RCB के खिलाफ अक्षर पटेल की कप्तानी पर उठे सवाल, अनिल कुंबले ने भी जताई नाराजगी
आईपीएल 2025 में दिल्ली कैपिटल्स (DC) के कप्तान के तौर पर डेब्यू कर रहे अक्षर पटेल को अब तक उनकी समझदारी भरी कप्तानी के लिए काफी सराहा गया है। लेकिन रविवार रात रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ हुए रोमांचक मुकाबले में अक्षर के एक फैसले ने कई सवाल खड़े कर दिए। दिग्गज क्रिकेटर्स अनिल कुंबले, वसीम जाफर और संजय बांगड़ का मानना है कि अगर अक्षर ने डेथ ओवर्स में गेंदबाजों के चुनाव में थोड़ी और समझदारी दिखाई होती, तो नतीजा कुछ और हो सकता था।
आखिरी के दो ओवरों में रणनीति में चूक?
मैच के 17वें ओवर की शुरुआत में RCB को जीत के लिए 24 गेंदों में 38 रन चाहिए थे। पिच पर रन बनाना आसान नहीं था। ऐसे में मुकाबला कांटे का था। मुकेश कुमार ने 17वां ओवर फेंका और क्रुणाल पंड्या व विराट कोहली ने उनसे 12 रन बटोरे। फिर चमीरा ने 18वें ओवर में 9 रन दिए। मुकाबला फिसलता दिख रहा था लेकिन उम्मीद अब भी जिंदा थी।
फिर आया वह पल जिसने सब कुछ बदल दिया — 19वें ओवर में मुकेश कुमार ने टिम डेविड के हाथों 6, 4, 4, 4 खा लिए और मैच वहीं खत्म हो गया। दिलचस्प बात ये थी कि मिचेल स्टार्क के पास एक ओवर बचा था और विप्रज निगम ने पूरे मैच में सिर्फ एक ओवर डाला था।
अनिल कुंबले बोले- “अपने बेस्ट बॉलर को देना चाहिए था 19वां ओवर”
अनिल कुंबले ने ESPNcricinfo के ‘Time Out’ शो में कहा,
“जब आपके पास 17-18 रन बचाने होते हैं, तो आप 19वां ओवर अपने सबसे बेहतरीन गेंदबाज को देते हैं। मुझे हैरानी हुई कि अक्षर ने वह ओवर मुकेश को दे दिया और स्टार्क को नहीं। नतीजा शायद वही रहता, लेकिन इरादा गलत था।”
बांगड़ और जाफर ने भी दी प्रतिक्रिया
संजय बांगड़ ने कहा कि शायद राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हुए उस पुराने थ्रिलर का हैंगओवर था, जिसमें स्टार्क ने आखिरी ओवर में 9 रन बचाए थे।
“अक्षर को लगा होगा कि पिछले मैच में स्टार्क ने आखिरी ओवर में शानदार बचाव किया था, तो यहां मुकेश को ट्राई कर लेते हैं। पर सोचने का तरीका ही गलत था। आपका बेस्ट बॉलर स्टार्क था, उसे ही वो ओवर करना चाहिए था,” बांगड़ ने कहा।
वसीम जाफर ने भी माना कि अक्षर ने विप्रज निगम पर पूरा भरोसा नहीं दिखाया।
“विप्रज ने इस सीजन अच्छा प्रदर्शन किया है। अगर उसे दो-तीन ओवर और मिलते तो शायद हालात बदल सकते थे। खासकर अगर उस वक्त विकेट गिरती, तो टिम डेविड और रोमेरियो शेफर्ड जैसे विदेशी बल्लेबाज क्रीज पर होते, जिनके लिए रन बनाना मुश्किल होता।”
प्लेऑफ की दौड़ में DC अब भी बरकरार
दिल्ली के लिए राहत की बात ये रही कि इस हार के बावजूद उनकी प्लेऑफ की उम्मीदें जिंदा हैं। DC अभी 9 में से 6 मुकाबले जीतकर अंक तालिका में चौथे स्थान पर बना हुआ है।
आने वाले तीन मुकाबले कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR), सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और पंजाब किंग्स (PBKS) के खिलाफ हैं — तीनों ही टीमें इस समय टेबल के निचले हिस्से में हैं।
अगर दिल्ली यहां अच्छा प्रदर्शन करती है, तो मुंबई इंडियंस (MI) और गुजरात टाइटंस (GT) जैसे मजबूत प्रतिद्वंदियों के खिलाफ होने वाले अंतिम दो मैचों से पहले उन्हें काफी बढ़त मिल सकती है।
तो कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि भले ही एक फैसले से मैच हाथ से फिसल गया हो, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स की किस्मत अब भी उनके हाथों में है।