कूली सेट पर हुआ वह हादसा और अमिताभ बच्चन का सहृदय रवैया
1982 की वह घटना आज भी फिल्म इंडस्ट्री के इतिहास में दर्ज है। ‘कूली’ फिल्म के सेट पर अमिताभ बच्चन को लगी चोट ने न सिर्फ उनकी जान को खतरे में डाल दिया था, बल्कि उनके सह-कलाकार पुनीत इस्सर के लिए भी एक बड़ा मानसिक संकट खड़ा कर दिया था। लेकिन जिस तरह बच्चन परिवार ने इस पूरे प्रकरण को संभाला, वह शायद उनकी महानता को ही दिखाता है।
हादसे के बाद का वह दर्दनाक दिन
पुनीत इस्सर हाल ही में सिद्धार्थ कन्नन को दिए इंटरव्यू में उन पलों को याद करते नजर आए। वह बताते हैं कि जब अमिताभ बच्चन अस्पताल में थे, तब उन्होंने खुद पुनीत को बुलाया। “श्री बच्चन ने कहा, ‘मैं पुनीत से मिलना चाहता हूं।’ जब मैं उनसे मिलने पहुंचा और उनकी हालत देखी, तो मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैं सोच रहा था कि यह सब मेरी वजह से हुआ है।”
लेकिन अमिताभ का रिएक्शन कुछ और ही था। पुनीत के मुताबिक, बिग बी ने उन्हें दिलासा देते हुए कहा, “पुनीत, यह तुम्हारी गलती नहीं है। एक्शन करते समय ऐसा हो जाता है।”
जया बच्चन का भी था सपोर्टिव रुख
इस्सर ने जया बच्चन के बारे में भी खुलकर बात की। वह कहते हैं कि जया ने पूरे प्रकरण में अद्भुत संयम दिखाया। “वाह, क्या महिला हैं वह,” पुनीत ने कहा। “वे फिल्मों से जुड़े हैं। उन्हें पता है कि यह किसी की गलती नहीं थी, बस एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी।”
उनके मुताबिक, जया पूरे वक्त “सहृदय” और “सपोर्टिव” रहीं। यह बात खास है क्योंकि उस वक्त अमिताभ की हालत बेहद नाजुक थी, और किसी भी परिवार के लिए ऐसी स्थिति में संयम बनाए रखना आसान नहीं होता।
फैंस का गुस्सा और पुनीत पर आरोप
हादसे के बाद पुनीत इस्सर को अमिताभ के फैंस का भारी विरोध झेलना पड़ा था। लोग उन्हें जिम्मेदार ठहरा रहे थे। मुमकिन है कि अगर बच्चन परिवार ने खुद आगे बढ़कर पुनीत का साथ न दिया होता, तो उनके करियर पर इसका गहरा असर पड़ सकता था।
लेकिन अमिताभ और जया दोनों ने न सिर्फ पुनीत को दोषमुक्त किया, बल्कि सार्वजनिक रूप से भी उनका समर्थन किया। यह उनके चरित्र की ताकत को दिखाता है।
एक दुर्घटना जिसने रिश्तों की परख की
फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई हादसे होते रहते हैं, लेकिन जिस तरह से बच्चन परिवार ने इस मुश्किल घड़ी में पुनीत का साथ दिया, वह काबिले-तारीफ है। पुनीत खुद मानते हैं कि यह घटना उनके लिए एक बड़ा सबक थी।
वह कहते हैं, “वे (अमिताभ और जया) जानते थे कि यह एक एक्सीडेंट था। उन्होंने कभी भी मुझ पर आरोप नहीं लगाया।” शायद यही वजह है कि आज भी पुनीत इस्सर उनके प्रति गहरा सम्मान रखते हैं।
समय ने साबित किया बच्चन परिवार का चरित्र
आज जब यह घटना कोई 40 साल पुरानी हो चुकी है, तब भी यह उदाहरण दिया जाता है कि कैसे एक बड़े सितारे ने अपनी मुश्किल घड़ी में भी दूसरों के बारे में सोचा। अमिताभ बच्चन उस वक्त भारत के सबसे बड़े सुपरस्टार थे, लेकिन उन्होंने कभी अपनी हैसियत का गलत फायदा नहीं उठाया।
पुनीत इस्सर का यह इंटरव्यू एक तरह से उस महानता को फिर से याद दिलाता है जो अक्सर सेलेब्रिटी कल्चर में दिखाई नहीं देती। और शायद यही वजह है कि बच्चन परिवार आज भी इंडस्ट्री में सबसे सम्मानित नामों में से एक है।