13 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार में टाटा ग्रुप के शेयरों में 2% की गिरावट देखी गई। यह गिरावट एयर इंडिया के अहमदाबाद-लंदन फ्लाइट क्रैश के बाद आई है, जिसमें 241 यात्री अपनी जान गंवा बैठे थे। इस हादसे के बाद भारतीय शेयर बाजार में भी मंदी का असर पड़ा और टाटा ग्रुप के प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।
टाटा टेक्नोलॉजीज और ट्रेंट में सबसे बड़ी गिरावट
टाटा ग्रुप की कंपनियों जैसे टाटा टेक्नोलॉजीज और ट्रेंट के शेयरों में 2 से 2.6 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं, टाटा पावर, टाटा कंज्यूमर, टाटा स्टील और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयरों में भी 1-1.5 प्रतिशत तक गिरावट आई। इसके अलावा, भारतीय होटल्स का शेयर भी 1.5 प्रतिशत गिरकर ₹733.10 पर बंद हुआ।
कुछ शेयरों में हल्की बढ़त
हालांकि, टाटा ग्रुप के दो शेयरों, टाटा कॉफी और रैलिस इंडिया ने इस गिरावट के बावजूद हरे निशान पर कारोबार किया। टाटा कॉफी के शेयरों में 4 प्रतिशत की बढ़त देखी गई और यह ₹344.80 पर बंद हुआ, वहीं रैलिस इंडिया के शेयर में 0.50 प्रतिशत की बढ़त आई और यह ₹309.70 पर पहुंच गया।
हादसे के बाद टाटा ग्रुप का बयान
इस घटना के बाद टाटा ग्रुप ने एक बयान जारी किया, जिसमें बताया गया कि एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ, कैम्पबेल विल्सन, ने यह बताया कि एयरलाइन सभी आपातकालीन प्रतिक्रिया संचालन में सहयोग कर रही है।
टाटा संस के चेयरमैन, एन चंद्रशेखरन ने घोषणा की कि ग्रुप इस हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को ₹1 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान करेगा और घायलों का चिकित्सा खर्च भी वहन करेगा। इसके अलावा, टाटा ग्रुप बी जे मेडिकल हॉस्टल के पुनर्निर्माण में भी मदद करेगा, जो हादसे में प्रभावित हुआ है।
बयान में चंद्रशेखरन ने कहा, “इस समय जो दुख हम महसूस कर रहे हैं, उसके लिए शब्दों में व्यक्त करना संभव नहीं है। हमारे विचार और प्रार्थनाएँ उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और जिनके घायल होने की स्थिति है।”
शेयर बाजार में गिरावट और टाटा ग्रुप का समर्थन
हादसे के बाद टाटा ग्रुप के शेयरों में गिरावट को लेकर बाजार विश्लेषकों का कहना है कि यह पूरी तरह से घटना से संबंधित चिंता का परिणाम है। हालांकि, टाटा ग्रुप का यह समर्थन और वित्तीय सहायता प्रभावित परिवारों के लिए एक बहुत बड़ा कदम है।
निष्कर्ष
एयर इंडिया का यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास का सबसे बड़ा हादसा साबित हुआ है। वहीं, शेयर बाजार में भी इसके असर से टाटा ग्रुप के शेयरों में गिरावट आई। हालांकि, टाटा ग्रुप ने इस मुश्किल समय में प्रभावित परिवारों को समर्थन देने का वादा किया है, और इसके परिणामस्वरूप कंपनी का विश्वास और सामर्थ्य भी मजबूत हुआ है।