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एप्पल की AI दौड़ में नई पहल: चैटजीपीटी जैसा बना रहा है एंसर इंजन

ऐपल का नया कदम: ‘Answer Engine’ AI चैटबॉट पर काम कर रही कंपनी

ब्लूमबर्ग के मार्क गुरमान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐपल अब अपना खुद का AI चैटबॉट विकसित कर रहा है। यह प्रोजेक्ट, जिसे ‘Answer Engine’ का नाम दिया गया है, शायद कंपनी की कोशिश है तकनीकी दुनिया में AI की दौड़ में पिछड़ने के बाद फिर से मुकाम बनाने की। गुरमान ने सोमवार, 4 अगस्त को यह जानकारी साझा की।

ऐपल, जिसने आईफोन और मैक जैसे उत्पादों से तकनीकी बाजार में क्रांति ला दी, AI के मामले में पिछड़ गया लगता है। लेकिन अब कंपनी इस कमी को पूरा करने की कोशिश कर रही है।

क्या है ‘Answer Engine’?

इस नए AI चैटबॉट को ‘Answer Engine’ नाम दिया गया है। यह उपयोगकर्ताओं के सवालों का जवाब देने में सक्षम होगा, और इसके लिए यह इंटरनेट पर मौजूद जानकारी का इस्तेमाल करेगा। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इसे एक अलग ऐप के रूप में पेश किया जाएगा या फिर ऐपल के मौजूदा प्लेटफॉर्म्स जैसे सिरी, सफारी या अन्य उत्पादों में शामिल किया जाएगा।

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इसे सर्च क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, दूसरी ओर यह भी मुमकिन है कि ऐपल इसे एक स्वतंत्र ऐप बनाकर लॉन्च करे।

AI की दौड़ में ऐपल की चुनौतियाँ

पिछले कुछ सालों में OpenAI के ChatGPT, Google के Bard और Microsoft के Copilot जैसे AI टूल्स ने बाजार में धूम मचा दी है। इन सभी ने AI के क्षेत्र में नए मानक स्थापित किए हैं। लेकिन ऐपल इस मामले में चुपचाप रहा है।

हालाँकि, कंपनी ने AI को लेकर पूरी तरह से हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठे हैं। उसने मशीन लर्निंग और AI को अपने उत्पादों में शामिल किया है, जैसे कि फोटो में ऑब्जेक्ट रिकग्निशन या फिर सिरी की सुधरी हुई क्षमताएँ। लेकिन एक पूर्ण AI चैटबॉट का अभाव अब तक खलता रहा है।

क्या यह ChatGPT जैसा होगा?

फिलहाल इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है कि ऐपल का यह नया टूल कितना एडवांस्ड होगा। लेकिन अगर गुरमान की रिपोर्ट पर भरोसा करें, तो यह ChatGPT जैसा ही कुछ हो सकता है। यानी यह टेक्स्ट-आधारित सवालों का जवाब देने में सक्षम होगा और इंटरनेट से डेटा लेकर उसे प्रस्तुत करेगा।

लेकिन एक बड़ा सवाल यह है कि क्या ऐपल इसमें कुछ नया ला पाएगा? क्योंकि ChatGPT और Bard जैसे टूल्स पहले से ही बाजार में मौजूद हैं, और उन्होंने अपनी जगह बना ली है।

ऐपल की रणनीति क्या हो सकती है?

ऐपल हमेशा से ही अपने उत्पादों को एक साथ जोड़कर एक इकोसिस्टम बनाने पर जोर देता रहा है। हो सकता है कि यह नया AI टूल भी उसी इकोसिस्टम का हिस्सा बने। मसलन, इसे सिरी में शामिल किया जा सकता है, जिससे वह और स्मार्ट बन जाए। या फिर सफारी में इंटीग्रेट करके सर्च को और बेहतर बनाया जा सकता है।

कुछ लोगों का यह भी मानना है कि ऐपल शायद इसे iOS या macOS के नए वर्जन के साथ लॉन्च करे। अगर ऐसा होता है, तो यह उनके लिए एक बड़ा यूएसपी हो सकता है।

अभी बाकी है इंतजार

फिलहाल यह सब अटकलें ही हैं। ऐपल ने आधिकारिक तौर पर इस प्रोजेक्ट के बारे में कुछ नहीं कहा है। लेकिन अगर कंपनी वाकई AI चैटबॉट लेकर आती है, तो यह तकनीकी दुनिया के लिए एक बड़ी खबर होगी।

क्या ऐपल AI की दौड़ में बाकियों को पीछे छोड़ पाएगा? या फिर यह कोशिश भी बस एक और प्रतिक्रिया भर होगी? इस सवाल का जवाब तो वक्त ही देगा।

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।