भारत ने किया इतिहास: 339 रनों का नाबाद लक्ष्य चेस कर Jemimah Rodrigues की 127 से ऑस्ट्रेलिया को हराकर वर्ल्ड कप फाइनल में प्रवेश
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर 2025:
नवी मुंबई- हॉली ग्राउंड की तरह गूंजते स्टेडियम में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रिकॉर्ड-तोड़ जीत दर्ज की। कप्तान Harmanpreet Kaur की 89 तथा Jemimah Rodrigues की धुआँधार 127* पारी की बदौलत भारत ने Australia women’s cricket team को 339 रनों का लक्ष्य दे कर 5 विकेट से हरा दिया और 2025 के महिला टी-20 वर्ल्ड कप (डब्ल्यूओडीआई) के फाइनल में जगह बना ली।
मुख्य बातें
- भारत ने ऑस्ट्रेलिया द्वारा बनाए गए 338/5 के बड़े स्कोर को 49.3 ओवर में 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
- Jemimah Rodrigues का 127* (134 गेंदों में) था इस मैच का केंद्र बिंदु।
- Harmanpreet Kaur ने कप्तानी के साथ कीर्तिमानभंग किया, 89 रन बनाते हुए टीम को सही दिशा दी।
- इस जीत से महिला वन-डे वर्ल्ड कप में अब तक का सबसे ऊँचा सफल चेज दर्ज हुआ।
- मैच के बाद Rodrigues ने खुलासा किया कि उन्हें इस टूर्नामेंट के दौरान काफी मानसिक दबाव और चिंता का सामना करना पड़ा था।
क्या हुआ
- दिनांक 30 अक्टूबर 2025 को नव मुंबई के D. Y. Patil Stadium में भारत-ऑस्ट्रेलिया महिला वर्ल्ड कप सेमीफाइनल हुआ।
- ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी की और 338/5 का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसमें Phoebe Litchfield ने 119 व Ellyse Perry ने 77 रन बनाए।
- भारत ने शुरुआत में झटका खाया – Shafali Verma का 2वें ओवर में आउट होना, लेकिन इसके बाद Rodrigues और Mandhana ने संभाल लिया।
- Rodrigues ने 127* रन बनाए, उनकी पारी में विवेक, संयम और आक्रमकता का संतुलन नजर आया। भारत ने अपेक्षा से पहले ही लक्ष्य हासिल कर फाइनल में जगह बना ली।
प्रमुख आंकड़े / तथ्य
- 127* (134 गेंदें) – Jemimah Rodrigues की नाबाद पारी।
- 339 रन – भारत का लक्ष्य जिसमें उन्होंने सफलता पाई।
- 5 विकेट – भारत की जीत का मार्जिन।
- यह महिला वन-डे वर्ल्ड कप में अब तक का सबसे ऊँचा सफल चेज है।
प्रतिक्रियाएँ
- ठीक मैच के बाद कई पूर्व क्रिकटर्स, खिलाड़ियों और फैंस ने भारत के इस प्रदर्शन को “इतिहासिक” बताया।
- Rodrigues ने कहा: “मैं चिंता के दौर से गुज़री… बहुत कठिन समय था, रोज रोती रहती थी” – ये बयान अहम थे क्योंकि उन्होंने ऐसे मानसिक दबाव का खुलासा किया जिसकी बात कम होती है।
- ऑस्ट्रेलिया की कप्तान Alyssa Healy ने कहा कि उनकी टीम ने खुद को दबाव में पाया, पकड़ नहीं बना सकी।
वर्तमान स्थिति / आगे क्या होगा
- अब भारत का सामना फाइनल में South Africa women’s cricket team से होगा, दोनों ही टीमों आज तक महिला विश्व-कप नहीं जीत पाई हैं – इसलिए यह मुकाबला बड़ी उपलब्धि का द्वार हो सकता है।
- इस जीत का प्रभाव सिर्फ इस मैच तक सीमित नहीं – इससे महिला क्रिकेट में भारत की विश्वसनीयता और आत्मविश्वास दोनों बढ़ेंगे, और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा।
- टीम प्रबंधन को इस मौके का फायदा उठाते हुए तैयारियों और मानसिक तंदरुस्ती (mental fitness) पर और काम करना होगा, क्योंकि विश्व-स्तरीय प्रतियोगिताओं में यही फर्क बनता है।
- Rodrigues का खुलासा मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बताता है कि खेल सिर्फ बैटिंग-बॉलिंग नहीं है – खेल का हिस्सा मानसिक संघर्ष भी है। इस पहलू पर आगे और चर्चा हो सकती है।
संदर्भ / पृष्ठभूमि
- इस जीत से पहले महिला वन-डे वर्ल्ड कप में 339+ लक्ष्य पर सफल चेज बहुत कम थी – यह मार्कर इंडिकेट करता है कि भारत ने वास्तव में अपनी सीमाओं को तोड़ा है।
- भारत ने पहले ग्लोबल महिला क्रिकेट टॉप लीग (जैसे WPL) में अपनी क्षमता दिखाई है, लेकिन इस तरह की सेमी-फाइनल में चमक पहले कम देखने को मिली थी। इस जीत का मतलब है कि भारतीय महिला टीम अब सिर्फ भाग लेने वाली नहीं, जीत की दावेदार बनी है।
- मानसिक स्वास्थ्य का खुलासा (Rodrigues द्वारा) खेल जगत में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में संकेत है – जहाँ खिलाड़ी सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि आत्म-देखभाल पर भी जोर दे रहे हैं।






