नई दिल्ली, 5 नवंबर 2025: देश की महिला क्रिकेट टीम ने 2 नवंबर 2025 को 2025 ICC Women’s Cricket World Cup के फाइनल में India women’s cricket team ने South Africa women’s cricket team को 52 रन से हराकर पहली बार खिताब अपने नाम किया। इस जीत ने न सिर्फ क्रिकेट में बल्कि महिलाओं के खेल-संघर्ष में भी नए अध्याय की ओर इशारा किया है।
मुख्य बातें
- भारत ने फाइनल में 298/7 का स्कोर बनाया और दक्षिण अफ्रीका को 246 पर समेट दिया।
- Shafali Verma ने 87 रन की धमाकेदार पारी के साथ दो विकेट भी लिए, जबकि Deepti Sharma ने 58 रन बनाये और पांच विकेट लिए; उन्हें ‘प्लेयर-ऑफ-द-टूर्नामेंट’ का पुरस्कार मिला।
- Narendra Modi सहित खेल जगत व राजनीति ने इस विजय को राष्ट्रीय संघर्ष और महिला सशक्तिकरण के दृष्टिकोण से एक “मील का पत्थर” कहा है।
- इस जीत के बाद Board of Control for Cricket in India (BCCI) ने भारत की टीम को करीब 51 करोड़ रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की, जो महिला क्रिकेट इतिहास में अभूतपूर्व है।
- इस सफलता ने छोटे-छोटे कस्बों व गांवों में भी यह संदेश भेजा कि महिला खिलाड़ी अब घर-घर में प्रेरणा बन सकती हैं – जैसा कि पूर्व खिलाड़ी Anuja Patil ने कहा है।
क्या हुआ
फाइनल मुकाबला 2 नवंबर 2025 को DY Patil Stadium, नवी मुंबई में हुआ था जहाँ भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। टीम ने 50-ओवर में 298/7 का सम्मानजनक स्कोर बनाया।
दक्षिण अफ्रीका की पारी की शुरुआत धीमी रही, और भारत ने मध्य ओवरों में अच्छी प्रगति की। Deepti Sharma की घातक गेंदबाजी ने विपक्षी टीम को 246/- पर समेटने में मदद की। भारत की 52 रन की जीत ने उन्हें पहली बार महिला ODI वर्ल्ड कप खिताब दिलाया।
प्रमुख तथ्य / डेटा
- भारत ने अपनी पहली महिला वर्ल्ड कप फाइनल जीत हासिल की है-पहले 2005 और 2017 में सिर्फ फाइनल तक पहुँच पाया था।
- टूर्नामेंट में Deepti Sharma ने 22 विकेट और 215 रन के साथ ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ चुनी गईं।
- टीम ने लीग चरण में तीन लगातार मैच हारने के बाद कमबैक किया, सेमी-फाइनल में Australia women’s cricket team को रिकॉर्ड तरीके से मात दी थी।
प्रतिक्रियाएँ
कप्तान Harmanpreet Kaur ने कहा, “हम वर्षों से ये पल चाह रहे थे-आज वो आया है।” प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया: “इतिहासिक जीत, प्रेरणा की जीत।” पूर्व खिलाड़ी Anuja Patil ने कहा कि इस जीत से ग्रामीण भारत की युवतियों को भी भरोसा मिलेगा कि क्रिकेट सिर्फ पुरुषों का क्षेत्र नहीं है।
वर्तमान स्थिति / अगला कदम
भारत की महिला टीम अब घरेलू व लीग स्तर पर अधिक अपील बना लेगी। BCCI ने पुरुषों-महिलाओं में समान वेतन नीति को और अधिक गति देने का संकेत दिया है। राज्य-स्तर पर जैसे भुवनेश्वर की क्रिकेटing इकाइयों ने कहा है कि इस जीत से नए क्रिकेटरों को प्रेरणा मिलेगी। अगले तीन-चार महीनों में महिला क्रिकेट की मीडिया कवरेज व संसाधनों में वृद्धि देखी जा सकती है।
संदर्भ / पृष्ठ-भूमि
यह जीत महिला क्रिकेट के लिए सिर्फ एक खिताब नहीं बल्कि समाज-स्तर पर बदलाव का प्रतीक है। भारत में महिला खेलों पर वर्षों से संसाधन, मीडिया कवरेज व मान्यता कम रही थी। इस प्रयास का परिणाम अब सामने आया है। साथ ही, 1983 में पुरुषों की वर्ल्ड कप जीत की तरह (1983 Cricket World Cup) यह भी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन सकती है—जैसा क्रिकेट विशेषज्ञों ने माना है।
क्यों यह खबर मायने रखती है
- यह जीत भारत में महिला क्रिकेट को मुख्यधारा में लाती है।
- इससे वैश्विक महिला क्रिकेट के परिदृश्य में भारत की स्थिति मजबूत होगी।
- इसके सामाजिक-सांस्कृतिक प्रभाव हैं: खेल में महिलाओं की भागीदारी व मान्यता बढ़ेगी।
- अगले टूर्नामेंट व लीगों (जैसे महिला आईपीएल-प्रकार प्रतियोगिताएं) में निवेश व दर्शक-रोमांच बढ़ने की संभावना है।
स्रोत:indianexpress, timesofindia






