खलील अहमद ने छोड़ा एसेक्स का साथ, व्यक्तिगत कारणों से लौटे भारत
भारतीय गेंदबाज खलील अहमद ने इंग्लिश डोमेस्टिक टीम एसेक्स के साथ अपना अनुबंध समय से पहले खत्म कर दिया है। क्लब ने सोमवार को एक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की। अहमद 2025 सीजन तक के लिए काउंटी चैंपियनशिप और वन डे कप खेलने एसेक्स से जुड़े थे, लेकिन व्यक्तिगत वजहों से वह अब भारत लौट रहे हैं।
एसेक्स ने जारी किया बयान
क्लब के बयान में कहा गया, “एसेक्स क्रिकेट पुष्टि करता है कि खलील अहमद ने व्यक्तिगत कारणों से घर लौटने का फैसला किया है और उनका क्लब के साथ सफर यहीं खत्म हो रहा है। हालांकि उनके जाने से हम निराश हैं, लेकिन हम उनके फैसले का पूरा समर्थन करते हैं। उन्होंने जितने भी दिन हमारे साथ बिताए, उसके लिए हम आभारी हैं। एसेक्स क्रिकेट का हर सदस्य खलील के भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता है।”
बयान से साफ है कि क्लब ने अहमद के फैसले को लेकर कोई नाराजगी नहीं दिखाई। शायद यह फैसला अचानक लिया गया, क्योंकि अहमद को अभी कुछ हफ्ते पहले ही क्लब से जोड़ा गया था।
क्या थी खलील की भूमिका?
27 साल के इस लेफ्ट-आर्म पेसर ने एसेक्स के लिए अभी ज्यादा मौके नहीं पाए थे। वह इस सीजन में सिर्फ एक ही काउंटी चैंपियनशिप मैच खेल पाए थे, जहां उन्होंने 3 विकेट लिए। वन डे कप में उनकी भूमिका अभी शुरू भी नहीं हुई थी। ऐसे में उनका जाना टीम के लिए बड़ा झटका तो नहीं, लेकिन निश्चित तौर पर एक अच्छे विकल्प का नुकसान जरूर है।
भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद?
खलील अहमद ने भारत के लिए आखिरी बार 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला था। उन्होंने 11 वनडे और 14 टी20 मैचों में भारत की तरफ से प्रदर्शन किया। एसेक्स के साथ यह स्टिंट शायद उनके करियर को नई दिशा देने का मौका था। लेकिन अब जब वह अचानक वापस आ रहे हैं, तो सवाल उठना लाजमी है कि क्या यह फैसला उनके क्रिकेटिंग भविष्य को लेकर है?
कुछ सूत्रों का कहना है कि खलील घरेलू क्रिकेट पर फोकस करना चाहते हैं। हो सकता है, वह रणजी ट्रॉफी या आईपीएल की तैयारी में जुट जाएं। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने इस साल आईपील में दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से अच्छा प्रदर्शन किया था। 11 मैचों में 14 विकेट लेकर उन्होंने ध्यान खींचा था।
क्या है आगे का रास्ता?
अभी तक खलील या बीसीसीआई की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है। एसेक्स ने जिस तरह ‘व्यक्तिगत कारणों’ की बात की है, उससे लगता है कि यह कोई गंभीर मामला हो सकता है। क्रिकेटर्स अक्सर मानसिक स्वास्थ्य या पारिवारिक जरूरतों के चलते ऐसे फैसले लेते हैं। हो सकता है, कुछ समय बाद ही खलील इस बारे में खुलकर बात करें।
लेकिन एक बात साफ है – भारतीय क्रिकेट में गेंदबाजी के विकल्पों की कोई कमी नहीं है। ऐसे में खलील को अगर फिर से टीम में जगह बनानी है, तो उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। शायद यही वजह है कि वह विदेशी लीग की बजाय घरेलू क्रिकेट पर ध्यान देना चाहते हैं।
एसेक्स के लिए आगे की चुनौती
खलील के जाने से एसेक्स को अपनी गेंदबाजी यूनिट पर फिर से विचार करना होगा। इंग्लिश काउंटी सीजन में ओवरसीज प्लेयर्स की अहम भूमिका होती है। ऐसे में संभव है कि क्लब जल्द ही किसी और गेंदबाज को टीम में शामिल करे। हालांकि, इस मौसम में अच्छे ओवरसीज खिलाड़ियों की उपलब्धता एक चुनौती हो सकती है।
एसेक्स फिलहाल काउंटी चैंपियनशिप डिवीजन वन में मध्य स्थान पर है। टीम को उम्मीद थी कि खलील की गेंदबाजी से उन्हें कुछ मैचों में फायदा मिलेगा। लेकिन अब उन्हें अपने मौजूदा संसाधनों पर ही भरोसा करना होगा।