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अहमदाबाद विमान हादसा 2025: इंजन फ्यूल कटऑफ स्विच ने ली 260 जानें, रिपोर्ट में खुलासा

# अहमदाबाद प्लेन क्रैश की जांच रिपोर्ट: इंजन फ्यूल कटऑफ स्विच ने बढ़ाई मुसीबत

प्रारंभिक जांच में सामने आया चौंकाने वाला खुलासा

12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डे पर एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के दुर्घटनाग्रस्त होने की वजह शायद इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच में आई खराबी हो सकती है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के मुताबिक, उड़ान भरने के ठीक बाद दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ पोजीशन पर चले गए। इस घटना में 260 लोगों की मौत हो गई थी।

भारतीय विमानन प्राधिकरण ने शनिवार को जारी की गई रिपोर्ट में कहा है कि यह बदलाव महज एक सेकंड के अंतराल में हुआ। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसा क्यों हुआ। कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि पायलट्स भी इस स्थिति से हैरान थे।

सेकंड-दर-सेकंड क्या हुआ था?

रिपोर्ट में घटना का विस्तृत ब्यौरा दिया गया है:

– **11:17 AM:** एयर इंडिया की फ्लाइट AI423 (VT-ANB) दिल्ली से अहमदाबाद पहुंची।
– **1:18:38 PM:** विमान बे 34 से टेकऑफ के लिए तैयार हुआ।
– **1:37:33 PM:** टेकऑफ की अनुमति मिली।
– **1:38:39 PM:** विमान ने उड़ान भरी। इसी समय एयर/ग्राउंड सेंसर्स ने हवा में होने की पुष्टि की।
– **1:38:42 PM:** विमान की गति 180 नॉट्स तक पहुंची, लेकिन तभी दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच ‘CUTOFF’ पर चले गए।

रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद इंजनों की स्पीड कम होने लगी क्योंकि ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई थी।

पायलट्स के बीच कन्फ्यूजन

कॉकपिट की आवाज़ों से पता चलता है कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा, *”तुमने कटऑफ क्यों किया?”* जवाब में दूसरा पायलट हैरानी जताता है और कहता है कि उसने ऐसा नहीं किया।

इसी बीच, एयरपोर्ट के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि विमान के रैम एयर टर्बाइन (RAT) ने काम करना शुरू कर दिया। यह सिस्टम आपातकालीन स्थिति में हाइड्रोलिक पावर देता है। लेकिन विमान की ऊंचाई लगातार कम होती गई और यह एयरपोर्ट की परिधि दीवार से टकराने से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

इंजन रिस्टार्ट का प्रयास

1:38:47 तक दोनों इंजनों की स्पीड न्यूनतम स्तर से नीचे चली गई। इसके बाद पायलट्स ने इंजनों को दोबारा चालू करने की कोशिश की:

– **1:38:52 PM:** इंजन 1 का फ्यूल स्विच वापस ‘RUN’ पर लाया गया।
– **1:38:56 PM:** इंजन 2 के साथ भी यही प्रक्रिया दोहराई गई।

रिपोर्ट के मुताबिक, FADEC (फुल अथॉरिटी डिजिटल इंजन कंट्रोल) सिस्टम ने ऑटोमैटिक रीलाइट प्रक्रिया शुरू की। इंजन 1 की स्पीड सुधरने लगी, लेकिन इंजन 2 बार-बार फेल होता रहा।

आखिरी क्षणों में मेडे कॉल

1:39:05 पर पायलट्स ने *”मेडे, मेडे, मेडे”* का डिस्ट्रेस कॉल किया। लेकिन छह सेकंड बाद ही विमान का डेटा रिकॉर्डिंग सिस्टम बंद हो गया। 1:44:44 पर रेस्क्यू टीम्स घटनास्थल पर पहुंचीं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

अब क्या?

यह रिपोर्ट अभी प्रारंभिक है। विमान के ब्लैक बॉक्स का विश्लेषण जारी है। सवाल यह है कि फ्यूल कटऑफ स्विच अपने आप क्यों बदले? क्या यह तकनीकी खराबी थी या फिर ह्यूमन एरर? जांच एजेंसियां इस पर गौर कर रही हैं।

वहीं, पीड़ितों के परिजनों के लिए यह रिपोर्ट किसी सदमे से कम नहीं है। अहमदाबाद के डीएनए टेस्टिंग सेंटर पर अब भी कई लोग अपनों की पहचान का इंतज़ार कर रहे हैं। (एक्सप्रेस फोटो: भूपेंद्र राणा)

इस घटना ने एक बार फिर विमानन सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। आने वाले दिनों में और जानकारियां सामने आ सकती हैं।

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।