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गूगल Gemini का “Nano Banana” क्रेज़: कैसे ordinary सेल्फी बनी 4K AI आर्टवर्क

30 सितम्बर 2025: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक नए AI ट्रेंड ने बूम मचा दिया है — Google Gemini का Nano Banana मोड। इस साथियों हैं कि लोग अपनी सामान्य सेल्फी को 4K रेट्रो-स्टाइल AI पोर्ट्रेट या 3D “फिग्यूरिन” (figurine) में बदल रहे हैं। भारत में यह प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है, और साथ ही इसकी लोकप्रियता के साथ प्राइवेसी व सुरक्षा को लेकर सवाल भी खड़े हो गए हैं।

क्या है Nano Banana?

  • Nano Banana, जिसे Gemini 2.5 Flash Image मॉडल भी कहा जाता है, एक उन्नत AI इमेज-जेनरेशन एवं एडिटिंग तकनीक है।
  • यह उपयोगकर्ताओं को अपनी सेल्फी या फोटो में विकास, पोशाक, पृष्ठभूमि और अन्य कला तत्वों को जोड़कर स्टाइलिश पोर्ट्रेट बनाने की सुविधा देता है।
  • भारत इस ट्रेंड का एक प्रमुख केंद्र बन गया है — Google ने बताया है कि Nano Banana लॉन्च के बाद Gemini ऐप को 10 मिलियन से अधिक नए उपयोगकर्ता मिले हैं।
  • भारत की भूमिका इतनी मजबूत हुई है कि रिपोर्ट के अनुसार भारत “Nano Banana” उपयोग में शीर्ष देशों में शामिल है।

भारत में खास ट्रेंड्स

  • Retro Saree पोर्ट्रेट्स: कई यूज़र्स अपनी सेल्फी को 90s बॉलीवुड शैली की साड़ी पोर्ट्रेट में बदल रहे हैं — गर्म रंग, नाजुक प्रकाश, फिल्मी ग्रेन टेक्सचर आदि।
  • 3D Figurines: लोगों की सेल्फी को छोटे “खे́लौने-मॉडल” (miniature figures) की तरह बनाने का ट्रेंड भी जोर पकड़ रहा है — स्टैंड, पैकेज बॉक्स और अच्छा लुक दे कर।
  • सेलिब्रिटी पोर्ट्रेट्स: यूज़र्स विराट कोहली, शाहरुख खान, एलन मस्क जैसी हस्तियों के साथ मिलीजुली AI पोर्ट्रेट बनाने के लिए भी प्रॉम्प्ट्स इस्तेमाल कर रहे हैं।
  • WhatsApp इंटीग्रेशन: Nano Banana अब WhatsApp चैटबॉट मोड में भी उपलब्ध है, जिससे लोग सीधे चैट में अपनी कला बना सकते हैं। The Times of India

सुरक्षा व गोपनीयता (Privacy & Safety)

  • Google का दावा है कि जो फोटो आप Nano Banana में अपलोड करते हैं, वे अपने सर्वर पर सुरक्षित रूप से संसाधित होते हैं और स्वचालित रूप से AI ट्रेनिंग में इस्तेमाल नहीं होते बिना अनुमति के।
  • Generated images में SynthID नामक एक अदृश्य डिजिटल वॉटरमार्क और मेटाडेटा टैग जुड़े होते हैं, ताकि उन्हें AI-जनित पहचाना जा सके।
  • विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि उपयोगकर्ताओं को व्यक्तिगत या संवेदनशील तस्वीरें साझा करते समय सतर्क होना चाहिए। बढ़ती हुई AI ट्रेंड्स के कारण डेटा दुरुपयोग, डिपफेक्स, और प्राइवेसी उल्लंघन जैसी चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं।
  • IPS अधिकारी V.C. Sajjanar ने विशेष रूप से चेतावनी दी है कि “Nano Banana क्रेज़” जैसी ट्रेंडिंग गतिविधियों में फेक वेबसाइटें और स्कैम बहुत अधिक हो सकते हैं, उपयोगकर्ताओं को अपने फ़ोटो और व्यक्तिगत जानकारी देने में सावधानी बरतनी चाहिए।

मुख्य बातें:

  • Google Gemini का Nano Banana मोड सेल्फी को 4K रेट्रो पोर्ट्रेट और 3D फिग्यूरिन में बदलने का नया ट्रेंड बना है।
  • भारत ने इस AI ट्रेंड की शुरुआत में बढ़-चढ़कर भाग लिया — Gemini ऐप को लाखों नए यूज़र्स मिले।
  • Retro साड़ी पोर्ट्रेट और सेलिब्रिटी AI जोड़कर पिक्चर बनाना वायरल हो रहा है।
  • सुरक्षा के लिए Google वॉटरमार्क और डेटा नियंत्रण फीचर्स लागू करता है।
  • लेकिन विशेषज्ञों का चेतावनी: निजी तस्वीरों का उपयोग सावधानी से करें, स्कैम और प्राइवेसी रिस्क बढ़ सकते हैं।
अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।