मुंबई के लिए गणेश चतुर्थी का त्योहार एक अलग ही उत्साह लेकर आता है। और इस बार भी शहर में जगह-जगह पंडाल सजे हैं, भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। लेकिन इस भीड़ के बीच कई बार बॉलीवुड के चेहरे भी दिख जाते हैं, जो सादगी के साथ आशीर्वाद लेने पहुँचते हैं।
ऐसा ही कुछ नज़ारा तब देखने को मिला जब आश्वर्या राय अपनी बेटी आराध्या बच्चन के साथ मुंबई के गौड़ सारस्वत ब्राह्मण (जीएसबी) समुदाय के गणेशोत्सव पंडाल में पहुँचीं। यह माँ-बेटी की जोड़ी अक्सर सुर्खियों में रहती है, लेकिन इस बार वे सिर्फ एक आम भक्त की तरह वहाँ मौजूद थीं।
भीड़ के बीच आश्वर्या का सुरक्षात्मक रवैया
जो वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें साफ देखा जा सकता है कि आश्वर्या ने आराध्या को बेहद सुरक्षित तरीके से संभाला हुआ था। पंडाल के अंदर जाने का रास्ता संकरा था और चारों तरफ लोगों की भीड़ थी। ऐसे में आश्वर्या ने आराध्या को अपने पास रखा और बार-बार यह सुनिश्चित किया कि कोई उनसे टकराए नहीं।
यह देखकर लगता है कि एक सेलिब्रिटी होने के बावजूद, उनकी पहली प्राथमिकता एक माँ की भूमिका निभाना है। शायद यही वजह है कि उन्होंने भीड़ के धक्के में अपनी बेटी को पूरी तरह से सुरक्षित रखा।
भक्तों के साथ सहजता से पेश आईं आश्वर्या
लेकिन सुरक्षा के साथ-साथ आश्वर्या ने अपने फैंस के प्रति प्यार भी दिखाया। वे लगातार मुस्कुरा रही थीं और लोगों का अभिवादन कर रही थीं। कुछ फैंस ने जब सेल्फी लेने की इच्छा जताई, तो उन्होंने इनकार नहीं किया। बल्कि, थोड़ा रुककर उन्होंने सेल्फी भी खिंचवाई।
यह बात ध्यान देने वाली है कि इतनी भीड़ और हड़बड़ी के बीच भी उन्होंने अपना संयम नहीं खोया। उनकी यही विनम्रता शायद उन्हें लोगों के बीच इतना पसंदीदा बनाती है।
आराध्या की शांत मौजूदगी
वहीं आराध्या बच्चन भी पूरे कार्यक्रम के दौरान quite शांत और शिष्ट नज़र आईं। वह अपनी माँ के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही थीं और पूजा-अर्चना में व्यस्त थीं। उन्होंने भीड़ की तरफ ज़्यादा ध्यान नहीं दिया और न ही किसी तरह की जल्दबाजी दिखाई।
ऐसा लग रहा था मानो वह इस पूरे माहौल की आदी हैं और जानती हैं कि public appearance के दौरान कैसे behave करना है। उनकी इस समझदारी पर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर तारीफ़ भी की।
सोशल मीडिया पर मची धूम
जैसे ही उनकी तस्वीरें और वीडियो ऑनलाइन viral हुए, फैंस ने इन्हें खूब शेयर किया। कई users ने लिखा कि आश्वर्या और आराध्या की जोड़ी बेहद खूबसूरत लग रही है। किसी ने आश्वर्या के parenting style की तारीफ़ की, तो किसी ने आराध्या की simplicity पर comment किया।
हालाँकि, कुछ लोगों ने यह भी कहा कि इतनी भीड़ में एक बच्चे को लेकर जाना थोड़ा risky हो सकता था। लेकिन overall reaction पॉजिटिव ही रहा।
त्योहार और सेलिब्रिटी कल्चर
मुमकिन है कि आश्वर्या का यह कदम सिर्फ धार्मिक न रहा हो। बॉलीवुड में अक्सर देखा गया है कि त्योहारों पर public appearance करना image building का एक हिस्सा बन गया है। लेकिन इसमें कोई बुराई नहीं है। अगर कोई सेलिब्रिटी सार्वजनिक रूप से त्योहार मना रहा है, तो इससे आम लोगों का भी उत्साह बढ़ता है।
तो कहा जा सकता है कि यह एक win-win situation है। फैंस को अपने स्टार्स के करीब जाने का मौका मिलता है और स्टार्स भी अपनी पहुँच का इस्तेमाल एक सकारात्मक तरीके से कर पाते हैं।
आखिर में
बात चाहे धर्म की हो या फैंस से जुड़ने की, आश्वर्या राय और आराध्या बच्चन का यह प्रकरण काफी साधारण और heartwarming रहा। उन्होंने न तो कोई show-off किया, न ही किसी तरह की घमंड दिखाई। बस एक माँ-बेटी की तरह भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने पहुँच गईं।
और शायद यही simplicity लोगों को सबसे ज़्यादा पसंद आती है। अब देखना यह है कि त्योहार के बाकी दिनों में और कौन से सेलिब्रिटीज़ दिखाई देते हैं और कैसे मनाते हैं यह खास मौका।