नई दिल्लि, 3 नवंबर 2025: भारत की महिला टीम ने ICC Women’s Cricket World Cup 2025 में इतिहास रचते हुए पहली बार खिताब अपने नाम किया और अब बोर्ड ने इस उपलब्धि को 51 करोड़ रुपये के नगद पुरस्कार के साथ सम्मानित किया है। यह फैसला महिला क्रिकेट में एक नया मील का पत्थर साबित हो सकता है।
मुख्य बातें
- BCCI ने खिताब विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम, कोचिंग एवं सपोर्ट स्टाफ के लिए कुल 51 करोड़ रुपये इनाम राशि घोषित की।
- यह राशि पूरी तरह BCCI द्वारा दी जा रही है, ICC की विजेता इनामी राशि से अलग।
- टीम ने फाइनल में South Africa women’s cricket team को 52 रन से मात दी थी, स्थानीय मैदान पर (नवी मुंबई) पहला खिताब जीतते हुए।
- महिलाओं की क्रिकेट में यह अत्यंत महत्व का संकेत है कि पुरस्कार राशि इतनी बड़ी हो रही है और खेल को लेकर दृष्टिकोण बदल रहा है।
क्या हुआ
नवी मुंबई के DY Patil Stadium में 2 नवंबर 2025 को हुए फाइनल मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर ओड़ी मैचों के प्रारूप में अपना पहला विश्व-कप खिताब दर्ज किया। इसके तुरंत बाद, 3 नवंबर को BCCI ने इस जीत को सम्मानित करने के लिए 51 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की।
प्रमुख तथ्य / डेटा
- इनाम राशि में खिलाड़ियों, कोचिंग स्टाफ, चयनकर्ताओं एवं सपोर्ट स्टाफ सभी शामिल हैं।
- यह राशि ICC द्वारा जारी किया गया विजेता इनाम से ऊपर है और पूरी तरह BCCI का निजी बोनस है।
- महिला वर्ल्ड-कप 2025 में पुरस्कार राशि में बहुत बड़ा इज़ाफ़ा हुआ है; ICC ने इस संस्करण में विजेता को USD 4.48 मिलियन देने की घोषणा की थी।
- इस प्रकार यह महिला क्रिकेट में पुरस्कार और सम्मान दोनों-ही स्तर पर एक नया चरण है।
प्रतिक्रियाएँ
BCCI सचिव Devajit Saikia ने कहा, “यह टीम-इंडिया की उपलब्धि है, जिन्होंने 2005 व 2017 के विश्व-कप फाइनल में हार के बाद इस दिन का इंतजार किया था। कई महान खिलाड़ियों एवं पूर्व भारतीय कप्तानों ने सोशल मीडिया पर इस घोषणा की सराहना की है। इसके अलावा, इस जीत के बाद महिला क्रिकेट-प्रेरित मंच एवं ब्रांडिंग को लेकर नई उम्मीदें बंधी हैं।
वर्तमान स्थिति / आगे क्या होगा
हालाँकि इनाम राशि की घोषणा हो गई है, लेकिन एक विजय जुलूस या रोड शो की अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है; BCCI ने कहा है कि अभी इस पर विचार किया जा रहा है। अब इस महिला टीम पर यह जिम्मेदारी बढ़ गई है कि वह आने वाले वर्षों में इस खिताब को बनाए रखे-टीम चयन, घरेलू आधार और संसाधन अब और अधिक केंद्र में होंगे।
प्रासंगिकता / पृष्ठभूमि
यह फैसला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि महिला क्रिकेट लंबे समय से संसाधन-वित्त पोषण के मामले में पुरुष क्रिकेट से पीछे रहा है। इस तरह की बड़ी इनामी राशि से यह संकेत मिलता है कि अब महिला क्रिकेट को समान मंच पर लाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इससे युवा प्रतिभाएं क्रिकेट को व्यवसाय के रूप में चुनने के लिए प्रेरित हो सकती हैं। इसके अलावा, यह जीत भारत में महिला-क्रीड़ा के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव को भी बढ़ा सकती है-न सिर्फ खेल-प्रशिक्षण बल्कि ब्रांडिंग, प्रायोजन और मीडिया कवरेज के स्तर पर भी।
इस उपलब्धि ने कई पुराने रूढ़िवादी धारणाओं को चुनौती दी है कि महिला क्रिकेट में निवेश से अपेक्षित परिणाम नहीं मिलते। ठीक इसके उलट, इस तरह का पुरस्कार यह स्पष्ट करता है कि निवेश और मौके दोनो मिलें तो प्रतिभाएं चमक सकती हैं। साथ ही, यह हिंदी समाचार-पाठकों के लिए यह संदेश है कि खेल सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन का माध्यम भी बन सकता है।
स्रोत: Indianexpress, timesofindia






