पुनीत इस्सर बोले – ‘कुली’ के सेट पर अमिताभ बच्चन को गलती से लगी मेरी मुक्का ने उन्हें ‘क्लिनिकली डेड’ कर दिया था, इसके बाद मुझे सारी फिल्में खोनी पड़ीं: ‘लोग मुझसे डरने लगे थे’
1982 में पूरा देश अमिताभ बच्चन के लिए प्रार्थना कर रहा था, जब फिल्म ‘कुली’ के सेट पर एक स्टंट के दौरान हुए हादसे में उन्हें गंभीर चोट आई और उन्हें ‘क्लिनिकली डेड’ घोषित कर दिया गया था। इस हादसे में उनके साथ अभिनेता पुनीत इस्सर थे, जिनके एक गलती से पड़े पंच ने बिग बी की जान पर बना दी थी।
पुनीत इस्सर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इस हादसे को याद करते हुए कहा कि यह घटना उनके करियर के लिए विनाशकारी साबित हुई। उन्होंने बताया कि लोग उनसे डरने लगे थे। उन्होंने कहा,
“उस घटना के बाद लोग मुझसे डरने लगे थे। लोगों ने कहानियां बना लीं, अफवाहें फैलाईं। कहा गया कि ये तो 8वीं डिग्री ब्लैक बेल्ट होल्डर है। बोले, ‘अगर हल्के से पंच से अमिताभ बच्चन को इतनी चोट लग गई तो सोचो अगर ये पूरी ताकत से मार दे तो क्या होगा।’”
इस एक घटना के बाद पुनीत इस्सर को लगभग छह साल तक कोई काम नहीं मिला।
हालाँकि वह उस वक्त शादीशुदा थे और परिवार की जिम्मेदारी भी थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
उन्होंने कहा, “शायद वो मेरा आत्ममंथन का दौर था। उस समय ने मुझे एक बेहतर कलाकार और इंसान बना दिया।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस समय ने उन्हें यह पहचानने में मदद की कि उनके असली दोस्त कौन हैं और नकली कौन।
“एक सेकंड ने सब बदल दिया”
पुनीत ने आगे बताया, “चाहे कैसा भी समय हो, इंसान बहुत कुछ सीखता है। मैंने धैर्य और विनम्रता सीखी। एक सेकंड में मेरी जिंदगी बदल गई – मैं 21 साल का लड़का था जिसे अमिताभ बच्चन के अपोजिट मुख्य खलनायक के रूप में साइन किया गया था, मेरे पास 10 फिल्में थीं, और एक ही पल में सब चला गया। लोगों को ये याद नहीं रहा कि मैं एक्टर स्टूडियो का गोल्ड मेडलिस्ट था, ट्रेन्ड आर्टिस्ट था, भाषा और उच्चारण का प्रोफेसर था। सब कुछ मिट गया, और मैं केवल एक ‘फाइटर’ रह गया।”
उन्होंने कहा कि उन्हें केवल वही किरदार मिलने लगे जिनमें उन्हें एक्शन करते दिखाया जाता था। “गुजारा करने के लिए वही रोल करने पड़े क्योंकि मैं शादीशुदा था और जिम्मेदारियां थीं।”
“कुली का अनुभव मुझे मजबूत बना गया”
आज पुनीत इस्सर को सबसे ज़्यादा BR चोपड़ा की टीवी सीरीज ‘महाभारत’ में दुर्योधन के किरदार के लिए जाना जाता है।
उन्होंने कहा, “कुली का हादसा मुझे मानसिक रूप से मजबूत बना गया। बुरा वक्त जरूर आएगा, लेकिन मैंने अपना फोकस कभी खोने नहीं दिया।”