रिशभ पंत ने दिखाई जबरदस्त हिम्मत, चोटिल पैर के बावजूद जारी रखी पारी
ओल्ड ट्रैफर्ड में चल रहे भारत और इंग्लैंड के चौथे टेस्ट मैच में रिशभ पंत ने टूटी अंगुली के दर्द को नज़रअंदाज़ करते हुए अपनी पारी जारी रखी। शुरुआत में तो लग रहा था कि पंत मैदान पर आएंगे ही नहीं, लेकिन लंच से ठीक पहले शार्दुल ठाकुर के आउट होने के बाद वह ड्रेसिंग रूम से लंगड़ाते हुए बाहर निकले।
मैदान पर उतरते ही जबर्दस्त समर्थन
स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने उनका जोरदार स्वागत किया जब वह धीरे-धीरे सीढ़ियों से उतरे। शार्दुल ने रास्ते में उनकी पीठ थपथपाई, जिसके बाद पंत ने हमेशा की तरह बाउंड्री रोप को छुआ और फिर सिर पर हाथ फेरकर मैदान में प्रवेश किया।
कमेंट्री बॉक्स में पूर्व इंग्लैंड कप्तान माइकल अथरटन ने कहा, “यहां सीढ़ियों से लंगड़ाते हुए उतर रहे हैं रिशभ पंत! जनता की प्रतिक्रिया सुनिए।”
‘दर्द के बावजूद अद्भुत दृढ़ता’
अथरटन के सहयोगी और पूर्व इंग्लैंड खिलाड़ी इयान वार्ड ने आगे कहा, “उन्होंने चोटिल पैर को सामान्य क्रिकेट जूते में डाला है और अब सावधानी से मैदान की ओर बढ़ रहे हैं। यह काबिले-तारीफ है। दर्द होने के बावजूद वह खेल रहे हैं…रिशभ पंत हमेशा की तरह दिलचस्प बने हुए हैं। असाधारण खिलाड़ी, असाधारण इंसान।”
चोट का पूरा मामला
पंत को फ्रैक्चर्ड टो (अंगुली में फ्रैक्चर) के लिए छह हफ्ते के आराम की सलाह दी गई थी। 37 रन बनाकर खेल रहे पंत ने क्रिस वोक्स के खिलाफ प्री-डिटरमाइंड रिवर्स स्विंग की कोशिश की थी, लेकिन बॉल उनके दाएं जूते पर जा लगी। टीम प्रबंधन ने मेडिकल स्टाफ से जांच करवाई कि क्या पंत पेनकिलर लेकर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं।
विकेटकीपिंग से बाहर, लेकिन बल्लेबाज़ी के लिए तैयार
बीसीसीआई ने पुष्टि की कि पंत इस मैच में विकेटकीपिंग नहीं करेंगे, लेकिन “टीम की ज़रूरत के हिसाब से” बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। पांचवें और आखिरी टेस्ट से वह पूरी तरह बाहर होंगे।
बदलाव की तलाश में टीम
इशान किशन को पहले विकल्प के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन उन्होंने चयनकर्ताओं को बताया कि उनके एंकल में चोट है और वह समय पर फिट नहीं हो पाएंगे। केएस भारत को विकल्प माना जा रहा था, लेकिन चयनकर्ता इंग्लैंड के खिलाफ हुए घरेलू सीरीज़ में उनके प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं थे।
अब तमिलनाडु के एन. जगदीशन को टीम में शामिल किया गया है। 29 वर्षीय जगदीशन हाल के समय में इंडिया ए सेटअप का हिस्सा रहे हैं। 52 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 47.50 के औसत से 10 शतक और 14 अर्धशतक जमाए हैं।
खेल भावना की मिसाल
पंत का यह प्रयास न सिर्फ़ उनकी दृढ़ता को दिखाता है, बल्कि टेस्ट क्रिकेट के प्रति समर्पण की भी मिसाल है। शायद यही वजह है कि इंग्लैंड के दर्शकों ने भी उनके प्रयास की सराहना की। ट्विटर पर शेयर किए गए वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि कैसे पूरा स्टेडियम उनके सम्मान में खड़ा हो गया।
कहा जा सकता है कि ऐसे पल ही खेल को खेल से बड़ा बना देते हैं। और शायद, यही वजह है कि रिशभ पंत सिर्फ़ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक खास जगह बना चुके हैं।