क्राइस्टचर्च में शनिवार को समाप्त हुए पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक अविश्वसनीय ड्रॉ हासिल किया। इसकी बुनियाद जस्टिन ग्रीव्स के लगभग दस घंटे तक चले अविजित दोहरे शतक पर रखी गई। उन्होंने नाबाद 202 रन बनाए। विजय के लिए 531 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा कर रही वेस्टइंडीज टीम ने अंतिम दिन 457 रन पर 6 विकेट खोकर पारी घोषित कर दी। यह टेस्ट इतिहास में चौथी पारी का दूसरा सर्वोच्च स्कोर है।
पहली पारी में केवल 167 रन पर सिमटने के बाद इस ड्रॉ ने वेस्टइंडीज के लिए एक जीत जैसा महसूस किया। यह परिणाम ग्रीव्स के अथक प्रयासों का परिणाम था। उन्होंने पहले शाई होप के साथ 196 रन की साझेदारी की। होप ने 140 रन बनाए। इसके बाद ग्रीव्स ने टेलेंडर केमर रोच के साथ नाबाद 180 रन की साझेदारी जारी रखी। रोच 58 रन बनाकर नाबाद रहे। इस जोड़ी ने चोटिल न्यूजीलैंड गेंदबाजी पर दबाव बनाए रखा।
न्यूजीलैंड ने एक बड़ा लक्ष्य रखा था और जीत को लेकर आश्वस्त था। लेकिन वेस्टइंडीज के जुझारू रुख और मेजबान टीम के दुर्भाग्य ने मैच का पटाक्षेप कर दिया। न्यूजीलैंड की गेंदबाजी चोटों से प्रभावित रही। सीमर गेंदबाज नाथन स्मिथ को साइड स्ट्रेन और मैट हेनरी को कल्फ में चोट आई। इसके बाद टीम को माइकल ब्रेसवेल और रचिन रविंद्र के अंशकालीन स्पिन पर निर्भर रहना पड़ा।
अंतिम दिन टिके रहने का एक उत्कृष्ट उदाहरण था। वेस्टइंडीज ने दिन की शुरुआत 212 रन पर 4 विकेट के साथ की। सुबह के सत्र में उन्होंने शाई होप और तेविन इमलाच का विकेट गंवा दिया, जिससे न्यूजीलैंड को उम्मीद की एक किरण दिखी। हालांकि, इसके बाद पूरा मैच ग्रीव्स और रोच के इर्द-गिर्द घूमता रहा। उन्होंने पूरा दूसरा सत्र बिना कोई मौका दिए बल्लेबाजी की और चाय के बाद भी अपनी जुझारू साझेदारी जारी रखी।
रोच का प्रवास घटनापूर्ण रहा। उन्होंने दो ड्रॉप कैच, एक रन आउट के मौके और कुछ मजबूत एलबीडब्ल्यू अपीलों से बचाव किया। लेकिन दूसरे छोर पर ग्रीव्स एक चट्टान की तरह डटे रहे। उनका फोकस कभी नहीं डगमगाया। उनके शानदार प्रदर्शन का चरम तब आया जब उन्होंने जैकब डफी की गेंद को लेग साइड में चार रन के लिए रखा। इससे उन्होंने अपना पहला टेस्ट दोहरा शतक पूरा किया। इस उपलब्धि पर वेस्टइंडीज ड्रेसिंग रूम में जश्न का माहौल था।
वेस्टइंडीज कप्तान रोस्टन चेज के लिए यह प्रदर्शन व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण और गर्व का क्षण था। चेज ने कहा कि जस्टिन ग्रीव्स का यह एक अतुलनीय प्रयास था। उन्होंने कहा कि ग्रीव्स के साथ उनकी बचपन से क्रिकेट की साझेदारी रही है, इसलिए यह पल उनके और केमर रोच के लिए बेहद गर्व का है। चेज ने रोच को आधुनिक दौर का लीजेंड बताया।
इस ड्रॉ ने वेस्टइंडीज को नए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र में अपने पहले अंक दिलाए। लेकिन इस प्रदर्शन का मूल्य अंक तालिका से कहीं अधिक था। यह उस टीम के चरित्र का एक बयान था, जिसकी विदेशी धरती पर लचीलेपन पर अक्सर सवाल उठाए जाते रहे हैं।
न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम चूके हुए मौकों और पतली हो चुकी गेंदबाजी लाइनअप पर अफसोस जताते नजर आए। लैथम ने कहा कि यह एक ऐसा टेस्ट मैच था जिसमें सब कुछ था। उन्होंने कहा कि इसमें शामिल होना एक शानदार अनुभव था, लेकिन दुर्भाग्य से वे उन ब्रेकथ्रू को हासिल नहीं कर पाए जिनकी उन्हें उम्मीद थी। लैथम ने कहा कि जब टेस्ट मैच के दौरान उनके दो सीमर गेंदबाज चोटिल हो जाते हैं, तो यह स्थिति आदर्श नहीं होती।
मैन ऑफ द मैच जस्टिन ग्रीव्स ने टीम की भावना को सरल शब्दों में समेटा। उन्होंने कहा कि यह उनके और टीम के लिए एक खास दिन था। उन्होंने कहा कि टीम मुश्किल हालात का सामना कर रही थी, इसलिए पूरे दिन बल्लेबाजी करके बचाव करना समूह के रूप में वास्तव में एक बहुत ही खास उपलब्धि थी। ग्रीव्स ने एक शब्द को रेखांकित किया जिसने उनके प्रयास को परिभाषित किया: लचीलापन। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा शब्द है जिसे वे ड्रेसिंग रूम में अक्सर इस्तेमाल करते हैं। इसलिए अंत तक वहां टिके रहना उनके लिए वास्तव में महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा कि अंत में टीम के लिए कुछ भी करना जरूरी होता है।
अब दोनों टीमें वेलिंगटन के लिए रवाना होंगी, जहां मंगलवार से दूसरा टेस्ट शुरू होगा। न्यूजीलैंड फिट गेंदबाजों की उम्मीद करेगा, जबकि वेस्टइंडीज आत्मविश्वास की एक बड़ी लहर पर सवार होगी। उन्होंने साबित कर दिया है कि वे एक मैच बचाने के लिए डेढ़ दिन तक बल्लेबाजी कर सकते हैं। अब सवाल यह है कि क्या वे इस जिद्दीपन को जीत की स्थिति में बदल सकते हैं। एक बात तय है कि इस शानदार बचाव के बाद अब कोई भी टीम उन्हें हल्के में नहीं लेगी।






