लंदन में बारिश का खतरा, भारत के लिए मुश्किलें बढ़ीं
शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से पिछड़ चुकी है। लंदन के ओवल स्टेडियम में खेले जा रहे आखिरी मैच में जीत दर्ज कर टीम इंडिया सीरीज को बराबरी पर लाना चाहेगी। लेकिन मौसम और पिच—दोनों ही अभी तक मेहमान टीम के मुताबिक नहीं दिख रहे।
2025 की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का भविष्य भी इस मैच के नतीजे पर टिका है। और शायद यही वजह है कि दोनों टीमों के बीच जंग और भी ज्यादा जोशीली हो गई है।
पहले दिन सिर्फ 64 ओवर ही संभव
बारिश की वजह से पहले दिन का खेल देरी से शुरू हुआ। हालांकि, समय बढ़ाया गया, लेकिन फिर भी सिर्फ 64 ओवर ही खेले जा सके। लंदन में गुरुवार को लगातार घटाटोप मौसम रहा, और पांचवीं बार टॉस हारने के बाद भारत को इंग्लैंड की गेंदबाजी के सामने संघर्ष करना पड़ा।
हालांकि, बल्लेबाजों ने जमकर मुकाबला किया, लेकिन टॉप ऑर्डर के छह विकेट गंवाकर टीम मुश्किल से 200 रन तक पहुँच पाई। अब दूसरे दिन का खेल कैसा रहेगा, यह सवाल सभी के जहन में है।
दूसरे दिन मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, शुक्रवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे। हालांकि, बारिश का खतरा कम है, लेकिन नमी और ठंडी हवाएं गेंदबाजों को मदद कर सकती हैं। ओवल की पिच पहले से ही हरी-भरी है, और अगर सूरज नहीं निकलता, तो यह स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो जाएगी।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों—जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड और मार्क वुड—ने पहले ही दिन भारतीय बल्लेबाजों को घेर रखा था। अगर दूसरे दिन भी ऐसी ही स्थिति बनी रही, तो भारत के लिए बड़ा स्कोर बनाना आसान नहीं होगा।
भारत की बल्लेबाजी पर सवाल
पहली पारी में टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने संघर्ष तो किया, लेकिन वे लंबी पारियां नहीं खेल पाए। शुभमन गिल (38) और ऋषभ पंत (27) ने कुछ अच्छे शॉट्स जरूर दिखाए, लेकिन वे इंग्लैंड की गेंदबाजी के आगे टिक नहीं पाए। विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी बड़ा स्कोर नहीं बना सके।
अब टीम की निचली क्रम पर निर्भरता बढ़ गई है। रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर जैसे ऑलराउंडर्स को न सिर्फ विकेट बचाने होंगे, बल्कि स्कोर को 250-275 के पार ले जाने की कोशिश भी करनी होगी।
क्या भारतीय गेंदबाजी कर पाएगी कमाल?
अगर भारत पहली पारी में 250 तक पहुँच जाता है, तो यह मैच बराबरी की स्थिति में आ सकता है। लेकिन उसके बाद भारतीय गेंदबाजों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाएगी। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज को इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर शुरुआत से ही दबाव बनाना होगा।
इंग्लैंड की टीम में जो रूट, जॉनी बेयरस्टो और बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ी शामिल हैं, जो किसी भी स्थिति में मैच पलट सकते हैं। ऐसे में भारतीय गेंदबाजों को लाइन-लेंथ पर कंट्रोल बनाए रखना होगा।
क्या सीरीज बराबरी पर आ सकती है?
अगर भारत यह मैच जीत लेता है, तो सीरीज 2-2 से ड्रॉ हो जाएगी। यह नतीजा टीम के मनोबल के लिए अच्छा होगा, खासकर जब विदेशी धरती पर इतनी कड़ी टक्कर दी गई हो। लेकिन इसके लिए भारत को पहले दोनों पारियों में संयम और आक्रामकता का सही संतुलन बनाना होगा।
मुमकिन है कि आज का दिन इस मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हो। क्योंकि अगर भारत पहली पारी में अच्छा स्कोर बना लेता है, तो दबाव इंग्लैंड पर आ जाएगा। लेकिन अगर टीम जल्दी ढेर हो गई, तो फिर मैच से बाहर होना मुश्किल हो जाएगा।
फिलहाल, सभी की निगाहें आसमान और पिच पर टिकी हैं। क्या भारत इस बार इतिहास रच पाएगा? या फिर इंग्लैंड एक बार फिर अपने घर में जीत दर्ज करेगा? जवाब जल्द ही मिलेगा।