उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया के बाद ChatGPT में नए विकल्प
कुछ दिन पहले ही OpenAI ने अपना नया AI मॉडल GPT-5 लॉन्च किया था, जिसे कंपनी की अब तक की सबसे तेज़ और सक्षम तकनीक बताया गया। लेकिन शायद यह उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। कई उपयोगकर्ताओं ने पुराने मॉडल GPT-4o को वापस लाने की मांग की, और कुछ पेड सब्सक्राइबर्स ने तो अपना सदस्यता तक रद्द कर दिया।
इसके बाद OpenAI के CEO सैम अल्टमैन ने घोषणा की कि वे ChatGPT में कई सुधार लाने वाले हैं। अब उन्होंने एक और अपडेट शेयर किया है – GPT-5 के साथ अब उपयोगकर्ता “ऑटो”, “फास्ट” और “थिंकिंग” मोड के बीच चुनाव कर सकेंगे।
क्या थी समस्या?
GPT-5 में एक नया रियल-टाइम राउटर सिस्टम दिया गया था, जो खुद तय करता था कि किस टास्क के लिए कौन सा मॉडल बेहतर रहेगा। लेकिन यह व्यवस्था प्रैक्टिकल में उतनी सही नहीं रही। अल्टमैन ने खुद माना कि ChatGPT का परफॉर्मेंस पहले से खराब हुआ है, और वादा किया कि अब यह साफ़ बताया जाएगा कि कौन सा मॉडल जवाब दे रहा है।
नए मोड कैसे काम करेंगे?
अल्टमैन के मुताबिक, ज़्यादातर यूजर्स के लिए “ऑटो” मोड ही काफी होगा। लेकिन जो लोग ChatGPT के रिस्पॉन्स पर ज़्यादा कंट्रोल चाहते हैं, उनके लिए “फास्ट” और “थिंकिंग” विकल्प मददगार हो सकते हैं।
उन्होंने ट्वीट करके बताया, *”GPT-5 के साथ अब ‘ऑटो’, ‘फास्ट’ और ‘थिंकिंग’ में से चुन सकते हैं। ज़्यादातर को ऑटो ही चाहिए, लेकिन कुछ यूजर्स के लिए एक्स्ट्रा कंट्रोल काम आएगा। थिंकिंग मोड की रेट लिमिट अब 3,000 मैसेजेस प्रति हफ्ता है…”*
रेट लिमिट और कंटेक्स्ट की बात
इस अपडेट के साथ OpenAI ने रेट लिमिट भी बढ़ा दी है। GPT-5 थिंकिंग मोड अब 196,000 टोकन्स तक का कंटेक्स्ट समझ सकता है, और उपयोगकर्ता हफ्ते में 3,000 मैसेज भेज सकते हैं। अगर यह लिमिट खत्म हो जाए, तो ChatGPT GPT-5 थिंकिंग मिनी का इस्तेमाल करेगा। कंपनी ने यह भी कहा है कि यूजेज के हिसाब से रेट लिमिट बदली भी जा सकती है।
क्या GPT-5 का व्यक्तित्व बदलेगा?
कुछ यूजर्स ने GPT-5 को “रोबोटिक” और “ठंडा” बताया था। इस पर अल्टमैन ने कहा कि नए मॉडल को GPT-4o जितना “अन्नॉयिंग” तो नहीं, लेकिन अभी के मुकाबले थोड़ा “वार्म” ज़रूर बनाया जाएगा। मुमकिन है, अगले कुछ हफ्तों में इसमें बदलाव देखने को मिले।
क्या फ्री यूजर्स को GPT-4o मिलेगा?
ChatGPT Plus, Pro, Teams और Enterprise यूजर्स अब GPT-4o पर स्विच कर सकते हैं। लेकिन लगता नहीं कि फ्री टायर के यूजर्स के लिए यह सुविधा जल्दी आने वाली है। शायद OpenAI चाहता है कि ज़्यादातर यूजर्स नए मॉडल्स का ही इस्तेमाल करें।
अब क्या उम्मीद करें?
OpenAI लगातार फीडबैक के आधार पर अपडेट दे रहा है। हो सकता है, आने वाले दिनों में GPT-5 की परफॉर्मेंस और भी बेहतर हो। फिलहाल, यूजर्स के पास अब ज़्यादा कंट्रोल है – चाहें तो तेज़ रिस्पॉन्स के लिए “फास्ट” मोड चुनें, या फिर डिटेल्ड जवाबों के लिए “थिंकिंग” का विकल्प लें।
लेकिन सवाल यह भी है कि क्या यह नया सिस्टम उन यूजर्स को संतुष्ट कर पाएगा, जो GPT-4o की सरलता को मिस कर रहे हैं? जवाब तो वक्त ही देगा।