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अंडरडॉग से चैंपियन: मुंबई स्मैशर्स ने जीता पहला आईपीबीएल!

मुंबई स्मैशर्स ने पहले इंडियन पिकलबॉल लीग (आईपीबीएल) का खिताब अपने नाम किया है। टीम ने रविवार को नई दिल्ली के केडी जाधव इंडोर हॉल में आयोजित फाइनल में हैदराबाद रॉयल्स को 5-1 से हराकर यह उपलब्धि हासिल की। इस जीत ने उनकी शानदार वापसी को पूरा किया, क्योंकि टूर्नामेंट की शुरुआत में वे पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे थे।

फाइनल में मुंबई की जीत ने उनके अंडरडॉग से चैंपियन बनने के सफर को मजबूती दी। मुकाबले के अहम पलों ने इस कहानी को आगे बढ़ाया।

मुंबई स्मैशर्स का प्रदर्शन उनके स्टार खिलाड़ी क्वांग डुओंग ने आगे बढ़ाया। डीयूपीआर वर्ल्ड नंबर 3 रैंकिंग वाले डुओंग फाइनल तक सिंगल्स में अपराजित रहे थे और फाइनल में भी उनका यह सिलसिला कायम रहा। उन्होंने बैक-कोर्ट और नेट के पास के महत्वपूर्ण ‘किचन-लाइन’ क्षेत्र दोनों में ही बेहतरीन नियंत्रण दिखाया। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को मात देकर मैच की शुरुआत ही दमदार तरीके से की।

इसके बाद डुओंग ने अम्मोल रामचंदानी के साथ मेन्स डबल्स में हिस्सा लिया। इस तनावपूर्ण मुकाबले में मुंबई की जोड़ी का सामना हैदराबाद के बेन न्यूवेल और दिव्यांशु कटारिया से हुआ। एक प्वाइंट-दर-प्वाइंट लड़ाई में मुंबई के खिलाड़ियों ने अपना नर्वस कंट्रोल बनाए रखा और 15-10 से जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही मुंबई ने 2-0 की मजबूत बढ़त बना ली।

पीछे चल रही हैदराबाद रॉयल्स ने जवाबी कार्रवाई के लिए अपने स्टार खिलाड़ी मेगन फज पर भरोसा किया। अंतरराष्ट्रीय मेडल विजेता और अपने संघर्ष के लिए जानी जाने वाली फज शुरुआत में 2-3 से पीछे चल रही थीं। लेकिन उन्होंने दबाव को संभाला और अपने खेल में तेजी लाते हुए लगातार विजेता शॉट्स लगाए। उन्होंने अगले दस लगातार प्वाइंट्स अपने नाम किए, जिसमें उनके रुथलेस फोरहैंड ने हर अहम विनिमय में भूमिका निभाई। उनकी 15-5 की जीत ने मुंबई के मोमेंटम को अस्थायी रूप से रोका और रॉयल्स की उम्मीदों को फिर से जीवित किया।

मैच का निर्णायक मोड़ वुमेन्स डबल्स में आया। टीम स्कोर 2-1 होने पर मुंबई की एलिसन हैरिस और पर्ल अमलसाडीवाला 6-8 से पीछे चल रही थीं। इसके बाद उन्होंने जो दृढ़ संकल्प दिखाया, उसने मैच का रुख बदल दिया। इस जोड़ी ने अगले नौ प्वाइंट्स में से सात पर जीत हासिल करते हुए 15-10 से अहम जीत दर्ज की। इस जीत ने मोमेंटम को एक बार फिर मुंबई के पक्ष में कर दिया।

यही ऊर्जा ग्रैंड रैली में भी देखने को मिली, जो इस फॉर्मेट की यूनिक टीम इवेंट है। मुंबई ने शुरुआत में ही तेजी दिखाते हुए 6-1 की बढ़त बना ली। हैदराबाद ने फाइनलिस्ट की तरह लड़ते हुए अपने आप को 5-8 तक वापस लाया और अपनी उम्मीदें बरकरार रखीं। लेकिन मुंबई स्मैशर्स अब तक आ चुके थे और पीछे हटने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने अपनी बढ़त को 17-11 तक बढ़ाया और फिर चैंपियनशिप को करीब देखते हुए हर एक्सचेंज पर कसाव बनाए रखा। आखिरकार 21-14 के स्कोर के साथ जीत का अंतिम प्वाइंट हासिल करके उन्होंने इतिहास की एक उल्लेखनीय वापसी को पूरा किया और जश्न मनाया।

टीम की इस सफलता के बाद व्यक्तिगत पुरस्कारों की घोषणा की गई। क्वांग डुओंग और पर्ल अमलसाडीवाला को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर्स ऑफ द टाई’ चुना गया। डुओंग के शानदार लीग प्रदर्शन को मेल एमवीपी और बेस्ट मेन्स सिंगल्स प्लेयर के अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। हैदराबाद के लिए मेगन फज के हीरोइक प्रयासों के लिए उन्हें फीमेल एमवीपी का खिताब दिया गया।

अन्य अवार्ड्स में रूस वैन रीक को बेस्ट वुमेन्स सिंगल्स प्लेयर चुना गया, जो लीग स्टेज में अपराजित रही थीं। बेस्ट डबल्स प्लेयर का खिताब हर्ष मेहता (मेन्स) और मुंबई की चैंपियन पर्ल अमलसाडीवाला (वुमेन्स) को मिला, जिसने उनकी शानदार शाम को पूरा किया।

मुंबई स्मैशर्स के लिए, नीचे से शीर्ष तक का सफर अब पूरा हो चुका है। उनकी यह जीत केवल एक खिताब से कहीं अधिक है, यह लचीलेपन और संघर्ष का प्रमाण है, जिसने आईपीबीएल के पहले चैंपियन को वह नाम दिलाया, जिसके वह हकदार थे।

नेहा शर्मा

📞 फ़ोन: +91 9123456780 🎓 शिक्षा: पत्रकारिता और जनसंचार में डिप्लोमा – BHU 💼 अनुभव: 6 साल का रिपोर्टिंग और एडिटिंग अनुभव महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी ख़बरों की रिपोर्टिंग पहले ABP News और Jagran New Media के साथ जुड़ी रहीं ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर स्वास्थ्य और सामाजिक सुधार से जुड़ी रिपोर्टिंग करती हैं।