भारत ने अमेरिका से तेल आयात में 270% की बढ़ोतरी की
पिछले कुछ सालों में भारत ने अपने कच्चे तेल के आयात स्रोतों को विविध बनाने की कोशिश की है। और अब इस रणनीति का एक बड़ा उदाहरण सामने आया है। जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच भारत ने अमेरिका से कच्चे तेल का आयात पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 270% से ज्यादा बढ़ा दिया है। ये आंकड़े डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ कमर्शियल इंटेलिजेंस एंड स्टैटिस्टिक्स (DGCIS) के मुताबिक हैं।
आंकड़ों में क्या कहानी है?
इस साल की पहली चार महीनों में भारत ने अमेरिका से 6.31 मिलियन टन कच्चा तेल आयात किया। पिछले साल यह आंकड़ा सिर्फ 1.69 मिलियन टन था। मतलब साफ है – भारत के कुल तेल आयात में अमेरिका की हिस्सेदारी 2% से बढ़कर 7% हो गई है।
और अगर कीमतों की बात करें तो यह उछाल और भी दिलचस्प है। जनवरी-अप्रैल 2025 में अमेरिकी तेल आयात का मूल्य 3.78 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल के 1 अरब डॉलर के मुकाबले काफी ज्यादा है। हालांकि, यहां यह समझना जरूरी है कि तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी इन आंकड़ों पर असर डालता है।
व्यापार समझौते की भूमिका
ये बदलाव सिर्फ संयोग नहीं है। भारत और अमेरिका के बीच 9 जुलाई तक एक अंतरिम व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है। शायद इसी वजह से भारत ने अमेरिका से आयात बढ़ाने की रणनीति अपनाई है। दरअसल, अमेरिका को भारत के साथ बढ़ते व्यापार घाटे की चिंता है।
आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल में भारत के कुल आयात में सिर्फ 19% की बढ़ोतरी हुई, लेकिन अमेरिका से आय