नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 5 अगस्त 2025 को एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) संसदीय दल की बैठक को संबोधित करेंगे। यह बैठक संसद सत्र के दौरान हो रही है और इसमें बीजेपी के साथ-साथ उसके सहयोगी दलों के सांसद भी शामिल होंगे। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब विपक्ष चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहा है और पहलगाम आतंकी हमले व ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री इस बैठक में हाल के घटनाक्रमों पर चर्चा करेंगे और सांसदों को इन मुद्दों पर पार्टी की रणनीति से अवगत कराएंगे। वह सांसदों को यह भी बता सकते हैं कि जनता के बीच किन बिंदुओं को प्रमुखता से उठाना है।
पहली बैठक के बाद अब फिर बड़ी मुलाकात
2024 के लोकसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत से चूकने के बावजूद बीजेपी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सत्ता में वापसी की थी। इसके बाद 2 जुलाई को प्रधानमंत्री ने पहली बार विस्तारित एनडीए संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया था। अब लंबे अंतराल के बाद फिर यह बैठक हो रही है।
पहले बीजेपी हर सप्ताह अपने सांसदों की बैठक बुलाती थी, लेकिन अब इसे एनडीए के स्तर पर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें टीडीपी, जेडीयू और लोजपा (रामविलास) जैसे दल भी शामिल हैं।
संसद सत्र और उपराष्ट्रपति चुनाव भी एजेंडे में
यह बैठक संसद के मानसून सत्र के दौरान हो रही है, जो अभी तक काफी हद तक ठप रहा है। अब तक केवल पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिन की चर्चा हो पाई है। विपक्ष लगातार बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चुनाव आयोग पर पक्षपात के आरोप लगा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी इन सभी मुद्दों पर सांसदों को पार्टी का रुख स्पष्ट करेंगे। इसके साथ ही, एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा की भी तैयारी हो रही है। नामांकन प्रक्रिया 7 अगस्त से शुरू होगी और 21 अगस्त अंतिम तिथि होगी। ऐसे में प्रधानमंत्री अपने गठबंधन के नेताओं से समन्वय कर सकते हैं।
चूंकि एनडीए के पास सांसदों का बहुमत है, इसलिए उपराष्ट्रपति चुनाव में उनकी जीत तय मानी जा रही है। अगर विपक्ष भी उम्मीदवार खड़ा करता है, तो मतदान 9 सितंबर को संभावित है।