निवेशकों के लिए बड़ी राहत! SEBI ला रहा है ‘SEBI Check’, UPI पेमेंट की वैधता जांचने का नया तरीका
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने निवेशकों की सुरक्षा और विश्वास बढ़ाने के लिए एक अहम कदम उठाया है। अब SEBI-रजिस्टर्ड इंटरमीडियरीज़ (बिचौलियों) द्वारा किए गए UPI लेनदेन की वैधता को जांचने के लिए एक नया टूल पेश किया जाएगा जिसका नाम होगा ‘SEBI Check’।
धोखाधड़ी रोकने की पहल
SEBI के चेयरमैन तुहिन कांता पांडे ने बुधवार को बताया कि हाल के वर्षों में कई अपंजीकृत संस्थाएं निवेशकों को गुमराह कर रही थीं और फर्जी UPI हैंडल के ज़रिए पैसा वसूल रही थीं। अब इस पर लगाम कसने के लिए SEBI एक सुरक्षित UPI पेमेंट मैकेनिज्म अनिवार्य कर रहा है।
यह नया मैकेनिज्म 1 अक्टूबर 2025 से प्रभाव में आएगा और सभी SEBI-पंजीकृत इंटरमीडियरीज़ के लिए आवश्यक होगा।
क्या है ‘SEBI Check’?
‘SEBI Check’ नाम की यह नई सुविधा निवेशकों को यह जांचने की अनुमति देगी कि किसी UPI ID का इस्तेमाल करने वाला वास्तव में SEBI के तहत रजिस्टर्ड है या नहीं।
निवेशक दो तरीकों से जांच कर सकेंगे:
- QR कोड स्कैन करके
- UPI ID मैन्युअली डालकर
इसके बाद निवेशक उस ID से जुड़े बैंक अकाउंट नंबर, IFSC कोड और अन्य बैंकिंग डिटेल्स देख सकेंगे।
क्यों है यह जरूरी?
SEBI की मानें तो यह नई प्रणाली न केवल वित्तीय लेनदेन को सुरक्षित बनाएगी बल्कि निवेशकों को धोखाधड़ी से बचाने में मदद करेगी। इससे शेयर बाजार में पारदर्शिता और भरोसा भी बढ़ेगा।
गौरतलब है कि SEBI ने इस मुद्दे पर जनवरी 2025 में एक कंसल्टेशन पेपर भी जारी किया था, जिसमें UPI आधारित पेमेंट्स की वैधता और ट्रैकिंग पर सुझाव मांगे गए थे।