आखिरकार एंड्रॉइड से आईफोन पर एडिट हो सकेंगे मैसेज
अगर आप एंड्रॉइड यूजर हैं और आईफोन वाले दोस्तों को भेजे गए मैसेज में गलती हो जाने पर परेशान हो जाते हैं, तो अब थोड़ी राहत मिलने वाली है। iOS 18 के साथ ऐपल ने RCS (रिच कम्युनिकेशन सर्विसेज) सपोर्ट शुरू किया था, जिससे क्रॉस-प्लेटफॉर्म मैसेजिंग में कुछ नए फीचर्स आए। लेकिन अब तक एक बड़ी कमी थी – एंड्रॉइड से आईफोन भेजे गए मैसेज को एडिट नहीं किया जा सकता था।
क्या बदलाव आ रहा है?
एंड्रॉइड अथॉरिटी की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल अब यह सुविधा शुरू कर रहा है। मतलब अब एंड्रॉइड डिवाइस से आईफोन पर भेजे गए मैसेज को भी एडिट किया जा सकेगा। यह फीचर इंडिविजुअल और ग्रुप चैट दोनों में काम करेगा। हालांकि, वही 15 मिनट का टाइम विंडो लागू रहेगा जो पहले से एंड्रॉइड और आईफोन दोनों पर मौजूद है।
RCS ने क्या सुधारा था?
RCS के आने के बाद एंड्रॉइड और आईफोन यूजर्स के बीच मैसेजिंग का अनुभव काफी बेहतर हुआ था। हाई-क्वालिटी मीडिया शेयरिंग, टाइपिंग इंडिकेटर्स और रीड रिसीप्ट्स जैसी सुविधाएँ मिलीं। लेकिन मैसेज एडिट करने का ऑप्शन अभी तक क्रॉस-प्लेटफॉर्म पर काम नहीं कर रहा था। अब यह बाधा भी दूर हो रही है।
क्या अभी भी कोई सीमाएँ हैं?
जी हाँ, कुछ सीमाएँ अभी भी बरकरार हैं। मिसाल के तौर पर, मैसेज भेजने के बाद सिर्फ 15 मिनट के अंदर ही उसे एडिट किया जा सकेगा। यह नियम आईफोन से आईफोन या एंड्रॉइड से एंड्रॉइड पर भेजे गए मैसेज पर भी लागू होता है। शायद भविष्य में यह समय सीमा बढ़ाई जा सकती है, लेकिन फिलहाल ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है।
यूजर्स को क्या फायदा होगा?
इस नए अपडेट का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब टाइपो या गलत जानकारी भेज देने की स्थिति में यूजर्स को शर्मिंदगी नहीं उठानी पड़ेगी। पहले अगर आप एंड्रॉइड से आईफोन यूजर को कोई गलत मैसेज भेज देते थे, तो उसे सुधारने का कोई तरीका नहीं था। अब ऐसा नहीं होगा। हालांकि, दूसरे पक्ष को यह नोटिफिकेशन मिलेगा कि मैसेज को एडिट किया गया है।
कब तक मिलेगा यह अपडेट?
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह फीचर धीरे-धीरे रोल आउट हो रहा है। मुमकिन है कि कुछ यूजर्स को यह सुविधा अभी तक न मिली हो, लेकिन कुछ दिनों या हफ्तों में यह सभी के लिए उपलब्ध हो जाएगा। अगर आपके डिवाइस पर अभी तक यह फीचर नहीं आया है, तो गूगल मैसेजेज ऐप को अपडेट करके देखें।
भविष्य की संभावनाएँ
यह कदम दोनों प्लेटफॉर्म्स के बीच बेहतर संचार की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। हो सकता है कि आने वाले समय में और भी क्रॉस-प्लेटफॉर्म फीचर्स जोड़े जाएँ। फिलहाल तो यह एक छोटी सी शुरुआत है, लेकिन कहा जा सकता है कि यह मैसेजिंग के अनुभव को थोड़ा और सुगम बनाएगा। बस इंतज़ार कीजिए, और देखिए कि आपके फोन पर यह सुविधा कब तक पहुँचती है।