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Zoho ने लॉन्च किया Zia LLM: एंटरप्राइज AI मॉडल्स और स्पीच-टू-टेक्स्ट टूल्स के साथ बाजार में उतरा

ज़ोहो का बड़ा कदम

सॉफ्टवेयर कंपनी ज़ोहो ने AI की दुनिया में एक बड़ा कदम बढ़ाते हुए अपना पहला प्रोप्राइटरी लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) पेश किया है। इस मॉडल को ‘ज़िया LLM’ नाम दिया गया है और यह खासतौर पर बिजनेस के लिए तैयार किया गया है। कंपनी का दावा है कि यह मॉडल डेटा एक्सट्रैक्शन, सारांशीकरण, कोड जनरेशन और RAG (रिट्रीवल-ऑगमेंटेड जनरेशन) जैसे कामों में मदद करेगा।

तीन अलग-अलग मॉडल्स का समूह

17 जुलाई को जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, ज़िया LLM को पूरी तरह से इन-हाउस डेवलप किया गया है और इसमें NVIDIA के AI एक्सेलेरेटेड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि यह एक ही मॉडल नहीं, बल्कि तीन अलग-अलग आकार के मॉडल्स का समूह है – 1.3 बिलियन, 2.6 बिलियन और 7 बिलियन पैरामीटर्स वाले। आमतौर पर, AI मॉडल में पैरामीटर्स की संख्या जितनी ज्यादा होती है, वह उतना ही जटिल प्रतिक्रियाएं देने में सक्षम होता है।

ज़ोहो के अनुसार, इन तीनों मॉडल्स को अलग-अलग ट्रेन किया गया है और ये मार्केट में मौजूद ओपन सोर्स मॉडल्स के मुकाबले बेहतर परफॉर्मेंस देते हैं। कंपनी के सह-संस्थापक श्रीधर वेंबू ने ट्विटर पर इसकी जानकारी साझा करते हुए हिंदी और अंग्रेजी के लिए नए स्पीच-टू-टेक्स्ट मॉडल्स के बारे में भी बताया।

चिप मैन्युफैक्चरिंग प्लान से पीछे हटने के बाद

यह घोषणा उस वक्त आई है जब कुछ महीने पहले ही ज़ोहो ने $700 मिलियन के चिप मैन्युफैक्चरिंग प्लान को रद्द कर दिया था। कंपनी को इसके लिए सही टेक्नोलॉजी पार्टनर नहीं मिल पा रहा था। वहीं, दूसरी ओर भारत सरकार भी अपना खुद का डोमेस्टिक LLM विकसित करने की कोशिश कर रही है। आईटी मिनिस्ट्री ने इसके लिए सर्वम AI, सॉकेट AI लैब्स, Gnani.ai और Gan.ai को चुना है।

“डेटा प्राइवेसी है प्राथमिकता”

ज़ोहो के CEO मणि वेंबू ने एक बयान में कहा, “आज की घोषणा ज़ोहो के उस लक्ष्य को दर्शाती है जिसमें कस्टमर डेटा की सुरक्षा, क्षमताओं की गहराई और मूल्य पर फोकस किया गया है। क्योंकि ज़ोहो की AI पहल आंतरिक रूप से विकसित की गई हैं, हम ग्राहकों को डेटा गोपनीयता और संगठनात्मक लचीलेपन से समझौता किए बिना अत्याधुनिक टूल सेट प्रदान करने में सक्षम हैं।”

अभी इंटरनल टेस्टिंग चल रही है

ज़िया LLM फिलहाल इंटरनल टेस्टिंग के दौर से गुजर रहा है और आने वाले महीनों में कस्टमर्स के लिए उपलब्ध होगा। कंपनी ने बताया कि इसे अमेरिका, भारत और यूरोप में ज़ोहो के डेटा सेंटर्स पर डिप्लॉय किया जाएगा। हालांकि, इन AI ऑफरिंग्स की कीमत के बारे में अभी कोई जानकारी साझा नहीं की गई है।

स्पीच-टू-टेक्स्ट मॉडल्स भी लॉन्च

अपने LLM के अलावा ज़ोहो ने दो नए ऑटोमैटिक स्पीच रिकग्निशन (ASR) मॉडल्स भी पेश किए हैं जो AI का उपयोग करके स्पीच को टेक्स्ट में बदल सकते हैं। फिलहाल यह सिर्फ अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं के लिए उपलब्ध है, लेकिन भविष्य में अन्य भाषाओं को भी सपोर्ट जोड़ा जाएगा।

कंपनी का दावा है कि ये ASR मॉडल्स स्टैंडर्ड बेंचमार्क्स पर अन्य समान मॉडल्स की तुलना में 75% बेहतर प्रदर्शन करते हैं। साथ ही, ज़िया LLM का उपयोग करने वाले ग्राहकों का डेटा ज़ोहो के सर्वर्स पर स्टोर रहेगा और इसे किसी बाहरी AI क्लाउड प्रोवाइडर के पास नहीं भेजा जाएगा।

25 से ज्यादा AI एजेंट्स की तैयारी

ज़ोहो ने 25 से अधिक तैयार-तैयार AI एजेंट्स भी विकसित किए हैं जो विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों को संभाल सकते हैं। इनमें सेल्स डेवलपमेंट, कस्टमर सपोर्ट, अकाउंट मैनेजमेंट, रेवेन्यू ग्रोथ, डील एनालिसिस और कैंडिडेट स्क्रीनिंग जैसे काम शामिल हैं।

ज़ोहो ने अपने ‘ज़िया एजेंट स्टूडियो’ को भी अपग्रेड किया है, जो अब 700 से भी अधिक एक्शन्स के साथ आता है। इससे उपयोगकर्ता ज़ोहो के विभिन्न प्रोडक्ट्स में AI एजेंट्स को आसानी से इंटीग्रेट कर सकते हैं। यह स्टूडियो डेवेलपर्स को बेहद सरल तरीके से कस्टम एजेंट्स बनाने की सुविधा देता है, जो कंपनियों की विशिष्ट जरूरतों के अनुसार कार्य कर सकते हैं।

लोकल डेटा स्टोरेज और गोपनीयता पर ज़ोर

Zia LLM और अन्य AI टूल्स को खास इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि क्लाइंट का डेटा पूरी तरह Zoho के सर्वर पर सुरक्षित रहता है। इसे किसी बाहरी क्लाउड सेवा या थर्ड पार्टी प्रोसेसर के साथ शेयर नहीं किया जाएगा।

AI के दौर में जहां डेटा सुरक्षा सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है, वहीं ज़ोहो ने इस चुनौती को अवसर में बदलते हुए ट्रस्ट-बेस्ड इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में कदम बढ़ाया है।

AI से सशक्त होगा भारतीय SaaS सेक्टर

Zoho का Zia LLM न केवल कंपनी के लिए बल्कि पूरे भारतीय SaaS (Software as a Service) सेक्टर के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह दिखाता है कि भारत की कंपनियां अब AI जैसी उन्नत तकनीकों में वैश्विक खिलाड़ियों को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।

निष्कर्ष

Zia LLM और इससे जुड़े टूल्स जैसे ASR मॉडल्स, प्री-बिल्ट AI एजेंट्स और अपग्रेडेड एजेंट स्टूडियो से ज़ोहो ने यह साफ कर दिया है कि वह सिर्फ एक SaaS कंपनी नहीं, बल्कि एक इनोवेशन ड्रिवन टेक्नोलॉजी लीडर बनना चाहता है।

जहां एक ओर वैश्विक टेक कंपनियां जनरेटिव AI में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, वहीं Zoho ने अपनी मजबूत तकनीकी टीम और डेटा प्राइवेसी फोकस के साथ खुद को इस दौड़ में मजबूती से खड़ा कर दिया है।

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।