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भारतीय खिलाड़ियों की चर्चाओं ने बुलंद किया इंग्लैंड का जोश: लॉर्ड्स टेस्ट में हार की कहानी

लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की हार के पीछे सुंदर और रेड्डी का ‘ओवरकॉन्फिडेंस’?

पूर्व इंग्लैंड गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड और विकेटकीपर जॉस बटलर का मानना है कि भारतीय ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे और चौथे दिन मैदान पर जो रवैया दिखाया, वही उनके लिए मुसीबत बन गया। भारत को आखिरकार 22 रन से हार का सामना करना पड़ा, और शायद यह हार सिर्फ गेंदबाजी या बल्लेबाजी की कमी नहीं, बल्कि मानसिक गलतियों की वजह से भी थी।

सुंदर का ‘लंच तक जीत’ का दावा

चौथे दिन के खेल के बाद वाशिंगटन सुंदर ने स्काई स्पोर्ट्स को बताया था, “भारत निश्चित रूप से जीतेगा, शायद लंच तक…” उन्होंने आगे कहा, “हमारी स्थिति अच्छी है और हम आक्रामक तरीके से खेलेंगे। ड्रेसिंग रूम में कुछ ठोस बल्लेबाज बचे हैं।”

लेकिन ये शब्द उन पर भारी पड़ गए। पांचवें दिन इंग्लैंड के गेंदबाजों, खासकर जोफ्रा आर्चर और कप्तान बेन स्टोक्स ने भारतीय बल्लेबाजों को घेर लिया। सुंदर खुद जीरो पर आउट हो गए, जब आर्चर ने अपनी ही गेंद पर शानदार कैच लपका।

बटलर का कहना: ‘यह आत्मविश्वास या अति-आत्मविश्वास?’

बटलर ने ‘फॉर द लव ऑफ क्रिकेट’ पॉडकास्ट में कहा, “जब सुंदर बल्लेबाजी के लिए आए, तो ब्रेंडन मैकुलम (इंग्लैंड कोच) बालकनी से सभी को उन पर जोर देने के लिए कह रहे थे। यह वही खिलाड़ी था जो मीडिया में बातें कर रहा था।”

उन्होंने आगे कहा, “शायद उन्होंने अपने शब्द गलत तरीके से चुने। उम्मीद है कि हम जीतेंगे—यह कहना एक बात है, लेकिन ‘हम जीतेंगे ही’ कहना दूसरी बात। इंग्लैंड के ड्रेसिंग रूम में कोई भाषण देने की जरूरत नहीं थी, बस उनका इंटरव्यू चला दो, और सभी खिलाड़ी आपसे जीतने के लिए तैयार हो जाते।”

नितीश रेड्डी पर आर्चर का ‘आग के साथ आग’ वाला रवैया

स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि नितीश कुमार रेड्डी को इंग्लैंड के गेंदबाजों, खासकर जोफ्रा आर्चर के सामने कड़ी परीक्षा देनी पड़ी। भारत जब 82 रन पर 7 विकेट खो चुका था, तब रेड्डी ने बल्लेबाजी शुरू की।

ब्रॉड के मुताबिक, तीसरे दिन ज़ैक क्रॉली और बेन डकेट के साथ हुई एक छोटी सी बहस के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ी रेड्डी को निशाना बनाने पर आमादा हो गए थे। ब्रॉड ने कहा, “जोफ्रा ने अपनी सबसे तेज गेंदबाजी की। उन्होंने कहा कि यह टीम की योजना थी—’अगर उन्होंने (भारत) हमें चुनौती दी है, तो हमें आग के साथ आग का जवाब देना होगा।'”

क्या भारत को सबक मिला?

यह मैच भारत के लिए एक बड़ा सबक लेकर आया है। आत्मविश्वास जरूरी है, लेकिन अति-आत्मविश्वास खतरनाक हो सकता है। सुंदर के बयान और रेड्डी की स्लिप्स में चुभती टिप्पणियों ने इंग्लैंड को और भड़का दिया। क्रिकेट में मैदान पर बातचीत का भी अपना असर होता है, और शायद इस बार भारत को इसकी कीमत चुकानी पड़ी।

अब देखना यह है कि भारतीय टीम इस हार से क्या सीखती है। क्योंकि लॉर्ड्स में हार सिर्फ 22 रन की नहीं थी—यह मानसिक लड़ाई में पिछड़ जाने की हार भी थी।

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।