अभिषेक रेड्डी के 70 रन लेकर आए आंध्र के लिए रोमांचक जीत, तमिलनाडु को हराकर रंजन ट्रॉफी में चमक
विशाखापत्तनम। सोमवार को ACA-VDCA क्रिकेट स्टेडियम पर खेले गए रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप-A मैच में आंध्र प्रदेश ने तमिलनाडु को 201 रन के टारगेट का पीछा करते हुए चार विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की। इस जीत के पीछे सबसे बड़ी वजह रही विकेटकीपर बल्लेबाज अभिषेक रेड्डी की ताबड़तोड़ 70 रन की पारी, जिसने आंध्र की उम्मीदों को नई उड़ान दी।
मैच की शुरुआत से ही रेड्डी ने आक्रामक रवैया अपनाया। जैसे ही तमिलनाडु अपनी दूसरी पारी में 101/3 पर था, आंध्र के गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की और टीम को सिर्फ 195 रन पर ऑलआउट कर दिया। खासतौर पर बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार ने 4 विकेट लेकर अपनी टीम को जबरदस्त फायदा पहुंचाया। पिच थोड़ा धोखा दे रही थी, क्योंकि गेंदों का उछाल कम और अनियमित था, जिससे बल्लेबाजों के लिए रन बनाना मुश्किल था।
इतनी मुश्किल पिच पर अन्य बल्लेबाज धीमे थे, तो अभिषेक ने ठाना कि वे डिफेंसिव नहीं खेलेंगे। मैच के बाद उन्होने कहा, “गेंदबाजों को मदद मिली थी, और कुछ गेंदें नीचे रह रही थीं। मैंने सोचा कि मैं पहले से ही आक्रामक रहकर उन्हें दबाव में लाऊंगा, यही मेरी पहली गेंद से रणनीति थी।” यही सोच रंग लाई। त्रिलोक नाग के खिलाफ उन्होंने लगातार तीन चौकों की बरसात की। इसके बाद बाएं हाथ के करण शिंदे के साथ 72 रनों की शानदार साझेदारी ने आंध्र को जीत तक पहुंचाया। करण ने 51 रन बनाए, जिसमें आठ चौके शामिल थे।
हालांकि, मैच के अंतिम हिस्से में चार विकेट सितारा खिलाड़ियों के आते ही जल्दी गिर गए और दबाव बड़ा हो गया, लेकिन मध्यक्रम के केएस राजु (20) और अश्विन हेब्बर (21) ने संभालते हुए टीम को मजबूती दी। खासकर राजु की जबरदस्त गगनचुंबी चौका और फिर स्पिनर आर. साई किशोर पर महत्त्वपूर्ण छक्का ने जीत को लगभग पक्का कर दिया। अब सिर्फ 14 रन ही बाकी थे और टीम के डगआउट में राहत की सांसें थीं।
अभिषेक ने आगे कहा, “हमने मैच पर दबाव डालना जरूरी समझा। हमारे कोच गैरी स्टेड ने कहा था कि आज ही मैच फिनिश कर देना चाहिए, क्योंकि टाइम खेलने से मैच उलझ सकता था।” 31 साल के रेड्डी अभी तक प्रथम श्रेणी में अपना पहला शतक नहीं बना सके हैं। लेकिन पिछले मैच में ओडिशा के खिलाफ 76 और अब 70 रन की पारी उनकी लगातार अच्छी फॉर्म को दिखाती है। इस मैच में उन्हें पहली बार प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। “यह पारी मेरे लिए बेहद खास है। पिच मुश्किल थी, फिर भी मैंने हमारी टीम को मंजिल की ओर ले जाने में मदद की।”
पहले दिन, यानी रविवार को भी आंध्र के युवा खिलाड़ी 21 वर्षीय शैख रसिद ने 87 नाबाद का शानदार अर्धशतक लगाया था। हालांकि आंध्र को पहली पारी में बढ़त नहीं मिली, रसिद ने हार नहीं मानी और उम्मीद जताई, “लीड नहीं मिली, लेकिन जीत जरूर होगी।” यह भरोसा सही साबित हुआ।
आंध्र की यह जीत रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप-A में उनकी स्थिति मजबूत कर गई है। टीम में युवा प्रतिभा और अनुभवी खिलाड़ी जैसे रेड्डी अच्छी तालमेल रखते नजर आ रहे हैं। वे हर तरह की स्थिति में दबाव झेल पाने में सक्षम हैं, खासकर ऐसी पिचों पर जहां बल्लेबाजी आसान नहीं होती।
अब सवाल यह है कि आंध्र इस बढ़ते हुए विश्वास और मज़बूती का इस्तेमाल आने वाले मैचों में कैसे करेगा। वहीं, अभिषेक रेड्डी की निगाहें अभी भी अपने पहले शतक पर हैं। अगर सोमवार की पारी से कोई संकेत मिलता है तो इस सीजन हम उनसे कई यादगार प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं।
(मेटा डिस्क्रिप्शन: रणजी ट्रॉफी में आंध्र के अभिषेक रेड्डी ने 70 रन की धमाकेदार पारी खेली और टीम को तमिलनाडु के खिलाफ बारह विकेट से रोमांचक जीत दिलाई। उनके आक्रामक खेल ने पूरे मैच का रुख ही बदल दिया।)






