सईद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सोमवार को एक अहम मुकाबले में त्रिपुरा ने कर्नाटक को हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम के ग्राउंड ‘बी’ पर खेले गए इस मैच में त्रिपुरा ने सुपर ओवर में जीत हासिल की। टूर्नामेंट के सबसे सफल टीमों में से एक कर्नाटक के खिलाफ यह जीत त्रिपुरा के लिए ऐतिहासिक रही।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने वाली कर्नाटक ने 20 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 197 रन बनाए। ओपनर बीआर शरथ ने 20 गेंदों में 44 रन की तेज पारी खेली। कप्तान मयंक अग्रवाल के साथ उन्होंने 34 गेंदों में 57 रन की साझेदारी की। इससे टीम को मजबूत शुरुआत मिली और कर्नाटक एक बड़े स्कोर तक पहुंची।
त्रिपुरा ने जवाब में बिना किसी हिचकिचाहट के पारी की शुरुआत की। हनुमा विहारी और श्रीदम पॉल ने शुरुआती विकेट के लिए 65 रन जोड़े। अनुभवी विजय शंकर के कम रन बनाकर आउट होने के बावजूद त्रिपुरा का पीछा जारी रहा। इसके बाद कप्तान मणिशंकर मुरासिंघ ने अहम पारी खेली।
मुरासिंघ ने 35 गेंदों में 69 रन बनाए। उनकी आक्रामक पारी ने त्रिपुरा को मैच में बनाए रखा। आखिरी गेंद पर टीम को जीत के लिए दो रन चाहिए थे और स्कोर बराबर था। इस दौरान मुरासिंघ दूसरा रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए। मैच 197 रन पर बराबर हो गया और नतीजा सुपर ओवर पर निर्भर रहा।
सुपर ओवर में श्रीदम पॉल ने चार गेंदों का सामना करते हुए 16 रन बनाए। मुरासिंघ के साथ मिलकर उन्होंने त्रिपुरा को 22 रन का स्कोर खड़ा करने में मदद की। इसके बाद कर्नाटक को जीत के लिए 23 रन का लक्ष्य मिला।
सुपर ओवर में गेंदबाजी की जिम्मेदारी कप्तान मुरासिंघ को मिली। उन्होंने पहली ही गेंद पर स्मरन रविचंद्रन को शून्य रन पर आउट कर दिया। इसके बाद अभिनव मनोहर और मैकनील हेडली नोरोन्या पांच गेंदों में केवल 18 रन ही बना सके। इसके साथ ही त्रिपुरा ने मैच पर विजय हासिल कर ली।
त्रिपुरा के लिए यह जीत दो अंकों से कहीं अधिक महत्व रखती है। अक्सर एक छोटी टीम के रूप में देखे जाने वाले त्रिपुरा ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी बढ़ती क्षमता का प्रदर्शन किया है। दूसरी ओर, घरेलू क्रिकेट में मजबूत इतिहास रखने वाली कर्नाटक के लिए यह हार एक चुनौतीपूर्ण परिणाम है।
इस मैच के परिणाम से ग्रुप सी का पूरा समीकरण खुला हुआ है। त्रिपुरा अब इस जीत से मिले आत्मविश्वास के साथ आगे के मैचों की तैयारी करेगी। कर्नाटक को अगले मुकाबलों के लिए शीघ्र ही अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा। सईद मुश्ताक अली ट्रॉफी का यह मुकाबला टी20 क्रिकेट के अनिश्चित और रोमांचक स्वरूप को दर्शाता है।






