Perplexity AI ने लॉन्च किया Comet ब्राउज़र: AI की मदद से बदलेगा इंटरनेट ब्राउज़िंग का अनुभव
# पर्प्लेक्सिटी AI ने लॉन्च किया कॉमेट: एक नया AI-पावर्ड वेब ब्राउज़र
एक नए तरह के ब्राउज़िंग अनुभव की शुरुआत
पर्प्लेक्सिटी AI, जिसे NVIDIA जैसी कंपनियों का समर्थन हासिल है, ने अपना पहला AI-पावर्ड वेब ब्राउज़र लॉन्च कर दिया है। इस ब्राउज़र का नाम ‘कॉमेट’ रखा गया है, और कंपनी का दावा है कि यह उन यूजर्स के लिए बनाया गया है जो इंटरनेट का इस्तेमाल रिसर्च, वर्क या दूसरे कामों के लिए करते हैं।
पर्प्लेक्सिटी के मुताबिक, कॉमेट ब्राउज़िंग को एक सिंगल, सीमलेस इंटरैक्शन में बदल देता है। यानी, अब आपको कई टैब्स खोलने या अलग-अलग वेबसाइट्स के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बल्कि, आप सीधे ब्राउज़र से ही ईमेल लिखवा सकते हैं, मीटिंग शेड्यूल करवा सकते हैं या फिर अपने दिन का संक्षिप्त सारांश मांग सकते हैं।
कॉमेट असिस्टेंट: एक स्मार्ट सहायक
इस ब्राउज़र में एक खास फीचर जोड़ा गया है—’कॉमेट असिस्टेंट’। जैसा कि नाम से ही साफ है, यह एक AI एजेंट की तरह काम करता है और रूटीन टास्क्स को ऑटोमेट करने में मदद करता है। यह ईमेल्स को समरीज़ कर सकता है, कैलेंडर इवेंट्स को मैनेज कर सकता है, यहां तक कि यूजर की तरफ से वेब पेजेज़ भी ब्राउज़ कर सकता है।
कॉमेट असिस्टेंट को ब्राउज़र के टॉप राइट साइड से एक्सेस किया जा सकता है। खास बात यह है कि यह असिस्टेंट वेबपेज की कंटेंट को भी ‘देख’ सकता है और उससे जुड़े सवालों के जवाब दे सकता है। मसलन, अगर आप किसी आर्टिकल को पढ़ रहे हैं और किसी पॉइंट पर कन्फ्यूज हैं, तो असिस्टेंट से सीधे पूछ सकते हैं।
टैब्स की जगह ‘वर्कस्पेस’
गूगल क्रोम या माइक्रोसॉफ्ट एज जैसे पारंपरिक ब्राउज़र्स से कॉमेट एक बड़े मामले में अलग है। इसमें टैब्स की जगह एक ‘वर्कस्पेस’ दिया गया है, जहां सारी जरूरी जानकारी एक ही जगह मिल जाती है। साथ ही, यह ब्राउज़र यूजर की एक्टिविटीज को ट्रैक करता है—जैसे कि वह क्या पढ़ रहा है, किस चीज़ पर काम कर रहा है—और उसी के हिसाब से रिलेटेड कंटेंट सजेस्ट करता है।
इसके अलावा, कॉमेट इनएक्टिव टैब्स को अपने आप बंद कर देता है, रिलेवेंट न्यूज दिखाता है और पिछले सेशन्स में किए गए कामों की रिमाइंडर भी देता है। यहां तक कि यह कैलेंडर चेक करने, वीडियो समरी देने और लिंक्डइन जैसी साइट्स के मैसेजेज़ को चेक करने का काम भी कर सकता है—बिना कई टैब्स खोले।
क्या यह गूगल सर्च को रिप्लेस कर पाएगा?
पर्प्लेक्सिटी AI का लक्ष्य गूगल जैसे सर्च इंजन्स से जुड़ी परेशानियों को दूर करना है। कंपनी का मानना है कि जो लोग रोज़ाना रिसर्च या वर्क के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, उनके लिए कॉमेट ज़्यादा उपयोगी साबित हो सकता है। हालांकि, यह भी मुमकिन है कि आम यूजर्स इसे तुरंत न अपनाएं, क्योंकि लोगों को नई तकनीक के साथ एडजस्ट होने में वक्त लगता है।
फिलहाल, कॉमेट सिर्फ उन्हीं यूजर्स के लिए उपलब्ध है जिन्होंने वेटलिस्ट में पहले साइन अप किया था। लेकिन अगर आप इंतज़ार नहीं करना चाहते, तो पर्प्लेक्सिटी के $200 प्रति माह वाले ‘मैक्स प्लान’ को खरीदकर इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं। कंपनी ने यह भी कहा है कि आने वाले महीनों में वह कॉमेट को और ज़्यादा यूजर्स के लिए एक्सेसिबल बनाएगी, हालांकि इसकी कोई ठोस टाइमलाइन अभी सामने नहीं आई है।
AI ब्राउज़र्स की होड़ तेज़
पर्प्लेक्सिटी अकेली कंपनी नहीं है जो AI-पावर्ड ब्राउज़र बना रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, OpenAI भी अपना एक AI ब्राउज़र लॉन्च करने वाली है, जिसमें चैटजीपीटी जैसा इंटरफ़ेस होगा। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह ब्राउज़र यूजर्स को वेबसाइट्स पर जाने की बजाय सीधे चैट के ज़रिए इंफॉर्मेशन देगा।
अभी यह कहना मुश्किल है कि ये नए ब्राउज़र कितने सफल होंगे। लेकिन इतना तय है कि AI की दुनिया में एक नई प्रतिस्पर्धा शुरू हो चुकी है। और हो सकता है कि आने वाले सालों में हमारा इंटरनेट इस्तेमाल करने का तरीका ही बदल जाए।