कॉमेडियन भारती सिंह ने पैसों के साथ अपने रिश्ते के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने कहा कि भले ही उन्होंने पिछले कुछ सालों में आर्थिक सफलता के नए मुकाम छुए हैं, लेकिन वह दिल से एक साधारण इंसान ही बनी हुई हैं। शायद यह उनकी मेहनत और ज़मीन से जुड़ाव का ही नतीजा है।
भारती का बचपन बहुत आसान नहीं रहा। वह पंजाब में पली-बढ़ीं, और उनके सामने कई मुश्किलें आईं। जब वह महज़ दो साल की थीं, तभी उनके पिता का निधन हो गया। इसके बाद, घर चलाने की ज़िम्मेदारी उनकी माँ पर आ गई। उनकी माँ ने घरों में काम करना शुरू किया ताकि घर का खर्च चल सके।
लेकिन उनकी माँ ने हमेशा भारती का हौसला बढ़ाया। जब मुंबई से काम का मौका आया, तो उन्होंने ही भारती को जोखिम उठाने और शहर जाने के लिए प्रोत्साहित किया। यह फैसला ही उनकी ज़िंदगी का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।
टेलीविज़न से आगे का सफर
आज भारती सिंह भारतीय टेलीविज़न की सबसे ज़्यादा पैसा कमाने वाली हस्तियों में से एक हैं। पर उनकी कहानी यहीं खत्म नहीं होती। उन्होंने यूट्यूब पर एक व्लॉगर के तौर पर भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यह उनके लिए एक सफल साइड हसल साबित हुआ है।
यह बात उन्होंने राज शमानी के पॉडकास्ट पर शेयर की। उन्होंने अपने यूट्यूब सफर के बारे में बात करते हुए कुछ ऐसी बातें कहीं, जो शायद कई नए कलाकारों के लिए प्रेरणा बन सकती हैं।
आय का बदलता स्रोत
भारती ने खुलासा किया कि उनकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा अब उनकी ऑनलाइन मौजूदगी से आता है। यह आंकड़ा उन्हें खुद हैरान करता है। उन्होंने कहा, “मेरी कुल आय का 60% टेलीविज़न से आता है, और 40% यूट्यूब से। मुझे खुद यकीन नहीं होता।”
वह आगे कहती हैं, “अगर कोई मुझसे कहता कि माइक साफ़ करने जैसा साधारण काम करके और उसे वीडियो बनाकर डालने से भी पैसे मिल सकते हैं… मैं शायद हंस देती।”
पति हार्ष की अहम भूमिका
इस बदलाव के पीछे उनके पति हार्ष लिम्बाचिया का योगदान अहम रहा। भारती के मुताबिक, हार्ष ने ही उन्हें समझाया कि केवल टेलीविज़न पर निर्भर रहना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि टीवी हमेशा नहीं चलेगा, इसलिए यूट्यूब पर ध्यान देना चाहिए।
भारती मानती हैं कि शुरुआत में उन्हें यह बात समझ नहीं आई। उन्हें लगा कि यह सब क्या है। लेकिन फिर, धीरे-धीरे उन्हें इसमें मज़ा आने लगा। और फिर, पैसा बनने लगा, जो और भी बेहतर था।
सफलता का मंत्र: मेहनत और लगन
इस पूरे अनुभव ने भारती को एक बहुत बड़ी सीख दी। उनका कहना है कि अगर आप dedicated और hard-working हैं, तो यूट्यूब भी आपके प्रति उतना ही dedicated होगा। यह रिश्ता एक तरह से दो-तरफ़ा है।
उनकी कहानी साबित करती है कि सफलता रातों-रात नहीं मिलती। न ही यह सिर्फ़ talent पर निर्भर करती है। शायद इसमें risk लेने का हौसला, नई चीज़ों को सीखने की ललक, और लगातार मेहनत करने का जज़्बा शामिल है।
भारती सिंह आज भी उसी सादगी के साथ जीवन जी रही हैं। पैसा आया, शोहरत आई, लेकिन उनके अंदर का साधारण इंसान अब भी ज़िंदा है। और शायद यही उनकी सबसे बड़ी कामयाबी है।