नई दिल्ली: कृषि उत्पादों का निर्यात करने वाली बीएसई सूचीबद्ध कंपनी IFL एंटरप्राइजेज को सिंगापुर की कंपनी Uniqube Global Managed Services से बड़ी पूंजी मिलने वाली है। कंपनी के बोर्ड ने यूनिक्यूब ग्लोबल को 2 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 12 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी बेचने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
कंपनी की ओर से एक्सचेंज फाइलिंग में बताया गया कि यह निवेश प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) या राइट्स इश्यू के जरिए किया जा सकता है, जो भी नियामकीय दिशानिर्देशों के अनुरूप और दोनों पक्षों के लिए उपयुक्त होगा।
कंपनी जल्द ही RBI (फेमा गाइडलाइंस के तहत), SEBI (ICDR और SAST रेगुलेशन के तहत) और अन्य सभी नियामक प्राधिकरणों से अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। इस प्रक्रिया के लिए विशेषज्ञ सलाहकार और लीगल एक्सपर्ट्स नियुक्त किए जाएंगे, ताकि पूरा ट्रांजैक्शन पारदर्शी और नियमों के अनुसार पूरा हो सके।
क्या होगा इस निवेश से फायदा?
यह रणनीतिक निवेश कंपनी को विकास में मदद करेगा, संस्थागत निवेश को बढ़ावा देगा और दीर्घकालिक वैल्यू क्रिएशन में योगदान देगा।
📊 वित्तीय प्रदर्शन और निवेशकों की दिलचस्पी
Q1FY26 में IFL एंटरप्राइजेज की ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹33.41 करोड़ रही, जो पिछले साल की समान अवधि ₹15.29 करोड़ से 118.5% अधिक है। जून 2025 में कंपनी को ₹49.14 करोड़ का राइट्स इश्यू लाने की अनुमति मिली थी, जिसमें 1 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 49.14 करोड़ इक्विटी शेयर जारी किए गए।
यह इश्यू 60:91 के अनुपात में पेश किया गया था और 13 जून 2025 को रिकॉर्ड डेट के आधार पर पात्र शेयरधारकों को ऑफर किया गया। यह इश्यू 9 जुलाई 2025 को बीएसई पर सूचीबद्ध हुआ और यह 1.03 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ।
🌍 विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी
चार प्रमुख फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPIs) ने भी IFL में कुल 16.08% हिस्सेदारी खरीदी है। इनमें Minerva Venture Fund, Nautilus Private Capital Ltd, Al Maha Investment Fund PCC – ONYX Strategy, और Nova Global Opportunities Fund PCC – Touchstone शामिल हैं, जिन्होंने प्रत्येक ने 4.02% हिस्सेदारी खरीदी है।
🏢 कंपनी प्रोफाइल
2009 में स्थापित, IFL Enterprises मुख्य रूप से कृषि उत्पादों के व्यापार, आयात-निर्यात, ऑर्गेनिक और हर्बल प्रोडक्ट्स, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग और वेयरहाउसिंग में कार्यरत है। इसके अलावा, कंपनी शेयर, स्टॉक्स और बॉन्ड्स जैसे वित्तीय साधनों के व्यापार में भी शामिल है।