एशिया कप से पहले उपकप्तान रहे ऑलराउंडर अक्सर पटेल को उपकप्तानी से हटाया गया है और शुभमन गिल को यह जिम्मेदारी दी गई है। मोहम्मद कैफ ने कहा कि अक्सर को इसकी जानकार
भारतीय क्रिकेट टीम में उप-कप्तानी को लेकर एक बदलाव ने चर्चा शुरू कर दी है। ऐसा लगता है कि टीम प्रबंधन आईसीसी टी-20 विश्व कप से पहले कुछ निर्णय ले रहा है। और ये निर्णय हमेशा सबको पसंद नहीं आते।
ऑल-राउंडर एक्सर पटेल, जो एशिया कप से पहले टीम के उप-कप्तान थे, उन्हें इस पद से हटा दिया गया है। इसकी कोई विस्तृत वजह अभी तक सामने नहीं आई है। शायद यह सिर्फ टीम की रणनीति का हिस्सा है। मुमकिन है कि प्रबंधन आगे के टूर्नामेंट को देखते हुए कोई नई जिम्मेदारी देना चाहता हो।
किसे मिली नई जिम्मेदारी?
एक्सर पटेल की जगह अब यह जिम्मेदारी युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को दी गई है। यह चुनाव थोड़ा आश्चर्यजनक लग सकता है। कारण यह है कि गिल हाल के समय में टी-20 टीम का नियमित हिस्सा नहीं रहे हैं। लेकिन फिर भी, उन्हें उप-कप्तान बनाया गया है।
यह स्पष्ट है कि टीम प्रबंधन उनमें भविष्य की संभावना देख रहा है। गिल ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी बल्लेबाजी से सबका दिल जीता है। तो हो सकता है कि नेतृत्व की जिम्मेदारी उनकी क्षमताओं को और निखारे।
मोहम्मद कैफ ने उठाए सवाल
इस फैसले पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने एक अहम सवाल उठाया है। उनका मानना है कि एक्सर पटेल को इस बदलाव की पहले से जानकारी दी जानी चाहिए थी। कैफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर अपनी बात रखी।
उन्होंने लिखा, “मुझे उम्मीद है कि एक्सर पटेल को उप-कप्तानी से हटाए जाने के बारे में पहले ही बता दिया गया था और उन्हें यह बात प्रेस कॉन्फ्रेंस से पता नहीं चली। एक्सर ने कुछ गलत नहीं किया, इसलिए वे एक स्पष्टीकरण के हकदार हैं। @akshar2026”
कैफ की यह टिप्पणी एक मान्य बिंदु की ओर इशारा करती है। पेशेवर खेलों में, खिलाड़ियों के साथ संवाद बहुत जरूरी है। खासकर तब, जब उनकी भूमिका में बदलाव हो।
क्या है एक्सर पटेल का रिकॉर्ड?
एक्सर पटेल ने हाल के वर्षों में अपने ऑल-राउंड प्रदर्शन से टीम में अपनी जगह मजबूत की है। वह निचले क्रम में तेज रन बनाने और महत्वपूर्ण विकेट लेने के लिए जाने जाते हैं। उप-कप्तान के रूप में भी उनका कोई खराब प्रदर्शन नहीं रहा।
तो फिर अचानक यह बदलाव क्यों? शायद चयनकर्ता लंबे समय तक की योजना बना रहे हैं। हो सकता है कि वे गिल को नेतृत्व के अनुभव में शामिल करना चाहते हों। लेकिन इसकी सूचना देने का तरीका सही होना चाहिए था।
टीम प्रबंधन पर सवाल
यह घटना एक बड़े सवाल को जन्म देती है: क्या भारतीय क्रिकेट टीम का प्रबंधन अपने खिलाड़ियों के साथ पारदर्शी है? अक्सर देखा गया है कि खिलाड़ियों को मीडिया या आधिकारिक घोषणा के जरिए ही अपने बारे में फैसलों का पता चलता है।
यह तरीका खिलाड़ियों के मनोबल के लिए अच्छा नहीं होता। एक पेशेवर माहौल में, सीधा संवाद सबसे जरूरी चीज है। कहा जा सकता है कि बीसीसीआई को इस मामले पर अपनी नीतियों पर फिर से विचार करना चाहिए।
आगे की राह क्या है?
अब सवाल यह है कि इससे टीम के अंदर के माहौल पर क्या असर पड़ेगा। एक्सर पटेल एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और उम्मीद की जानी चाहिए कि वे इस फैसले को व्यक्तिगत तौर पर नहीं लेंगे। उनका फोकस अब आने वाले विश्व कप पर होगा।
वहीं दूसरी ओर, शुभमन गिल पर अब ज्यादा निगाहें होंगी। उन्हें न केवल अपने प्रदर्शन से, बल्कि अब नेतृत्व की भूमिका में भी खरा उतरना होगा। यह उनके करियर में एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
अंत में, बस इतना ही कहा जा सकता है कि टीम के फैसले तो चलते रहेंगे। लेकिन खिलाड़ियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार और स्पष्ट संवाद हमेशा बनाए रखना जरूरी है। क्योंकि आखिरकार, यही वे लोग हैं जो मैदान पर जीत या हार का दारोमदार संभालते हैं।