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यशस्वी जायसवाल अस्पताल में, गैस्ट्रोएंटेराइटिस से हुई तबीयत बिगड़ी

भारतीय क्रिकेट टीम के युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल को मंगलवार रात तीव्र गैस्ट्रोएंटेराइटिस के निदान के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। 23 वर्षीय खिलाड़ी ने पुणे में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में राजस्थान के खिलाफ मुंबई की ओर से मैच खेला था, जहां उन्होंने पेट में ऐंठन के बावजूद खेल जारी रखा। मैच के बाद उनकी तबीयत में अचानक बिगड़त देखी गई।

द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, जायसवाल को पिंपरी-चिंचवड़ स्थित आदित्य बिड़ला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकीय जांच के बाद इस बीमारी की पुष्टि हुई। उन्हें इंट्रावेनस दवा दी गई और अल्ट्रासाउंड व सीटी स्कैन भी करवाए गए। डॉक्टरों ने निरंतर दवा और आराम की सलाह दी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। आने वाले दिनों में स्थिति में और स्पष्टता की उम्मीद है।

यह घटना उस दिन घटी जब अबू धाबी में आईपीएल नीलामी की चर्चा थी। उस नीलामी से दूर, पुणे में एक चिंताजनक घटना घट रही थी। जायसवाल ने मुंबई की ओर से सुपर लीग के एक महत्वपूर्ण मुकाबले में हिस्सा लिया था, जहां टीम ने 217 रनों के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का सफल पीछा किया।

स्पष्ट तकलीफ के बावजूद, जायसवाल ने 16 गेंदों में 15 रन बनाए। हालांकि, सूत्रों के अनुसार बल्लेबाज पूरी पारी के दौरान पेट में ऐंठन का सामना कर रहे थे। मैच समाप्त होने के बाद दर्द में अचानक तेजी आई, जिसके बाद तत्काल चिकित्सकीय हस्तक्षेप की आवश्यकता पड़ी।

टीम के एक करीबी सूत्र ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मैच के बाद वह काफी परेशानी में थे। यह स्पष्ट था कि यह सामान्य थकान नहीं थी। बिना किसी देरी के उन्हें अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया गया।”

अस्पताल में तीव्र गैस्ट्रोएंटेराइटिस के निदान की पुष्टि हुई। यह एक अचानक होने वाली स्थिति है जिसमें पेट और आंतों में सूजन आ जाती है, जो अक्सर संक्रमण के कारण होती है। इस स्थिति से निपटने के लिए त्वरित चिकित्सकीय प्रतिक्रिया और निर्धारित आराम मानक प्रोटोकॉल है। इस बीमारी के लक्षणों में गंभीर ऐंठन, दस्त और निर्जलीकरण शामिल हैं।

यह अस्पताल में भर्ती होना जायसवाल के लिए एक असमय आया झटका है, क्योंकि वह लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे थे। चल रही सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में, उन्होंने केवल तीन पारियों में 145 रन बनाए थे, जिसमें 48.33 का औसत और 168.60 की तेज स्ट्राइक रेट थी। इसने ऑर्डर के शीर्ष पर उनकी विस्फोटक शक्ति को रेखांकित किया था।

उनकी यह शानदार लय अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में भी हाल ही में देखी गई थी। इसी महीने की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका में भारत की वनडे सीरीज के दौरान, जायसवाल ने 50 ओवर के प्रारूप में अपना पहला शतक जड़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। उन्होंने 78 के आश्चर्यजनक औसत से 156 रन बनाकर सीरीज समाप्त की थी। उनके प्रदर्शन ने देश के सबसे रोमांचक युवा बल्लेबाजों में से एक के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को मजबूत किया है और वह सभी प्रारूपों में भारत की भविष्य की योजनाओं के एक प्रमुख व्यक्ति बन गए हैं।

मंगलवार के मैच ने, विडंबना यह है कि मुंबई की बल्लेबाजी गहराई को प्रमाणित किया। जबकि जायसवाल संघर्ष कर रहे थे, वहीं वरिष्ठ खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे (72 नाबाद) और सरफराज खान (22 गेंदों में 73 रनों की तेज पारी) ने टीम को रोमांचक तीन विकेट से जीत दिलाई। हालांकि, यह जीत मुंबई के लिए नॉकआउट चरण में जगह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त नहीं थी, क्योंकि नेट रन रेट के आधार पर बाद में उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा।

तत्काल चिंता जायसवाल के पूर्ण स्वास्थ्यलाभ की है। गैस्ट्रोएंटेराइटिस, हालांकि इलाज योग्य है, लेकिन इसके लिए उचित आराम और पुनर्जलीकरण की आवश्यकता होती है। युवा ओपनर के लिए एक राहत की बात यह है कि उनका शेड्यूल अपेक्षाकृत स्पष्ट है।

वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही भारत की टी20ई टीम का हिस्सा नहीं हैं, और भारत की अगली प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता मध्य जनवरी में निर्धारित श्रीलंका का बहु-प्रारूप दौरा है। यह समय उन्हें किसी भी संभावित चयन से पहले पूरी तरह से स्वस्थ होने के लिए महत्वपूर्ण सप्ताह प्रदान करता है।

बीसीसीआई की चिकित्सा टीम संभवतः उनकी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है। एक आधिकारिक अपडेट गंभीरता और अपेक्षित स्वास्थ्यलाभ अवधि की पुष्टि करेगा, जिससे निकट भविष्य की क्रिकेट के लिए उनकी उपलब्धता को लेकर किसी भी अटकलबाजी को विराम मिलेगा।

नेहा शर्मा

📞 फ़ोन: +91 9123456780 🎓 शिक्षा: पत्रकारिता और जनसंचार में डिप्लोमा – BHU 💼 अनुभव: 6 साल का रिपोर्टिंग और एडिटिंग अनुभव महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी ख़बरों की रिपोर्टिंग पहले ABP News और Jagran New Media के साथ जुड़ी रहीं ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर स्वास्थ्य और सामाजिक सुधार से जुड़ी रिपोर्टिंग करती हैं।