दुलीप ट्रॉफी से शुरू होगा भारत का घरेलू क्रिकेट सीजन
भारतीय घरेलू क्रिकेट का 2025-26 का सीजन अगस्त के अंत में दुलीप ट्रॉफी के साथ शुरू होगा। यह टूर्नामेंट टेस्ट सीजन से पहले तैयारी का एक अहम मौका माना जाता है। इस बार टूर्नामेंट अपने पुराने जोनल फॉर्मेट में वापस लौट रहा है। पिछले साल इसे चार टीमों के फॉर्मेट में खेला गया था, जहां टीमों का चयन सीधे राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने किया था। लेकिन अब फिर से जोनल सिलेक्शन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
क्वार्टर फाइनल से होगी शुरुआत
पिछले सीजन में कोई नॉकआउट मैच नहीं हुए थे, लेकिन इस बार टूर्नामेंट की शुरुआत क्वार्टर फाइनल से होगी। नॉर्थ जोन और ईस्ट जोन के बीच एक मैच होगा, वहीं सेंट्रल जोन और नॉर्थ ईस्ट जोन आमने-सामने होंगे। 2023 के जोनल संस्करण के फाइनलिस्ट – साउथ जोन और वेस्ट जोन – को सीधे सेमीफाइनल में जगह मिल चुकी है। शायद यह फैसला पिछले प्रदर्शन को ध्यान में रखकर लिया गया है।
जोनल फॉर्मेट की वापसी का मतलब
जोनल फॉर्मेट की वापसी से क्रिकेट प्रेमियों को थोड़ी राहत मिल सकती है। इससे पहले, टीमों के सीधे चयन को लेकर कुछ बहस भी हुई थी। कई लोगों का मानना था कि जोनल सिलेक्शन प्रक्रिया में क्षेत्रीय प्रतिभाओं को बेहतर मौका मिलता है। वहीं, दूसरी तरफ, सीधे चयन में कुछ खिलाड़ियों को लेकर पक्षपात के आरोप भी लगे थे। अब देखना होगा कि इस बार का फॉर्मेट कैसा प्रदर्शन देखने को मिलता है।
टेस्ट क्रिकेट की तैयारी में अहम भूमिका
दुलीप ट्रॉफी को भारत के लंबे टेस्ट सीजन की तैयारी के तौर पर देखा जाता है। यह टूर्नामेंट न केवल युवा प्रतिभाओं के लिए एक मंच है, बल्कि इससे राष्ट्रीय टीम के चयनकर्ताओं को भी फॉर्म का आकलन करने का मौका मिलता है। पिछले कुछ सालों में इस टूर्नामेंट से कई खिलाड़ी भारतीय टीम तक पहुंचे हैं। तो इस बार भी उम्मीद की जा सकती है कि कुछ नए चेहरे अपनी प्रतिभा दिखाएंगे।
पिछले सीजन से अलग होगा इस बार का फॉर्मेट
पिछले साल के फॉर्मेट में सिर्फ चार टीमें थीं, और कोई नॉकआउट मैच नहीं हुआ था। लेकिन इस बार क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल की व्यवस्था होगी। इससे टूर्नामेंट और भी रोमांचक हो सकता है। और जो टीमें सीधे सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं, उनके लिए भी चुनौती बड़ी होगी क्योंकि उन्हें बिना मैच प्रैक्टिस के ही बड़े मुकाबले खेलने होंगे।
क्या होगा अगला कदम?
दुलीप ट्रॉफी के बाद भारत का घरेलू सीजन और भी रफ्तार पकड़ेगा। इसके बाद रणजी ट्रॉफी और दूसरे टूर्नामेंट्स की शुरुआत होगी। लेकिन फिलहाल सभी की नजरें दुलीप ट्रॉफी पर होंगी। क्योंकि यह न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए, बल्कि चयनकर्ताओं के लिए भी एक अहम मौका होता है। मुमकिन है कि इस सीजन में भी हमें कुछ नए नाम देखने को मिलें, जो आगे चलकर भारतीय क्रिकेट का हिस्सा बन सकते हैं।