भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने सईद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार वापसी की है। मंगलवार को हैदराबाद में पंजाब के खिलाफ मैच में उन्होंने नाबाद 77 रन की पारी खेलकर बड़ोदा को सात विकेट से जीत दिलाई। यह उनका सितंबर के बाद पहला मैच था। बड़ोदा ने पंजाब के 222 रन के लक्ष्य का सफल पीछा करते हुए 223 रन बनाए। यह टूर्नामेंट के इतिहास में तीसरा सबसे बड़ा सफल रन पीछा है।
ग्रुप स्टेज का यह महत्वपूर्ण मुकाबला हार्दिक पंड्या के अनुभव और पंजाब के युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा के बीच था। राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में दर्शकों को आकर्षक क्रिकेट देखने को मिला। पिछले मैच में शतक जमा चुके अभिषेक शर्मा ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी जारी रखी। उन्होंने केवल 18 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। उनकी इस पारी में पांच चौके और चार छक्के शामिल थे, जिससे पंजाब को तेज शुरुआत मिली। अनमोलप्रीत सिंह ने भी 32 गेंदों में 69 रन की तेज पारी खेलकर उनका साथ दिया। हैदराबाद मैदान से उनकी परिचिती स्पष्ट दिखाई दी। इन पारियों की बदौलत पंजाब ने 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 222 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया।
बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी बड़ोदा को विशेष प्रयास की जरूरत थी। ओपनर विष्णु सोलंकी और शाश्वत रावत ने 66 रन की साझेदारी से टीम को ठोस शुरुआत दिलाई। लेकिन मैच का पासा तब पलटा जब हार्दिक पंड्या क्रीज पर आए। इसके बाद नियंत्रित आक्रामकता का एक उदाहरण देखने को मिला। पंड्या ने शिवालिक शर्मा के साथ मिलकर महज 60 गेंदों में 101 रन की निर्णायक साझेदारी की। इस जोड़ी ने बड़ोदा को मुकाबले में बनाए रखा और रन रेट पर काबू रखा।
आखिरी ओवर में मैच का तनाव चरम पर था। बड़ोदा को 9 गेंदों में 13 रन चाहिए थे। इस समय हार्दिक पंड्या ने मैच अपने हाथ में ले लिया। उन्होंने लेफ्ट आर्म स्पिनर हरप्रीत बरार की एक ही ओवर में लगातार तीन विशालकाय छक्के जड़ दिए। इससे जीत निश्चित प्रतीत होने लगी। अंत में जितेश शर्मा ने एक चौका लगाकर पांच गेंद शेष रहते बड़ोदा की जीत पक्की कर दी। पंड्या की 42 गेंदों की इस पारी में सात चौके और चार छक्के शामिल थे। यह गणितीय जोखिम और कच्ची ताकत का मिश्रण थी। पंजाब की पारी के दौरान उन्होंने एक विकेट भी लिया, हालांकि उनका गेंदबाजी आंकड़ा महंगा रहा।
यह पारी ग्रुप स्टेज के अंकों से कहीं अधिक महत्व रखती है। हार्दिक पंड्या चोट के बाद मैदान में लौटे हैं, जिसके कारण उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप फाइनल और ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर रहना पड़ा था। यह पारी उनकी मैच जीताने की क्षमता की याद दिलाने वाली है। आगामी व्यस्त सीजन से पहले यह भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए समय रहते बढ़ावा भी है।
हैदराबाद में हुए अन्य मैचों में हरियाणा ने सर्विसेज के खिलाफ शांत मुकाबले में 158 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए छह विकेट से जीत दर्ज की। अनकित कुमार के नाबाद 78 रन इस जीत में अहम रहे। जिमखाना ग्राउंड में गुजरात के गेंदबाजों ने पुदुचेरी का स्कोर महज 83 रन तक सीमित कर दिया। जपाग्न्य भट्ट और रवि बिश्नोई ने तीन तीन विकेट लिए। गुजरात ने यह लक्ष्य सिर्फ नौ ओवर में हासिल कर लिया। पंजाब से हार का सदमा झेल रही बंगाल ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ मजबूत वापसी की। हिमाचल प्रदेश के 209 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बंगाल ने करण लाल के शानदार शतक की बदौलत पांच विकेट से जीत हासिल की। करण लाल ने अपना पहला टी20 शतक जमाया, जो 50 गेंदों में 113 रन की तेज पारी थी।
हालांकि, हैदराबाद का सारा ध्यान हार्दिक पंड्या पर केंद्रित रहा। एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ उच्च दबाव वाले पीछा में उन्होंने सिर्फ एक पारी ही नहीं खेली, बल्कि वापसी की एक कहानी लिखी। बड़ोदा के लिए यह दो अहम अंक हैं। भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक सिद्ध फिनिशर का स्वागत योग्य वापसी है, जो सही समय पर फॉर्म में लौटे और सीमाएं पार करते दिखे।






