Technology

अमेज़न ने जाली उत्पादों के खिलाफ 180 मिलियन डॉलर की जीत हासिल की

अमेज़न ने नकली सामान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की

पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन शॉपिंग का चलन तेजी से बढ़ा है, लेकिन इसके साथ ही नकली उत्पादों की समस्या भी गंभीर होती जा रही है। अमेज़न ने इस मामले में कड़े कदम उठाए हैं। कंपनी के मुताबिक, उसकी ‘काउंटरफ़िट क्राइम्स यूनिट’ (CCU) ने अब तक दुनियाभर में 65 आपराधिक मामलों में सजा दिलवाई है और कोर्ट से 180 मिलियन डॉलर से ज़्यादा के जुर्माने भी हासिल किए हैं।

26 जून को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में अमेज़न ने दावा किया कि उसकी तरफ़ से 99% से अधिक संदिग्ध लिस्टिंग्स को प्लेटफॉर्म पर आने से पहले ही रोक दिया गया। इसके लिए कंपनी ने AI-आधारित सिस्टम, कीवर्ड एनालिसिस, लोगो जाँच और ‘ब्रांड रजिस्ट्री’ जैसे टूल्स का इस्तेमाल किया। इन्हीं प्रयासों के चलते 200 से ज़्यादा सिविल केस भी दर्ज किए गए।

AI के दौर में नकली सामान बेचने के नए तरीके

दिलचस्प बात यह है कि जहाँ AI ने कंपनियों को नकली उत्पाद पहचानने में मदद की है, वहीं इसी तकनीक का इस्तेमाल धोखेबाज़ भी कर रहे हैं। अमेज़न की 2024 की ‘ब्रांड प्रोटेक्शन रिपोर्ट’ के मुताबिक, नकली सामान बेचने वाले लगातार अपने तरीके बदल रहे हैं। कंपनी का कहना है कि वह इस चुनौती से निपटने के लिए नई टेक्नोलॉजी और सख्त कार्रवाई पर निवेश जारी रखेगी।

“हमारी कोशिश है कि नकली उत्पादों की संख्या शून्य तक पहुँच जाए,” अमेज़न ने कहा। “इसके लिए हम लगातार अपने सिस्टम को अपग्रेड कर रहे हैं।”

क्या है CCU और कैसे काम करती है?

अमेज़न ने CCU की स्थापना पाँच साल पहले की थी, जो अब भारत, चीन, अमेरिक

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।