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बिग बैश लीग में निजी निवेश की संभावना: आईपीएल के बाद दूसरी सर्वश्रेष्ठ लीग बनने का सपना

# बिग बैश लीग में निजी निवेश की संभावना: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का रुख

बदलाव की उम्मीद, पर शर्तें साफ

2011 से ही ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग (BBL) में निजी निवेश की चर्चा चल रही है। लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने हमेशा लीग पर पूरा नियंत्रण बनाए रखने और ब्रॉडकास्टर्स के लिए शेड्यूलिंग अधिकार सुरक्षित रखने पर जोर दिया है। अब बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) की एक रिपोर्ट के बाद स्थिति बदल सकती है।

हाल ही में CA ने BCG को BBL की मौजूदा स्थिति का आकलन करने को कहा था। पिछले हफ्ते सौंपी गई रिपोर्ट में लीग के शेड्यूल में बदलाव का सुझाव भी दिया गया है। फिलहाल, BBL हर साल मध्य-दिसंबर में शुरू होती है।

टेस्ट क्रिकेट से समझौता नहीं

CA के CEO टॉड ग्रीनबर्ग ने माना कि निजी निवेश से BBL को आईपीएल के बाद दूसरी सबसे बड़ी लीग बनाने में मदद मिल सकती है। लेकिन उन्होंने साफ किया कि अगर इससे सिडनी का न्यू ईयर टेस्ट या मेलबर्न का बॉक्सिंग डे टेस्ट प्रभावित होता है, तो यह योजना आगे नहीं बढ़ेगी।

SEN रेडियो को दिए इंटरव्यू में ग्रीनबर्ग ने कहा, *”मैं सिडनी से हूं, और मैं वहां कभी लौटना चाहूंगा। इसलिए SCG टेस्ट में बदलाव की कोई योजना नहीं है।”*

आईपीएल से पीछे, लेकिन दूसरे नंबर पर

ग्रीनबर्ग ने कहा, *”ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का सपना एक ऐसी T20 लीग चलाना है जो आईपीएल के बराबर या उससे ठीक पीछे हो। भारत में क्रिकेट के पैमाने को देखते हुए आईपीएल को पीछे छोड़ना मुश्किल है, लेकिन हम बिना किसी शर्म के दूसरे नंबर की लीग बनाना चाहते हैं। इसके लिए खिलाड़ियों की उपलब्धता और उनकी सैलरी दुनिया भर के मानकों के अनुरूप होनी चाहिए। और इसके लिए पैसा चाहिए, निवेश चाहिए। अगर हम इन सवालों को नहीं पूछेंगे, तो यह हमारी नासमझी होगी।”*

BBL की मौजूदा स्थिति ‘स्वस्थ’

हालांकि, ग्रीनबर्ग ने यह भी कहा कि BBL की मौजूदा स्थिति काफी अच्छी है। उनके मुताबिक, *”अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है। रिपोर्ट बताती है कि BBL एक स्वस्थ स्थिति में है, लेकिन हम इसे हल्के में नहीं ले सकते। खेल के नेताओं के तौर पर हमारी जिम्मेदारी है कि हम भविष्य के बारे में सोचें।”*

क्या हो सकते हैं बदलाव?

BCG की रिपोर्ट में BBL के शेड्यूल में बदलाव का सुझाव दिया गया है। शायद लीग को दिसंबर से पहले शुरू किया जा सकता है, ताकि यह अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के साथ बेहतर तालमेल बिठा सके। लेकिन ऐसा करने पर टेस्ट मैचों से टकराव की आशंका भी है।

एक और संभावना निजी टीम मालिकों को अधिक अधिकार देना हो सकता है। पर CA चाहेगा कि मुख्य नियंत्रण उसके पास ही रहे।

आगे की राह

अभी स्थिति साफ नहीं है। CA को BCG की सिफारिशों पर गंभीरता से विचार करना होगा। निजी निवेश से लीग को फायदा हो सकता है, लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पारंपरिक टेस्ट मैचों से समझौता नहीं करेगा।

ग्रीनबर्ग का बयान साफ संकेत देता है कि BBL को लेकर महत्वाकांक्षाएं बड़ी हैं, लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए सावधानी से कदम बढ़ाने होंगे। अगले कुछ महीनों में और स्पष्टता आ सकती है।

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।