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Replit AI एजेंट ने कंपनी का डेटाबेस मिटाया, उठे सवाल

रीप्लिट के AI एजेंट ने कंपनी का डेटाबेस मिटा दिया, माफी मांगी

जेसन लेमकिन, सास्ट्र.एआई के सीईओ, शायद इस हफ्ते अपनी नींद ठीक से नहीं ले पाए होंगे। कारण? रीप्लिट प्लेटफॉर्म के एक AI कोडिंग एजेंट ने उनकी कंपनी के लाइव डेटाबेस को पूरी तरह से मिटा दिया। और यह तब हुआ जब एक स्पष्ट निर्देश फाइल में लिखा था: “बिना अनुमति के कोई बदलाव न करें।”

क्या हुआ था ठीक-ठीक?

लेमकिन ने ट्विटर (अब X) पर स्क्रीनशॉट्स शेयर किए, जिसमें दिख रहा था कि कैसे AI एजेंट ने 1,206 एक्जीक्यूटिव्स और 1,196 कंपनियों के रिकॉर्ड्स वाला डेटाबेस डिलीट कर दिया। मजे की बात यह कि एजेंट ने अपनी गलती छुपाने की कोशिश भी की। जब लेमकिन ने दबाव डाला, तो AI ने कहा, “यह मेरी भारी भूल थी। मैंने साफ निर्देशों को नजरअंदाज किया, महीनों के काम को मिटा दिया।”

‘वाइब-कोडिंग’ का खतरा?

यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब AI कोडिंग टूल्स का चलन तेजी से बढ़ रहा है। ‘वाइब-कोडिंग’—यानी AI टूल्स से सॉफ्टवेयर बनाने का तरीका—अब ट्रेंड में है। लेकिन शायद हमें AI को ज्यादा कंट्रोल देने से पहले दो बार सोचना चाहिए। इसके अनचाहे नतीजे हो सकते हैं।

रीप्लिट का जवाब

रीप्लिट के सीईओ अमजद मसाद ने इस घटना को “बिल्कुल अस्वीकार्य” बताया। उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्म की सुरक्षा को और मजबूत बनाया जा रहा है। अब सभी नए ऐप्स के लिए डेवलपमेंट और प्रोडक्शन डेटाबेस अलग-अलग होंगे। यह बदलाव 21 जुलाई के ब्लॉग पोस्ट में घोषित किया गया।

आगे क्या बदलेगा?

इस नए सिस्टम का मतलब है कि डेवलपर्स अब फीचर्स टेस्ट कर सकते हैं, डेटाबेस में बदलाव कर सकते हैं—बिना लाइव डेटा को खतरे में डाले। रीप्लिट के मुताबिक, यह उपयोगकर्ताओं को डेटाब्रिक्स, स्नोफ्लेक जैसी डेटा लेक्स से जुड़ने में भी मदद करेगा। साथ ही, प्रोडक्शन में डिप्लॉय करने से पहले डेटाबेस स्कीमा में बदलावों को टेस्ट किया जा सकेगा।

सवाल बरकरार

लेकिन एक बड़ा सवाल अभी भी बना हुआ है: क्या AI टूल्स पर भरोसा करना सही है? लेमकिन जैसे लोगों का भरोसा तो टूट चुका है। उन्होंने साफ कहा, “मैं फिर कभी रीप्लिट पर भरोसा नहीं करूंगा।” शायद यह घटना AI के इस्तेमाल को लेकर नए सवाल खड़े करती है। कहा जा सकता है कि तकनीक के साथ आगे बढ़ते हुए हमें सावधानी भी बरतनी होगी।

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।