“कभी दो फ्लॉप फिल्में और करियर खत्म!” – नील नितिन मुकेश का छलका दर्द, बोले- ‘हमारे साथ नहीं होता इंसाफ’
बॉलीवुड अभिनेता नील नितिन मुकेश भले ही इन दिनों बड़े पर्दे पर कम नजर आ रहे हों, लेकिन उनका फिल्मी सफर और अनुभव कमाल का रहा है। ‘जॉनी गद्दार’, ‘न्यूयॉर्क’ और ‘7 खून माफ़’ जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय कर चुके नील ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इंडस्ट्री के भीतर मौजूद भेदभाव और गुटबाज़ी पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
“कुछ को दस फ्लॉप की छूट, हमें दो भी माफ़ नहीं”
नील ने बेबाकी से कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में कुछ कलाकारों को लगातार मौके मिलते रहते हैं, चाहे उनकी फिल्में चले या ना चलें। वहीं दूसरी तरफ, कुछ कलाकारों को दो फ्लॉप फिल्मों के बाद ही किनारे कर दिया जाता है।
“मैंने देखा है कि कई एक्टर्स लगातार 10 फ्लॉप फिल्में देने के बाद भी 100 करोड़ के बजट की अगली फिल्म साइन कर लेते हैं। लेकिन जब हमारी दो फिल्में नहीं चलतीं, तो कहा जाता है कि अब तुम घर बैठो। क्या वो कभी फ्लॉप नहीं हुए? ये दोहरा मापदंड क्यों?”
अक्षय कुमार का नाम भी लिया
नील ने इस संदर्भ में अक्षय कुमार का उदाहरण देते हुए कहा कि वे भी बीते कुछ वर्षों से बॉक्स ऑफिस पर संघर्ष कर रहे हैं, फिर भी उन्हें लगातार बड़े बजट की फिल्में मिलती रही हैं।
“फिल्म हिट हो या फ्लॉप, कुछ लोग फिर भी चर्चा में रहते हैं। और हम जैसे कलाकारों के लिए अच्छी एक्टिंग के बाद भी दरवाज़े बंद हो जाते हैं। ये देखकर तकलीफ होती है।”
“तारीफ़ भी मिलती है, फिर भी मौके नहीं”
नील ने यह भी बताया कि उनकी फिल्मों में उनकी एक्टिंग की सराहना हुई है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें फिर से काम पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा।
“कई बार क्रिटिक्स और दर्शकों ने मेरे अभिनय की तारीफ़ की, लेकिन इंडस्ट्री में सिर्फ नेम-वैल्यू और ब्रांडिंग देखी जाती है, टैलेंट नहीं।”
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ बयान
नील का यह बयान अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनके फैंस इस बात से सहमत नजर आ रहे हैं कि बॉलीवुड में कुछ ही चेहरों को बार-बार मौका मिलता है और बाकियों को नजरअंदाज कर दिया जाता है।
एक समय में बड़े चेहरों के साथ किया काम
नील नितिन मुकेश ने दीपिका पादुकोण, कैटरीना कैफ, और सोनम कपूर जैसी कई बड़ी अभिनेत्रियों के साथ काम किया है। उनके पास टैलेंट की कोई कमी नहीं रही। लेकिन फिर भी लंबे समय से वे मुख्यधारा की फिल्मों से दूर हैं। अब उनके इस बयान ने फिर से चर्चा को हवा दे दी है कि क्या बॉलीवुड में वाकई टैलेंट से ज्यादा पहचान मायने रखती है?