क्योंकि सास भी कभी बहू थी: नए सीज़न में तुलसी और वृंदा की कहानियों का टकराव
मंगलवार को ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के नए सीज़न ने एक हफ्ता पूरा कर लिया। शुरुआत में शो ने पुराने दर्शकों को नॉस्टेल्जिया दिया, लेकिन दूसरे एपिसोड से ही कहानी मेलोड्रामेटिक होती चली गई। अब तक के एपिसोड्स में दो अलग-अलग नैरेटिव्स दिखाई दे रहे हैं—एक तुलसी वीरानी के इर्द-गिर्द घूमता है, तो दूसरा वृंदा घोखले की ज़िंदगी पर केंद्रित है।
एंगड का एक्सीडेंट और पारी का खुलासा
पिछले कुछ एपिसोड्स में तुलसी और मिहिर की शादी की सालगिरह के दौरान उनका बेटा एंगड (रोहित सुचांती) एक एक्सीडेंट में फंस गया। एंगड ने पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई और तुलसी को बुलवाया। वहीं, मिहिर और तुलसी की बेटी पारी (शगुन शर्मा) ने यह कबूल किया कि वह किसी और से प्यार करती है। इसी बीच यह भी पता चला कि ये तीनों जेन-जेड बच्चे दरअसल तुलसी की मृत बहन केसर की संतान हैं।
मिहिर ने पारी के फैसले को मान तो लिया, लेकिन अगले ही दिन एंगड को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का दावा था कि उसने किसी को गंभीर रूप से घायल कर दिया है। मिहिर और हेमंत (शक्ति आनंद) ने जमानत की कोशिश की, लेकिन तुलसी ने कहा कि एंगड को अपनी गलती का अंजाम भुगतना चाहिए।
वृंदा घोखले का एंट्री और सीसीटीवी फुटेज
इसी बीच शो में कुछ नए किरदारों का परिचय हुआ। इनमें एक ट्रैफिक पुलिस कॉन्स्टेबल भी है, जो ईमानदारी से जीवन जी रहा है। लेकिन उसकी पत्नी और मां लालच में डूबी हुई हैं। कॉन्स्टेबल की बहन वृंदा (तनिषा मेहता) एक सीधी-सादी लड़की है, जो पढ़ाई के साथ-साथ घर चलाने में मदद करती है। एक दिन कोई आदमी कॉन्स्टेबल के घर आता है और सीसीटीवी फुटेज गायब करने के लिए 4 लाख रुपये की पेशकश करता है। कॉन्स्टेबल इनकार कर देता है, लेकिन बाद में मां के नाटकीय एक्सीडेंट के चलते उसे रिश्वत लेनी पड़ती है।
वृंदा ने जब वह फुटेज देखा, तो पता चला कि एंगड निर्दोष है। उसने तुलसी को यह बात बताई, लेकिन तब तक एंगड की गिरफ्तारी ने वीरानी परिवार की छवि को नुकसान पहुंचा दिया था। कंपनी के शेयर गिर गए, पारी के बॉयफ्रेंड ने उसे छोड़ दिया, और एंगड की जमानत भी रद्द हो गई।
तुलसी का संघर्ष और वृंदा का इनकार
तुलसी ने वृंदा से मिलने का फैसला किया, लेकिन वहां उसे झटका लगा। वृंदा ने मदद करने से साफ इनकार कर दिया। इस बीच, मीडिया में खबर आई कि एंगड निर्दोष है। उसके दोस्त ने कबूल किया कि कार वह चला रहा था, लेकिन एंगड ने जॉब इंटरव्यू की वजह से खुद पर आरोप ले लिया। दोस्त के सरेंडर करने के बाद एंगड घर वापस आया।
घर लौटा एंगड, लेकिन तनाव बरकरार
घर आते ही गायत्री (कमालिका गुहा ठाकुरता) ने एंगड को टारगेट किया और कहा कि तुलसी को उस पर भरोसा नहीं था। तुलसी ने खुद को दोषी मानते हुए एंगड से सजा मांगी, लेकिन उसने माफ कर दिया। अब तक की कहानी में पारी ने मिहिर के चुने हुए लड़के से मिलना स्वीकार किया है, जबकि वृंदा ने तुलसी से माफी मांगते हुए एंगड के दोस्त को बचाने के लिए सबूत देने का वादा किया है।
‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ स्टार प्लस और जिओ हॉटस्टार पर सोमवार से रविवार रात 10:30 बजे प्रसारित होता है।