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AB डी विलियर्स ने बुमराह के वर्कलोड प्रबंधन पर उठाए सवाल, स्टेन के उदाहरण से की तुलना

बुमराह के वर्कलोड प्रबंधन पर AB डी विलियर्स ने जताया आश्चर्य

दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज AB डी विलियर्स ने जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड प्रबंधन पर हैरानी जताई है। उन्होंने डेल स्टेन के उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे ‘कम महत्वपूर्ण’ सीरीज में स्टेन को आराम दिया जाता था ताकि वह बड़ी टेस्ट सीरीज के लिए तैयार रहे। भारतीय तेज गेंदबाज बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच मैचों की एंडरसन-टेंडुलकर टेस्ट सीरीज में केवल तीन मैच ही खेल पाएंगे।

लीड्स के हेडिंग्ले में पहला टेस्ट हारने के बाद, भारत को दूसरे टेस्ट में बुमराह की सेवाओं से महरूम रहना पड़ सकता है। यह मैच 2 जुलाई से बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला जाना है।

‘टेस्ट क्रिकेट सर्वोच्च, बुमराह को पूरी सीरीज के लिए तैयार करना चाहिए था’

डी विलियर्स ने अपने YouTube चैनल पर कहा, “बुमराह शायद इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं। ऐसे में उन्हें आराम देना एक मुश्किल फैसला है।” लेकिन उनका मानना है कि टेस्ट क्रिकेट सबसे महत्वपूर्ण है और इस सीरीज के लिए बुमराह को पांचों मैचों के लिए तैयार किया जाना चाहिए था।

उन्होंने आगे कहा, “हम डेल स्टेन के साथ ऐसा ही करते थे। उन्हें कम महत्वपूर्ण T20 और ODI सीरीज में आराम देकर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और भारत के खिलाफ बड़ी टेस्ट सीरीज के लिए तैयार किया जाता था। न्यूजीलैंड के खिलाफ भी, हालांकि यह तब की रैंकिंग पर निर्भर करता था।”

टीम प्रबंधन के फैसले पर सवाल

डी विलियर्स ने भारतीय टीम प्रबंधन के इस फैसले पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “मैं नहीं जानता कि यह प्रबंधन की गलती है या फिर बुमराह का हाल ही में चोट से लौटना इसकी वजह है। शायद टीम ने IPL को वार्मअप फेज के तौर पर देखा। हो सकता है सर्जन ने उन्हें सलाह दी हो कि वह पांच टेस्ट मैच नहीं खेल सकते।”

लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अंततः यह टीम इंडिया की जिम्मेदारी है कि वह अपने खिलाड़ियों को सही तरीके से मैनेज करे। “टेस्ट सीरीज से बड़ा कुछ नहीं होता, शायद WTC फाइनल को छोड़कर,” डी विलियर्स ने जोड़ा।

बुमराह ने खुद स्पष्ट किया था अपनी उपलब्धता

इससे पहले, बुमराह ने अपनी उपलब्धता को लेकर स्पष्टीकरण दिया था। उन्होंने Sky Sports को बताया, “IPL के दौरान रोहित और विराट के रिटायर होने से पहले ही मैंने BCCI से बात की थी। मैंने पांच मैचों की सीरीज में अपने वर्कलोड को लेकर चर्चा की थी। मैंने सर्जन से भी बात की, जिन्होंने मुझे वर्कलोड को लेकर सतर्क रहने को कहा।”

बुमराह ने आगे कहा, “मैंने BCCI को स्पष्ट कर दिया कि मैं लीडरशिप की भूमिका नहीं निभा सकता क्योंकि पांच मैचों की सीरीज में मैं सभी मैच नहीं खेल पाऊंगा। ऐसे में तीन मैच एक कप्तान और दो मैच दूसरा कप्तान – यह टीम के लिए उचित नहीं होता।”

क्या है आगे की रणनीति?

अब सवाल यह है कि भारतीय टीम प्रबंधन बुमराह के बिना कैसे रणनीति बनाएगा। पहले टेस्ट में हार के बाद दबाव साफ दिख रहा है। और जब आपके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज सीमित मैच खेलें, तो चुनौती और बड़ी हो जाती है।

शायद टीम को मोहम्मद सिराज या उमरान मलिक जैसे युवा गेंदबाजों पर भरोसा करना होगा। लेकिन इंग्लैंड की पिचों पर अनुभव की कमी एक बड़ी चुनौती हो सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कोचिंग स्टाफ और कप्तान रोहित शर्मा कैसे इस स्थिति से निपटते हैं।

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।