क्या टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहेंगे जसप्रीत बुमराह?
मैनचेस्टर टेस्ट की पहली पारी में जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। गेंद के साथ उनकी रफ़्तार में कमी नज़र आई, और शायद यही वजह है कि पूर्व भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद कैफ़ ने एक बड़ी भविष्यवाणी कर डाली। उनका मानना है कि बुमराह जल्द ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं।
कैफ़ की चिंता और बुमराह का संघर्ष
सोशल मीडिया पर पोस्ट एक वीडियो में कैफ़ ने साफ़फ कहा, *”मेरे हिसाब से, बुमराह आने वाले समय में टेस्ट क्रिकेट छोड़ सकते हैं। वह अपने शरीर के साथ संघर्ष कर रहे हैं, और इसी वजह से उन्हें टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेनी पड़ सकती है।”*
उन्होंने आगे बताया कि मैनचेस्टर मैच में बुमराह की गति वह नहीं दिखी जिसकी उम्मीद थी। और शायद यही वजह है कि वह खुद पर सवाल खड़े कर रहे होंगे। कैफ़ के मुताबिक, *”बुमराह बेहद स्वाभिमानी खिलाड़ी हैं। अगर उन्हें लगेगा कि वह 100 प्रतिशत देने में सक्षम नहीं हैं या विकेट नहीं ले पा रहे, तो वह खुद ही खेलने से मना कर देंगे।”*
फिटनेस का सवाल और बुमराह का भविष्य
31 साल के बुमराह पिछले कुछ समय से चोटों के साथ जूझते रहे हैं। 2022 में पीठ की चोट ने उन्हें लंबे समय तक मैदान से दूर रखा। हालांकि वह वापसी करके टीम इंडिया का हिस्सा बने, लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर सवाल बने हुए हैं।
और यह सच है कि टेस्ट क्रिकेट एक खिलाड़ी के शरीर पर भारी दबाव डालता है। पांच दिन तक चलने वाले मैच, लंबे स्पेल, और विभिन्न पिचों की मांग – यह सब एक पेसर के लिए आसान नहीं होता। बुमराह का एक्शन भी उनकी पीठ पर अतिरिक्त भार डालता है, जो शायद उनकी चोटों की एक वजह रहा है।
क्या वनडे और T20 पर फोकस करेंगे बुमराह?
अगर बुमराह टेस्ट क्रिकेट से कदम पीछे खींचते हैं, तो यह उनके करियर का एक बड़ा मोड़ होगा। लेकिन यह भी मुमकिन है कि वह वनडे और T20 फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित करें। इन फॉर्मेट्स में गेंदबाज़ी के कम ओवर और बीच में आराम का समय उनके शरीर के लिए बेहतर हो सकता है।
फिलहाल, BCCI या बुमराह की तरफ़ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन कैफ़ की टिप्पणी ने एक बहस छेड़ दी है। क्या सचमुच भारत का यह स्टार गेंदबाज़ टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के लिए तैयार है?
टीम इंडिया के लिए क्या मायने होंगे?
बुमराह का टेस्ट टीम से जाना भारतीय गेंदबाज़ी इकाई के लिए बड़ा झटका होगा। वह न सिर्फ़ विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं, बल्कि अनुभवी होने के नाते युवा खिलाड़ियों को गाइड भी करते हैं। उनकी कमी को भरना आसान नहीं होगा।
लेकिन क्रिकेट एक टीम गेम है, और भारत के पास मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज जैसे तेज़ गेंदबाज़ मौजूद हैं। शायद यही वक्त है जब नई प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिले।
अब क्या?
फिलहाल, बुमराह के पास चुनाव का वक्त है। वह अपनी फिटनेस पर काम कर सकते हैं, या फिर अपने प्राथमिकता तय कर सकते हैं। कैफ़ की भविष्यवाणी सच साबित होगी या नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन इतना तय है कि भारतीय क्रिकेट प्रशंसक उनके हर फ़ैसले का सम्मान करेंगे।
आखिरकार, एक खिलाड़ी का स्वास्थ्य और खुशी सबसे महत्वपूर्ण है। और बुमराह ने पहले ही भारत के लिए जो कुछ किया है, वह अमूल्य है।