शशि थरूर का करारा जवाब ट्रोल्स को: “मैं बिकाऊ नहीं हूं”, आर्यन खान की सीरीज़ की समीक्षा पर उठे सवालों का दिया मुंहतोड़ जवाब
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ लेखक शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर ट्रोल्स को सख्त जवाब दिया है। आर्यन खान की नेटफ्लिक्स सीरीज़ ‘The Bads of Bollywood’ की तारीफ करने के बाद उन पर “पेड रिव्यू” देने के आरोप लगाए गए थे। थरूर ने कहा, “मैं किसी का प्रचारक नहीं हूं, मैं सिर्फ कला की सराहना करता हूं।”
मुख्य बातें
- आर्यन खान की पहली नेटफ्लिक्स सीरीज़ ‘The Bads of Bollywood’ को लेकर शशि थरूर की पोस्ट पर बवाल।
- ट्रोल्स ने थरूर पर लगाया “पेड रिव्यू” का आरोप।
- थरूर ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा – “मैं बिकाऊ नहीं हूं।”
- सोशल मीडिया पर यूजर्स के बीच बहस तेज, कई लोगों ने थरूर का समर्थन किया।
- यह शो शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का निर्देशन डेब्यू है।
क्या हुआ था
शशि थरूर ने हाल ही में X पर एक पोस्ट करते हुए आर्यन खान की नई नेटफ्लिक्स सीरीज़ ‘The Bads of Bollywood’ की तारीफ की थी। उन्होंने लिखा कि यह सीरीज़ बॉलीवुड की अंदरूनी दुनिया और स्टार किड कल्चर को दिलचस्प तरीके से पेश करती है। इसके बाद कुछ यूजर्स ने उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने “पेड रिव्यू” दिया है और नेटफ्लिक्स से जुड़े प्रचार का हिस्सा हैं।
थरूर का जवाब
आरोपों का जवाब देते हुए थरूर ने लिखा, “जो लोग मुझे नहीं जानते, उन्हें बता दूं – मैं बिकाऊ नहीं हूं। अगर मुझे कोई शो अच्छा लगता है, तो मैं उसकी सराहना करता हूं। कला, संस्कृति और सिनेमा मेरे निजी रुचि के विषय हैं, और मैं इसे किसी लाभ के लिए नहीं करता।”
उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर हर चीज़ को राजनीतिक या प्रचार से जोड़ना एक खतरनाक ट्रेंड बनता जा रहा है।
प्रतिक्रियाएं और चर्चा
थरूर की इस प्रतिक्रिया के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कई यूजर्स ने उनके समर्थन में लिखा कि थरूर हमेशा निष्पक्ष राय रखते हैं और फिल्मों, किताबों, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर अपने विचार साझा करते रहते हैं। वहीं, कुछ यूजर्स ने कहा कि पब्लिक फिगर होने के नाते उन्हें “प्रमोशनल कंटेंट” पर सावधानी बरतनी चाहिए।
आर्यन खान की सीरीज़ पर चर्चा
आर्यन खान के निर्देशन में बनी ‘The Bads of Bollywood’ ने रिलीज़ के बाद से ही सुर्खियां बटोरी हैं। सीरीज़ में बॉलीवुड की ग्लैमर और गॉसिप की दुनिया के पीछे के संघर्ष, सत्ता के खेल और रिश्तों के जटिल पहलुओं को दिखाया गया है।
यह आर्यन का डायरेक्शन डेब्यू है, जिससे शाहरुख खान के फैन्स में काफी उत्सुकता देखी जा रही है।
क्यों मायने रखती है यह बहस
यह विवाद सोशल मीडिया पर राय और प्रचार के बीच की पतली रेखा को उजागर करता है। जहां पब्लिक फिगर्स को अपनी राय रखने का अधिकार है, वहीं ट्रोल कल्चर और गलतफहमी इस स्पेस को और विषाक्त बना रही है। थरूर जैसे अनुभवी नेता द्वारा इस मुद्दे पर खुलकर बोलना डिजिटल विमर्श में पारदर्शिता की मांग को और मजबूत करता है।
स्रोत: Times of India, NewsX, Dailyhunt






