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Nvidia CEO के अनुसार AI पांच साल में इंटरनेट से ज्यादा करोड़पति बनाएगा और हर कंपनी को AI फैक्ट्री की जरूरत होगी

एनवीडिया सीईओ का दावा: AI 5 साल में इंटरनेट से ज़्यादा मिलियनेयर बनाएगा

एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग का मानना है कि अगले पाँच सालों में AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) इंटरनेट के मुकाबले कहीं ज़्यादा मिलियनेयर पैदा करेगा। हुआंग ने यह बात ‘ऑल इन’ पॉडकास्ट में कही, जिसकी मेज़बानी वेंचर कैपिटलिस्ट चमथ पालिहापितिया ने की थी। इस चर्चा में चेस लोचमिलर और जेम्स लैटिन्स्की जैसे उद्योग जगत के दिग्गज भी शामिल हुए थे।

AI क्रांति का नेतृत्व कर रही है एनवीडिया

हुआंग एक ट्रिलियन डॉलर की कंपनी चला रहे हैं, जो AI क्रांति की रीढ़ बनी हुई है। उनकी कंपनी के AI से जुड़े होने के कारण, हुआंग को बड़ी AI कंपनियों की योजनाओं की अंदरूनी जानकारी रहती है। यानी, मार्क ज़करबर्ग, एलन मस्क या सैम अल्टमैन जो कुछ भी बना रहे हैं, हुआंग को उसके बारे में पहले से पता होता है। यही ‘इनसाइडर इंटेलिजेंस’ उनकी सबसे बड़ी ताकत है।

AI और नौकरियों पर हुआंग का नज़रिया

इसी चर्चा के दौरान, हुआंग ने AI और नौकरियों के विषय पर अपना अनोखा दृष्टिकोण साझा किया। वह AI द्वारा नौकरियाँ छीनने की आशंकाओं से ज़्यादा परेशान नहीं दिखे। लेकिन उनकी चिंता कुछ और है। उनका कहना है कि हम नई नौकरियाँ पैदा करने में पर्याप्त तेज़ी नहीं दिखा रहे हैं।

“मेरे मामले में तो AI नौकरियाँ पैदा कर रहा है। यह लोगों को ऐसी चीज़ें बनाने के लिए प्रेरित करता है जिन्हें दूसरे लोग खरीदना चाहेंगे। इससे विकास होता है, नौकरियाँ पैदा होती हैं,” हुआंग ने कहा। उन्होंने AI को “अब तक का सबसे बड़ा टेक्नोलॉजी इक्वलाइज़र” बताया।

AI क्यों है ‘ग्रेट इक्वलाइज़र’?

जब हुआंग से पूछा गया कि वह AI को ‘ग्रेट इक्वलाइज़र’ क्यों मानते हैं, तो उनका जवाब था – “अब हर कोई प्रोग्रामर है।” उनके अनुसार, पहले प्रोग्रामर को C++, Python जैसी भाषाएँ सीखनी पड़ती थीं, लेकिन अब वे सीधे AI से बात कर सकते हैं। हुआंग का मानना है कि विचारों और उनके क्रियान्वयन के बीच की बाधा अब खत्म हो गई है।

“हर क्रिएटिव व्यक्ति अब तकनीकी होता जा रहा है, और हर तकनीकी व्यक्ति अधिक रचनात्मक बन रहा है,” उन्होंने कहा। हुआंग ने यह भी चेतावनी दी कि जो लोग AI का उपयोग नहीं करेंगे, उनकी नौकरियाँ AI की जानकारी रखने वालों के हाथों में चली जाएँगी।

हर कंपनी के दो ‘कारखाने’ होंगे

हुआंग ने एक दिलचस्प भविष्यवाणी की। उनका कहना है कि आने वाले समय में हर कंपनी के दो ‘कारखाने’ होंगे – एक उसके मुख्य उत्पाद के लिए, और दूसरा उस AI के लिए जो उस उत्पाद को शक्ति देगा। उन्होंने टेस्ला का उदाहरण दिया, जहाँ कारें बनाने और उन्हें संचालित करने वाली AI बनाने के लिए अलग-अलग सेटअप हैं।

लेकिन हुआंग की यह भविष्यवाणी सिर्फ़ टेक कंपनियों तक सीमित नहीं है। उनका मानना है कि हर औद्योगिक कंपनी धीरे-धीरे एक AI कंपनी बन जाएगी।

AI सुपरकंप्यूटर्स की योजना

इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में, हुआंग ने बताया कि एरिज़ोना और टेक्सास में उनकी कंपनी अगले चार सालों में लगभग आधा ट्रिलियन डॉलर मूल्य के AI सुपरकंप्यूटर्स का निर्माण करेगी। उनका दावा है कि यह इन्फ्रास्ट्रक्चर AI उद्योग में कुछ ट्रिलियन डॉलर का मूल्य पैदा करेगा।

छोटी टीमें, बड़ा प्रभाव

हुआंग ने डीपसीक और ओपनएआई जैसी कंपनियों के 150 शोधकर्ताओं का उदाहरण दिया, जो लगभग 20 से 30 बिलियन डॉलर का मूल्य पैदा कर रहे हैं। उनके अनुसार, यह प्रति व्यक्ति लगभग 200 मिलियन डॉलर के मूल्य सृजन के बराबर है।

हुआंग ने छोटी टीमों के इस बड़े प्रभाव की सराहना करते हुए कहा कि इतिहास में किसी भी उद्योग ने इस तरह का लाभ नहीं देखा होगा। शायद यही वजह है कि वह AI को लेकर इतने आशावादी हैं।

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।