अमृता सिंह का ‘कालयुग’ कैरेक्टर: मोहित सूरी ने बताया कैसे हुआ कास्टिंग का सिलसिला
मोहित सूरी की 2005 की फिल्म ‘कालयुग’ देखने वालों के ज़हन से अमृता सिंह का किरदार शायद ही कभी निकल पाए। उनकी एक्टिंग ने जिस तरह से दर्शकों को झकझोरा, वो किसी और के बस की बात नहीं थी। हाल ही में रेडियो नशा को दिए इंटरव्यू में मोहित ने इस रोल के लिए अमृता को कास्ट करने की दिलचस्प कहानी साझा की।
तलाक के दौर में अमृता से मुलाकात
मोहित ने बताया कि उन्होंने अमृता सिंह को यह रोल ऐसे वक्त में ऑफर किया था जब वह सैफ अली खान से तलाक के दौर से गुजर रही थीं। शायद यही वजह थी कि उन्होंने इस किरदार को इतनी गहराई से जिया।
“कुणाल देशमुख और मैं अमृता मैम से मिलने पहुंचे। वह उस वक्त ‘काव्यांजलि’ की शूटिंग कर रही थीं, तो हम सेट पर ही गए,” मोहित ने याद किया।
“हमें आपको बदलने की ज़रूरत नहीं”
मोहित ने कहानी सुनाते हुए बताया, “मैंने उन्हें कहानी समझाई और कहा कि हम चाहते हैं कि आप एक ऐसा किरदार निभाएं जो मेल-डॉमिनेटेड इंडस्ट्री में अपनी धाक जमाता हो। लेकिन जैसे-जैसे मैं नैरेट कर रहा था, मेरे मन में एक ख्याल आ रहा था।”
दिलचस्प बात यह है कि अमृता ने तुरंत हाँ कर दी। लेकिन कार में वापस लौटते हुए मोहित को अहसास हुआ कि उनसे गलती हो गई।
“मैंने कुणाल से कहा कि गाड़ी वापस मोड़ो, हमें फिर से अमृता मैम से मिलना है। जब हम लौटे, तो मैंने सीधे कहा – ‘मैम, हमने गलती कर दी। हमें आपको बदलने की ज़रूरत नहीं, आप जैसी हैं वैसी ही रहिए।'”
“मुझे डॉमिनेट करेगा कौन?”
अमृता का जवाब भी कम दिलचस्प नहीं था। मोहित ने बताया, “उन्होंने कहा – ‘हाँ, मैं भी यही सोच रही थी कि मुझे डॉमिनेट करेगा कौन? मैं तो पहले से ही डॉमिनेट करती हूँ।’ मैंने कहा – ‘बिल्कुल, हमें आपको वैसा ही चाहिए।'”
किरदार ने छोड़ी अमिट छाप
यह बातचीत शायद फिल्म के किरदार को समझने के लिए काफी है। अमृता सिंह ने जिस तरह से उस मजबूत औरत का रोल निभाया, वह आज भी याद किया जाता है। मुमकिन है कि मोहित सूरी का यह फैसला – किरदार को अमृता की असली पर्सनैलिटी के करीब लाने का – फिल्म की सफलता की एक बड़ी वजह रहा हो।
तो यह थी ‘कालयुग’ के पर्दे के पीछे की वो कहानी, जो एक यादगार फिल्म और एक यादगार परफॉर्मेंस का हिस्सा बन गई। अमृता सिंह के अभिनय की यह ताकत ही है कि आज भी, इतने सालों बाद, लोग इस रोल को याद करते हैं।