अभिषेक नायर बने यूपी वॉरियर्स के हेड कोच
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच अभिषेक नायर को शुक्रवार को वीमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की टीम यूपी वॉरियर्स का हेड कोच नियुक्त किया गया। नायर पहले भी वॉरियर्स के साथ बेंगलुरु में आयोजित ऑफ-सीजन ट्रेनिंग कैंप में मदद कर चुके हैं। यह नियुक्ति लीग के पहले सीजन के बाद की गई है।
नायर का अनुभव और टीम के प्रति उत्साह
अभिषेक नायर ने इस नई भूमिका को लेकर उत्साह जताया। उन्होंने कहा, “मैंने पहले भी यूपी वॉरियर्स के साथ काम करके खूब आनंद लिया था, और अब इस नई जिम्मेदारी को संभालने के लिए मैं वाकई उत्साहित हूँ।” उनके मुताबिक, डब्ल्यूपीएल महिला क्रिकेट के लिए एक शानदार मंच है, और वह टीम प्रबंधन के साथ मिलकर एक मजबूत टीम बनाने की उम्मीद रखते हैं।
नायर ने आगे कहा, “यूपी वॉरियर्स की नींव पहले से ही काफी मजबूत है। मुझे लगता है कि हम कुछ खास बना सकते हैं। यहाँ अपार संभावनाएँ हैं, और मैं इस सीजन में टीम को उनका पहला खिताब दिलाने के लिए पूरी कोशिश करूँगा।”
टीम की मौजूदा स्थिति और भविष्य की योजनाएँ
यूपी वॉरियर्स ने पहले सीजन में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन फाइनल तक पहुँचने में कामयाब नहीं हो पाई थीं। नायर की नियुक्ति के साथ, टीम प्रबंधन ने अगले सीजन के लिए अपनी तैयारियों को और गंभीरता से लेते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। नायर का अनुभव, खासकर भारतीय टीम के सहायक कोच के रूप में, टीम के लिए एक बड़ा सहारा साबित हो सकता है।
हालाँकि, चुनौतियाँ भी कम नहीं हैं। डब्ल्यूपीएल का दूसरा सीजन और प्रतिस्पर्धी होने वाला है। मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स जैसी टीमें पहले से ही मजबूत संतुलन बना चुकी हैं। लेकिन नायर को उम्मीद है कि यूपी वॉरियर्स के पास जो संसाधन और प्रतिभाएँ हैं, उनका सही इस्तेमाल करके वह टीम को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकते हैं।
क्या कहता है नायर का कोचिंग रिकॉर्ड?
अभिषेक नायर ने घरेलू क्रिकेट में कोच के तौर पर काफी नाम कमाया है। वह कई सालों तक मुंबई की रणजी टीम के साथ जुड़े रहे और युवा खिलाड़ियों को तराशने में अहम भूमिका निभाई। उनके कोचिंग शैली की खासियत यह है कि वह खिलाड़ियों के साथ व्यक्तिगत तौर पर काम करते हैं और उनकी ताकत को पहचानते हैं।
भारतीय टीम में सहायक कोच के रूप में भी उन्होंने कई युवा खिलाड़ियों को गाइड किया। शायद यही वजह है कि यूपी वॉरियर्स ने उन पर भरोसा जताया। टीम में दीप्ति शर्मा, सोफिया डंकली और टहलिया मैकग्रा जैसी अनुभवी खिलाड़ी हैं, जिन्हें नायर की कोचिंग से फायदा मिल सकता है।
फैंस और विशेषज्ञों की क्या राय है?
इस नियुक्ति पर क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया मिली-जुली रही है। कुछ का मानना है कि नायर का व्यावहारिक दृष्टिकोण टीम के लिए फायदेमंद साबित होगा। वहीं, कुछ लोगों को लगता है कि महिला क्रिकेट की दुनिया में उनका अनुभव कम है, और यह एक जोखिम भरा फैसला हो सकता है।
लेकिन अगर नायर अपने पिछले रिकॉर्ड को दोहरा पाए, तो यूपी वॉरियर्स के लिए यह निर्णय एक मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है। फिलहाल, सभी की निगाहें अगले सीजन पर टिकी हैं, जहाँ नायर और उनकी टीम को अपनी क्षमताओं को साबित करने का मौका मिलेगा।