भारतीय बल्लेबाज़ रुतुराज गायकवाड़ ने हाल ही में इंग्लैंड की प्रसिद्ध काउंटी क्रिकेट टीम यॉर्कशायर के साथ अनुबंध किया है। वे क्लब के लिए मौजूदा काउंटी सीज़न के अलावा वनडे कप में भी हिस्सा लेंगे। गायकवाड़ हाल ही में IPL 2025 से कोहनी की चोट के चलते बाहर हो गए थे और अब वह अपनी वापसी की राह यॉर्कशायर से बना रहे हैं।
यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट चैंपियनशिप की सबसे सफल टीमों में से एक रही है, जिसके नाम 32 प्रथम श्रेणी खिताब और 4 वनडे ट्रॉफियां हैं। इस क्लब में अब तक दुनियाभर के बड़े क्रिकेटर खेल चुके हैं, लेकिन बहुत कम भारतीय खिलाड़ियों को इस टीम में खेलने का मौका मिला है।
आइए जानते हैं उन तीन भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जो रुतुराज गायकवाड़ से पहले यॉर्कशायर के लिए खेल चुके हैं।
1. सचिन तेंदुलकर – यॉर्कशायर के पहले विदेशी खिलाड़ी
1992 में, सचिन तेंदुलकर यॉर्कशायर के पहले विदेशी खिलाड़ी बने। उस समय यॉर्कशायर की नीति थी कि वे केवल यॉर्कशायर में जन्मे खिलाड़ियों को ही चुनते हैं। लेकिन सचिन की प्रतिभा ने इस परंपरा को तोड़ दिया।
सचिन ने यॉर्कशायर के लिए 16 मैचों में 1,070 रन बनाए और उनका औसत रहा 46.52। इससे पहले उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। 1992 विश्व कप में भी उनका प्रदर्शन संतोषजनक रहा था, जिसने उनके चयन को और मजबूती दी।
2. युवराज सिंह – ऑलराउंडर की चमक
युवराज सिंह ने सचिन के करीब एक दशक बाद यॉर्कशायर के लिए खेला। उस समय वे टेस्ट टीम में नहीं आए थे, लेकिन ODI में उन्होंने दमदार छाप छोड़ी थी।
युवराज ने यॉर्कशायर के लिए 12 पारियों में 145 रन बनाए और 6 पारियों में 3 विकेट लिए। उन्होंने एकमात्र वनडे में 27 रन बनाए थे। 2003 में, युवराज ने T20 में यॉर्कशायर के लिए अर्धशतक (71 रन, 37 गेंद) जमाकर इतिहास रचा। उन्होंने टी20 में 143.92 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए और 7.28 की इकॉनमी से 5 विकेट भी लिए।
3. चेतेश्वर पुजारा – तकनीक के धनी
चेतेश्वर पुजारा ने 2015 से 2018 तक यॉर्कशायर का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान उन्होंने 18 पारियों में कुल 436 रन बनाए। हालांकि, उनका औसत सिर्फ 25.64 रहा, जो इंग्लिश कंडीशंस में उनके टेस्ट रिकॉर्ड से कम था।
पुजारा ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जो हर अवसर पर काउंटी क्रिकेट में खेलने के लिए तैयार रहते हैं। यॉर्कशायर के अलावा वे डर्बीशायर और ससेक्स के लिए भी खेल चुके हैं। ड्यूक्स गेंद के खिलाफ उनकी तकनीकी मजबूती उन्हें इंग्लैंड में खेलने के लिए एक आदर्श खिलाड़ी बनाती है।
निष्कर्ष
अब रुतुराज गायकवाड़ इस शानदार सूची में चौथे भारतीय खिलाड़ी के रूप में शामिल हो गए हैं। उनके लिए यह एक बेहतरीन अवसर है, जहां वे अपनी फॉर्म दोबारा हासिल कर सकते हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की नींव रख सकते हैं। यॉर्कशायर जैसे क्लब के साथ यह सफर निश्चित रूप से उनके करियर में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ने वाला है।