रोहित शर्मा को कप्तानी में आगे बढ़ाना जरूरी: अंबति रायडू
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज अंबति रायडू ने साफ कहा है कि रोहित शर्मा को ओडीआई कप्तान के रूप में आगे बढ़ाना चाहिए। उनका मानना है कि 2027 विश्व कप की तैयारियों के लिए टीम को रोहित के नेतृत्व में ही आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि, शुभमन गिल के इंग्लैंड दौरे पर शानदार प्रदर्शन के बाद रोहित के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं।
रोहित ने मई में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेते हुए टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी। लेकिन ओडीआई फॉर्मेट में उनकी भूमिका को लेकर अब चर्चा तेज हो गई है। खासकर तब, जब 2027 तक वह 40 साल के हो जाएंगे। विराट कोहली भी उस समय 39 साल के होंगे। उम्र और फिटनेस को लेकर सवाल खड़े होना लाजमी है।
“रोहित के बाद कौन?”
रायडू ने इन सभी चिंताओं को खारिज करते हुए रोहित के नेतृत्व कौशल की तारीफ की। उन्होंने कहा, “आपको रोहित शर्मा की कप्तानी में ही आगे बढ़ना होगा। हमारा लक्ष्य विश्व कप जीतना है। अंततः हम सभी भारतीय हैं। सवाल यह है कि हमारे लिए यह ट्रॉफी कौन जीत सकता है? आईसीसी टूर्नामेंट्स में यही सोचना होगा।”
वह आगे कहते हैं, “दो साल बाद क्या होगा, कौन क्या बनेगा, कुछ पता नहीं। फिलहाल सिर्फ यह मायने रखता है कि टूर्नामेंट के वक्त भारत के लिए कौन जीत दिला सकता है? अगर रोहित शर्मा कप्तान के तौर पर यह कर सकते हैं, तो उन्हें ही कप्तान बनाए रखना चाहिए।”
रोहित का रिकॉर्ड और महत्व
रायडू ने शुभंकर मिश्रा के पॉडकास्ट पर सवाल उठाया, “अगर रोहित फिटनेस बनाए रखें और खेलना चाहें, तो आज ओडीआई क्रिकेट में उनकी जगह लेने वाला एक भी खिलाड़ी बताइए। उनका योगदान अतुलनीय है। रोहित को खेलना ही होगा।”
आंकड़े भी रोहित के पक्ष में बोलते हैं। 11,168 रन, 48.76 की औसत और 92.80 की स्ट्राइक रेट के साथ वह वर्तमान में ओडीआई में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले सक्रिय खिलाड़ी हैं। इसमें 58 अर्धशतक और 32 शतक शामिल हैं।
“कोहली की जरूरत 100 प्रतिशत”
रायडू ने विराट कोहली के महत्व पर भी जोर दिया। अफ्रीका में होने वाले अगले विश्व कप के लिए उन्होंने कोहली को टीम का अहम हिस्सा बताया। उनका कहना था, “मेरी राय में विराट को 100% खेलना चाहिए। नंबर तीन पर मिडिल ऑर्डर को संभालने के लिए वह बेहद जरूरी हैं।”
“ओडीआई एक अलग फॉर्मेट है। यह सिर्फ हिटिंग के बारे में नहीं है। इसमें लंबी और छोटी दोनों तरह की पारियां खेलनी होती हैं। बैलेंस की बात करें तो इस फॉर्मेट में विराट से बेहतर कोई नहीं।”
युवाओं और अनुभव का सही मिश्रण
रायडू की बातें साफ इशारा करती हैं कि भारत को 2027 विश्व कप के लिए युवाओं और अनुभवी खिलाड़ियों के बीच सही संतुलन बनाना होगा। शुभमन गिल, ईशान किशन जैसे युवा प्रतिभाओं के उभार के बावजूद, रोहित और विराट जैसे दिग्गजों का नेतृत्व और अनुभव टीम के लिए अहम होगा।
लेकिन सवाल यह भी है कि क्या बीसीसीआई और चयनकर्ता 40 की उम्र तक इन खिलाड़ियों पर भरोसा करेंगे? फिटनेस और फॉर्म को लेकर चुनौतियां तो होंगी ही। शायद यही वजह है कि रायडू जैसे अनुभवी खिलाड़ी अभी से इस मुद्दे पर बहस छेड़ रहे हैं।
आगे की राह
अभी 2027 विश्व कप में काफी समय है। लेकिन टीम इंडिया को लंबी योजना बनानी होगी। रोहित और विराट जैसे खिलाड़ियों के साथ-साथ युवाओं को भी तैयार करना होगा। रायडू की राय में, अगर रोहित फिट रहें और प्रदर्शन करते रहें, तो उन्हें कप्तानी में बनाए रखना ही समझदारी होगी।
मुमकिन है कि आने वाले समय में यह बहस और तेज हो। फिलहाल तो यह स्पष्ट है कि अंबति रायडू जैसे अनुभवी खिलाड़ी रोहित शर्मा के नेतृत्व में ही भारतीय टीम को आगे देखना चाहते हैं।