स्टोक्स का टॉस का फैसला गलत था? इंग्लैंड के कप्तान ने दिया मजेदार जवाब
जब भारत ने पहली पारी में 430 रन पर 3 विकेट खोकर मैच को अपनी मुट्ठी में ले लिया था, क्या बेन स्टोक्स ने सोचा कि उन्होंने टॉस में गलत फैसला किया? यह सवाल लीड्स टेस्ट में 371 रनों की ऐतिहासिक पारी के बाद उनसे पूछा गया, और उनका जवाब काफी रोचक था।
“अच्छा हुआ कि टेस्ट क्रिकेट पांच दिनों का होता है, है न?” स्टोक्स हंसते हुए बोले। “यह उन चीजों में से एक है जो आप गेंद फेंकने से पहले तय करते हैं। दोनों टीमों के लिए कुछ पलों में किस्मत साथ दे रही थी। कैच ड्रॉप हुए, कुछ गेंदें बाल-बाल बचीं…अगर सभी कैच पकड़ लिए जाते तो शायद यह मैच पांच दिन तक नहीं चलता।”
‘बाजबॉल विद ब्रेन्स’ या फिर सिर्फ टीम की मानसिकता?
बीबीसी कमेंट्री में माइकल वॉन ने इंग्लैंड की प्रदर्शनी को “बाजबॉल विद ब्रेन्स” बताया था। लेकिन स्टोक्स ने इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने टीम की सोच पर जोर दिया।
“हमने वही किया जो जरूरी था। हर मुश्किल पल में हमने प्रदर्शन किया। यह जीत सिर्फ कौशल की नहीं, बल्कि इस ड्रेसिंग रूम की मानसिकता की थी। आप देखेंगे कि यह मैदान रन बनाने के लिए कितना तेज है। भारत के कुछ खिलाड़ियों ने शानदार बल्लेबाजी की।”
पूर्व कप्तानों की राय: टॉस से ज्यादा अहम है टीम का विश्वास
एक और पूर्व इंग्लैंड कप्तान, एलिस्टेयर कुक ने टॉस के फैसले पर अपने अनुभव साझा किए। “अगर मैं कप्तान होता और टीम 430/3 के स्कोर पर होती, तो कुछ खिलाड़ी निश्चित तौर पर कप्त