बदलावों की घोषणा की है। अब आईआरसीटीसी वेबसाइट के जरिए तत्काल टिकट केवल उन्हीं यूजर्स द्वारा बुक किए जा सकेंगे, जिन्होंने अपने आधार कार्ड को अपने खाते से लिंक कर रखा है। यह नियम सीधे तौर पर टिकट बुकिंग में पारदर्शिता लाने और एजेंटों के दखल को कम करने के मकसद से लाया गया है।
लेकिन सवाल यह है कि क्या यह कदम आम यात्रियों के लिए वाकई मददगार साबित होगा? कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि आधार अनिवार्यता से टिकट बुकिंग प्रक्रिया और जटिल हो सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें तकनीकी समझ कम है।
एजेंटों पर रोक, यात्रियों को राहत
इसके अलावा, तत्काल बुकिंग की एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (एआरपी) के पहले 30 मिनट तक एजेंट्स को कोई बुकिंग करने की अनुमति नहीं होगी। इसका मतलब यह है कि सुबह 10 बजे से 10:30 बजे तक केवल सीधे यात्री ही तत्काल टिकट बुक कर पाएंगे। यह नियम उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत हो सकता है जो अक्सर एजेंटों की वजह से तत्काल टिकट नहीं पा पाते थे।
हालांकि, कुछ लोगों को डर है कि एजेंट फिर भी किसी न किसी तरह से इस सिस्टम को हैंडल कर लेंगे। लेकिन रेलवे का दावा है कि नए सिस्टम में ऐसी कोई गुंजाइश नहीं बचेगी।
प्रिंट काउंटर और एजेंट्स के लिए नई शर्तें
अगर कोई यात्री कंप्यूटराइज्ड पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) काउंटर या आईआरसीटीसी अधिकृत एजेंट के जरिए तत्काल टिकट बुक करता है, तो उसे अपने मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को शेयर करना होगा। यह ओटीपी बुकिंग के समय दिए गए मोबाइल नंबर पर ही भेजा जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि टिकट असली यात्री के लिए ही बुक हो रहा है।
इस नियम से ब्लैक मार्केटिंग पर कुछ हद तक रोक लग सकती है, लेकिन यह भी देखना होगा कि क्या एजेंट्स इसके लिए कोई नया तरीका ढूंढ लेते हैं।
आधार को आईआरसीटीसी खाते से कैसे लिंक करें?
अगर आपने अभी तक अपने आईआरसीटीसी खाते को आधार से लिंक नहीं किया है, तो यह प्रक्रिया काफी सरल है। बस इन चरणों का पालन करें:
1. सबसे पहले आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट को किसी भी ब्राउज़र में खोलें और अपने क्रेडेंशियल्स के साथ लॉग इन करें।
2. ऊपर दिख रहे ‘माय अकाउंट’ विकल्प पर क्लिक करें और ‘Authenticate User’ बटन दबाएं।
3. अगले पेज पर अपना आधार नंबर या वर्चुअल आईडी डालें।
4. नाम, जन्मतिथि और लिंग की जानकारी को ध्यान से चेक करें। अगर कोई गलती दिखे, तो ‘Edit’ विकल्प पर क्लिक करके इसे सही कर लें।
5. सही जानकारी भरने के बाद “Verify details and receive OTP” बटन दबाएं। इससे आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।
6. ओटीपी डालें, सहमति बॉक्स को पढ़कर सहमति दें और ‘Submit’ बटन दबाकर प्रक्रिया पूरी करें।
एक बार जब आप यह प्रक्रिया पूरी कर लेते हैं, तो अपने खाते में दोबारा लॉग इन करें। अगर ‘Authenticate user’ विकल्प के आगे हरा टिक दिखाई देता है, तो इसका मतलब है कि आपका आधार सफलतापूर्वक लिंक हो चुका है।
क्या यह नया सिस्टम कारगर होगा?
रेलवे का यह कदम निश्चित रूप से टिकट बुकिंग में पारदर्शिता लाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है। लेकिन कुछ सवाल अभी भी बने हुए हैं। क्या आधार लिंक करने की प्रक्रिया हर किसी के लिए आसान होगी? क्या एजेंट वाकई पहले 30 मिनट में बुकिंग नहीं कर पाएंगे?
समय के साथ ही इन सवालों के जवाब मिलेंगे। फिलहाल, यात्रियों के लिए सबसे अच्छा यही होगा कि वे अपने आईआरसीटीसी खाते को आधार से लिंक कर लें ताकि तत्काल टिकट बुक करने में उन्हें कोई दिक्कत न हो।