ओपनएआई की नई सस्ती योजना ‘गो’ पर चर्चा
एआई टूल चैटजीपीटी के निर्माता ओपनएआई शायद एक नया सस्ती सदस्यता योजना ‘गो’ पर काम कर रहे हैं। यह मौजूदा प्लस सब्सक्रिप्शन से कम कीमत पर उपलब्ध हो सकता है, जिसकी कीमत फिलहाल 20 डॉलर यानी करीब 1,750 रुपये प्रति महीना है।
क्या कहता है कोड?
एक टिप्स्टर टिबोर भाहो ने ट्विटर (अब एक्स) पर चैटजीपीटी वेब ऐप के कोड का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। इसमें ‘गो’ प्लान का जिक्र मिलता है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि इस योजना में कौन से फीचर्स शामिल होंगे। मुमकिन है कि इसमें o3 और o4-mini-high जैसे नए मॉडल्स तो मिलें, लेकिन एजेंट्स या सोरा जैसे एडवांस्ड फंक्शनलिटी न हों।
मौजूदा प्लान्स क्या हैं?
ओपनएआई के पास फिलहाल दो पेड प्लान हैं – प्लस और प्रो। प्लस रेगुलर यूजर्स के लिए है, जो नए फीचर्स का इस्तेमाल करना चाहते हैं। वहीं, प्रो की कीमत 200 डॉलर प्रति महीना है और यह डेवलपर्स के लिए बनाया गया है, जिन्हें चैटजीपीटी के सभी टूल्स की अनलिमिटेड एक्सेस चाहिए।
नए फीचर्स भी आ रहे हैं?
सस्ती ‘गो’ योजना के अलावा, ओपनएआई चैटजीपीटी के वेब वर्जन के लिए नए फीचर्स भी ला रहा है। इनमें ‘फेवरेट्स’ सेक्शन और ‘पिन चैट’ का ऑप्शन शामिल है। लेकिन अभी ये बदलाव सीमित यूजर्स को ही दिख रहे हैं।
जीपीटी-5 का इंतजार
कई महीनों से ओपनएआई अपने सबसे स्मार्ट लार्ज लैंग्वेज मॉडल जीपीटी-5 को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इस मॉडल में मल्टीमॉडल क्षमताएं और कंपनी के अन्य प्रोडक्ट्स जैसे सोरा और कैनवास के साथ इंटीग्रेशन की बात हो रही है। लेकिन सेफ्टी को लेकर चिंताओं के चलते इसे कई बार टाला जा चुका है।
क्या ‘गो’ प्लान जीपीटी-5 के साथ आएगा?
ऐसा लगता है कि ‘गो’ प्लान का ऑफिशियल ऐलान जीपीटी-5 के साथ हो सकता है। तो हमें यह जानने के लिए कुछ और दिन इंतजार करना होगा कि इसमें क्या ऑफर किया जाएगा। हालांकि, इस जानकारी को अभी संदेह की नजर से देखना चाहिए, क्योंकि ओपनएआई इसे बाद में रद्द भी कर सकता है।
क्या यह यूजर्स के लिए फायदेमंद होगा?
अगर ‘गो’ प्लान सच में आता है, तो यह उन यूजर्स के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है जो चैटजीपीटी का इस्तेमाल तो करना चाहते हैं, लेकिन महंगे प्लान्स नहीं खरीद सकते। लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि ओपनएआई कीमत कम करने के साथ किन फीचर्स को छोड़ता है। कहा जा सकता है कि यह एक बैलेंस्ड ऑफर हो सकता है।
तो फिलहाल हमें ओपनएआई की ओर से कोई ऑफिशियल जानकारी का इंतजार है। जब तक कंपनी खुद कुछ नहीं कहती, तब तक यह सब अटकलें ही रहेंगी।