स्मृति ईरानी का बड़े पर्दे पर वापसी: क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2 में निभाएंगी टुल्सी का रोल
# स्मृति इरानी का बड़ा टीवी कमबैक: ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ में निभाएंगी तुलसी का रोल
12 साल बाद टीवी पर लौट रहीं स्मृति
अभिनेत्री और राजनीतिज्ञ स्मृति इरानी एक बार फिर टीवी धारावाहिकों की दुनिया में वापसी करने जा रही हैं। उनका यह कमबैक खासा चर्चित है, क्योंकि वह अपने ही शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के रीबूट वर्जन में तुलसी विरानी का किरदार दोबारा निभाएंगी। यह शो 25 साल बाद दर्शकों के सामने आ रहा है, और स्मृति के लिए भी यह टीवी पर वापसी का मौका है करीब 12 साल बाद।
तुलसी विरानी की वापसी
‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ ने भारतीय टेलीविजन के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा था। स्मृति इरानी ने हाल ही में आजतक से बातचीत में इस शो के दौरान की यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि कैसे यह शो अपने समय में एक अनोखा प्रयोग था। रात 10:30 बजे का स्लॉट, जिसे कम रेटिंग वाला माना जाता था, इस शो ने उसे भी बदल दिया।
स्मृति ने कहा, “2000 से 2008 तक हमारी टीम ने टेलीविजन को एक नए तरीके से परिभाषित किया। उस समय रात 10:30 बजे कोई टीवी नहीं देखता था। महिलाओं द्वारा टीवी शो प्रोड्यूस करना भी आम नहीं था, और न ही किसी शो की कहानी महिला किरदारों के इर्द-गिर्द घूमती थी। इन सबको स्थापित करना अपने आप में एक मील का पत्थर था।”
मुंबई में बदल गई जिंदगी
शो की सफलता ने न सिर्फ स्मृति को बल्कि पूरी टीम को आर्थिक सुरक्षा दी। उन्होंने याद किया कि कैसे ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ ने मुंबई जैसे शहर में उनके और कई अन्य लोगों के लिए रोजी-रोटी का जरिया बना दिया। शायद यही वजह है कि आज भी इस शो को याद किया जाता है।
लेकिन स्मृति मानती हैं कि तब और अब का टीवी इंडस्ट्री का माहौल बिल्कुल अलग है। पहले जहां दर्शकों के पास सीमित विकल्प होते थे, वहीं आज ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के आने से दर्शकों की पसंद बदल गई है। फिर भी, उन्हें उम्मीद है कि शो का नया वर्जन भी लोगों को पसंद आएगा।
क्या नए दौर में भी जमेगा जादू?
‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ का पहला वर्जन 2000 में शुरू हुआ था और यह 2008 तक चला। इतने सालों बाद इसका दूसरा सीजन आ रहा है। सवाल यह है कि क्या आज के दौर में यह शो वही मजा दे पाएगा? क्या नई पीढ़ी इसकी कहानी से जुड़ पाएगी?
स्मृति इरानी को लगता है कि शो की मूल भावना आज भी प्रासंगिक है। उनका कहना है कि तुलसी का किरदार हमेशा से ही दर्शकों के दिलों के करीब रहा है। हो सकता है कि कहानी में कुछ बदलाव हों, लेकिन वह कोशिश करेंगी कि तुलसी की आत्मा वैसी ही बनी रहे।
राजनीति और एक्टिंग के बीच बैलेंस
स्मृति इरानी ने राजनीति में आने के बाद एक्टिंग को काफी कम कर दिया था। लेकिन वह मानती हैं कि एक्टिंग उनके लिए एक प्यार है जिससे वह कभी पूरी तरह दूर नहीं हो सकतीं। शायद यही वजह है कि उन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए हां कह दी।
उनके राजनीतिक सफर पर इसका क्या असर पड़ेगा, यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन फिलहाल वह पूरी तरह से इस शो पर फोकस कर रही हैं। उनका कहना है कि वह दर्शकों के प्यार पर भरोसा करती हैं और उम्मीद करती हैं कि लोग उन्हें एक बार फिर स्वीकार करेंगे।
तो अब देखना यह है कि क्या ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ वही जादू बिखेर पाएगा जो उसके पहले वर्जन ने बिखेरा था। क्या स्मृति इरानी एक बार फिर तुलसी बनकर दर्शकों के दिलों पर राज कर पाएंगी? जवाब जल्द ही मिलेगा।